Nojoto: Largest Storytelling Platform
nojotouser1306105480
  • 26Stories
  • 148Followers
  • 538Love
    0Views

देवेन्द्र आमेरिया

नील गगन में उड़ता पंछी, शांत सरल सागर सा हूँ! बिन पंख हवा मे उड़ने वाला मैं आवारा बादल सा हूँ मार्मिक ह्र्दय सम्राट हूँ और माँ के आँचल सा हूँ! दर्द सहारे कलम उठाकर लिखने में पागल सा हूँ!! 7014781198

  • Popular
  • Latest
  • Video
239e20fd481598d5aad5a1d57421ea7f

देवेन्द्र आमेरिया

जुल्म सातवां आसमान छू रहा है, और जमीं उसकी धंस रही है!
आजकल हाकिम मेरे पीछे है, लगता है कलम सच लिख रही है!

©देवेन्द्र आमेरिया #PenPaper
239e20fd481598d5aad5a1d57421ea7f

देवेन्द्र आमेरिया

आज आपका अंतिम दिन हमारे साथ बीता, और आपके हर पल के सहारे हमने लाखों मौसम जिए।  जब आप आए थे , तब मैं यहाँ नहीं था किंतु जब मैं घर से वापस आया तो आपके नूर की रोशनी मुझ पर भी पड़ी और मैं सम्भवतः सौभाग्यशाली रहा की कि आपने मुझ में एक मित्र की उपस्थिति पाई। आपके आने से पहले प्रमोद नाम के एक अध्यापक आपकी जगह थे , जैसा कि कोई जाता है तो उसकी जगह आने वाले को अच्छे भाव से नहीं देखा जाता है । किंतु आपके व्यवहार , हंसमुख चेहरा और सौम्य स्वभाव ने हमारा मन मोह लिया । कहते हैं वक़्त के पंख बड़े तेज होते हैं,  आज उन उड़ चुके लम्हों को स्वयं महसूस कर पा रहा हूं। 
यूं तो 1 मिनट भी बहुत लंबा होता है लेकिन आपके साथ बिताए हुए कई लम्हे भी एक पल से कम रहे। धीरे-धीरे टिफिन खोलने से लेकर चाय की चुस्कियां लेते हुए बातें करना , अपने पिज़्ज़ा के लिए पूरा दावा करना जैसे हर एक लम्हे में सौंदर्य रहा किंतु फिर आपके मायूस चेहरे को देखकर आप में जीवंत एक सुंदर स्त्री हमें भाव विभोर कर देती है। मैं मानता हूं कि जीवन एक यात्रा है, और इस यात्रा के दौरान बहुत सारे लोग, बहुत सारे अनुभव हमें मिलते रहते हैं किंतु कुछ ऐसे मिलते हैं जो हमारे पूरे जीवन पर अमिट छाप छोड़ जाते हैं। आपके होने से हम एक पूरी गाड़ी के चार पहियों की तरह थे, किंतु अब शायद तीन पहियों वाला मोपेड बन जाएंगे। चलता तो मोपेड भी है किंतु वह लंबी दूरी तय नहीं कर सकता है। इसलिए आप हमेशा अपने महत्व को मेरी इस बात से याद रखना कि आपके चले जाने के बाद वास्तव में असर पड़ेगा निश्चित रूप से पड़ेगा और वह मंजर कभी नहीं रहेगा जो अब तक रहता आया है। वह ठेले वाली चाय याद रहेगी, कभी आपकी भी यादों में तूफान जोरों पर हो तो आ जाना वहीं, चाय वाले ठेले पर, हम चमकती हुई आंखों में आंसुओं के मोती लेकर बिना कुछ बोले लंबी बातें करेंगे।

©देवेन्द्र आमेरिया #Soul
239e20fd481598d5aad5a1d57421ea7f

देवेन्द्र आमेरिया

उन दिनों की शमा दिल में जलाना तो जरा 
मेरे बिन कैसा लगता है,  बताना तो जरा

©देवेन्द्र आमेरिया
  न्यू day

#Light

न्यू day #Light #शायरी

9 Love

239e20fd481598d5aad5a1d57421ea7f

देवेन्द्र आमेरिया

उन दिनों की शमा दिल में जलाना तो जरा 
मेरे बिन कैसा लगता है,  बताना तो जरा

©देवेन्द्र आमेरिया न्यू day

#Light

न्यू day #Light #शायरी

9 Love

239e20fd481598d5aad5a1d57421ea7f

देवेन्द्र आमेरिया

आज महब्बत का पहला रंग चढ़ रहा है ।
मेहंदी संग हाथ उसका खिल रहा है। ।
तू ऐसा कर मुझको दरिया में डाल दे। 
मुझसे खींच अपना दिल और 
आसमान में उछाल दे। ।
ये अब वो ज़माना नहीं की सांसो में 
समाया जाये। 
मेहंदी भी उसी की हो जिससे दिल 
लगाया जाये। ।
हूँ मैं बुरा तो बस इतना इंतकाम लेता हूं 
तुझे मिले वो, जो मैं ना दे पाया 
खुशियों के सावन में तू झूमे सदा
ये दुआ सलाम देता हूँ। ।

©देवेन्द्र आमेरिया
239e20fd481598d5aad5a1d57421ea7f

देवेन्द्र आमेरिया

मासूम सी , नाउम्मीद सी , जगती है वो ,सुबह के शाखों मे ।
जिसको देखकर जीना चाहती है , खुद को पाती नहीं कहीं,  उसी की बातों मे 

सूरज चक्कर लगाकर ढलने को आ जाता है , बच्चे  सा मन उसका मरने को आ जाता है । 
आतुर सी उम्मीद उसकी ,घड़ी को तकती है 
मन कहता है तू आ जाना मेरे लिए , प्यास इस दिल की तुझी से मिटती है 

निशा की चादर ओढ़े 'उम्मीद ' झांकती है उसकी बातों में 
रोती नहीं है वो, मरती है अंदर से,  सो जाती है उसकी यादें समेटे,  
पथराई सी आँखों में। ।

©देवेन्द्र आमेरिया #standAlone
239e20fd481598d5aad5a1d57421ea7f

देवेन्द्र आमेरिया

दिल कह रहा है देव तू अब सो जा।।
इस दर्द से निकल और अंधेरे मे खो जा। ।
कौन है जो अब उस ज़माने मे जीयेगा ।
वो अब आगे बढ़ गया है,  सुन जरा 
हकीकत का हाथ पकड़ और चीख के रो जा। ।

©देवेन्द्र आमेरिया दर्द 

#Light

दर्द #Light

13 Love

239e20fd481598d5aad5a1d57421ea7f

देवेन्द्र आमेरिया

वो रोज फासलों की धमकी देता है ।
मगर इल्जाम कभी खुद पर नहीं लेता है। ।

वहीँ दूर कहीं तन्हाई मे हम सहमे से बैठे हैं। 
वो एक शब्द कहता है और मेरे अश्क छलका देता है। ।

©देवेन्द्र आमेरिया अश्क 

#OneSeason

10 Love

239e20fd481598d5aad5a1d57421ea7f

देवेन्द्र आमेरिया

मैं यहां हूँ,  वहाँ हूँ,  जहाँ हूँ 
सोचता हूँ मैं अब कहाँ हूँ 
देखे कोई जो इस पत्थर को 
खो गया हूँ, अंदर हूँ,  मिट्टी से सना हूँ 
वो आयेगी, बारिश बनकर 
धो देगी मुझे, पहचान ही लेगी 
उसी के इंतजार में, मैं ज़माने से ख़फ़ा हूँ 
तरस रहा हूँ कि तराशा जाऊँ 
पूजा जाऊँ और देव बन जाऊँ 
ये ख्वाब पाले अकेले में सो रहा हूँ 
किनारे पर हूँ सड़क के,  वहीं पड़ा हूँ 
मैं यहां हूँ,  वहाँ हूँ,  जहाँ हूँ 
सोचता हूँ मैं अब कहाँ हूँ ।।

©देवेन्द्र आमेरिया मैं कहाँ हूँ 
#HeartBook

मैं कहाँ हूँ #HeartBook #शायरी

9 Love

239e20fd481598d5aad5a1d57421ea7f

देवेन्द्र आमेरिया

उस पेड़ को मत काटो जिस ने एक 
पंछी उड़ा दिया है। 
पंछी फिरसे आ जाएगा उड़ कर 
कुल्हाड़ी के ज़ख्म पेड़ पर सदा रह जाएंगे।

©देवेन्द्र आमेरिया #Forest

10 Love

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile