फ़िज़ा में ज़हर भरा है जरा संभल कर चलो,
मुखालिफ आज हवा है जरा संभल कर चलो,
कोई देखे न देखे बुराइयां अपनी,
खुदा तो देख रहा है जरा संभल कर चलो। #विचार
Bineeta Kumari
फ़िज़ा में ज़हर भरा है जरा संभल कर चलो,
मुखालिफ आज हवा है जरा संभल कर चलो,
कोई देखे न देखे बुराइयां अपनी,
खुदा तो देख रहा है जरा संभल कर चलो। #शायरी
Bineeta Kumari
दौलत की चाह थी तो कमाने निकल गए,
दौलत मिली तो हाथ से रिश्ते निकल गए,
बच्चों के साथ रहने की फुर्सत न मिल सकी,
फुर्सत मिली तो बच्चे ही घर निकल गए। #शायरी