Nojoto: Largest Storytelling Platform
sanjeevraghav8848
  • 10Stories
  • 19Followers
  • 37Love
    0Views

Sanjeev Raghav

  • Popular
  • Latest
  • Video
22f36ae6522c3b80c8f5a04c1e40ebfc

Sanjeev Raghav

पता नहीं क्यों 

मोमबत्तियां पकड़ना 

सीख गए हम। 

वरना,

नारी के सम्मान में तो 

लंका दहन और महाभारत 

करने की संस्कृति है हमारी..

22f36ae6522c3b80c8f5a04c1e40ebfc

Sanjeev Raghav

गीत लिखे भी तो ऐसे कि सुनाए  ना गये,
जख्म यू लफ्जों मे उतरे कि दिखाए ना गये ।
और आज तक रखे है पछतावे की अलमारी में, 
बहुत प्लान ऐसे थे जो आजमाए ना गए ।। जिंदगी

जिंदगी

22f36ae6522c3b80c8f5a04c1e40ebfc

Sanjeev Raghav

जिन्दा रहना है तो हर साँस हुकूमत से ना मांग !
अस्ल मुंसिफ है खुदा तो रहम अदालत से ना मांग ।
जिदंगी भीख अगर है तो ना मिलना बेहतर !
और अगर हक है तो इतनी शराफत से ना मांग ।।

            
अस्ल मुंसिफ-असली इंसाफ करने वाला

22f36ae6522c3b80c8f5a04c1e40ebfc

Sanjeev Raghav

हमें ख़बर है क़ातिल के हर ठिकानों की 
शरीक़ ए जुर्म ना होते तो मुखबिरी करते

22f36ae6522c3b80c8f5a04c1e40ebfc

Sanjeev Raghav

चुपके से सिसकियां भरी,
और चल दिया काम पर !
वो मर्द था उसे रोने 
 की इजाजत नही थी!!!

22f36ae6522c3b80c8f5a04c1e40ebfc

Sanjeev Raghav

हम करें बात दलीलो से तो रद्द होती है,
उनके होठो की ख़ामोशी भी सनत  (पहचान) होती है।
कुछ ना कहने से भी छिन जाता है अहसास ऐ सुकून,
जुल्म सहने से भी जालिम की मदद होती है ।।
                            संजीव

22f36ae6522c3b80c8f5a04c1e40ebfc

Sanjeev Raghav

ना आफताब(सूरज)बुझेगा ना असर रात को पड़ेगा,
 फर्क मेरी मौत से कहा आपको पड़ेगा ।
जिन्दा हूँ इन्ही की खातिर अब तलक,
 कोख मां की उजङेगी असर बाप को पड़ेगा ।।
संजीव

22f36ae6522c3b80c8f5a04c1e40ebfc

Sanjeev Raghav

ना आफता बुझेगा ना असर रात को पड़ेगा,
 फर्क मेरी मौत से कहा आपको पड़ेगा ।
जिन्दा हूँ इन्ही की खातिर अब तलक, 
कोख मां की उजङेगी असर बाप को पड़ेगा ।।
संजीव

22f36ae6522c3b80c8f5a04c1e40ebfc

Sanjeev Raghav

ना आफता(sun) बुझेगा ना असर रात को पड़ेगा, 
फर्क मेरी मौत से कहा आपको पड़ेगा ।
जिन्दा हूँ इन्ही की खातिर अब तलक,
 कोख मां की उजङेगी असर बाप को पड़ेगा ।।

22f36ae6522c3b80c8f5a04c1e40ebfc

Sanjeev Raghav

हवाऔ (किस्मत)की भी अपनी अजब सियासते है साहब 

कही बुझी राख भङका दे
तो कही जलते चिराग बुझा दे।।
                                 
                                        संजीव

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile