Nojoto: Largest Storytelling Platform
amitsrivastava2772
  • 7Stories
  • 14Followers
  • 40Love
    0Views

Amit Srivastava

दरख़्त-ए-नीम मैं, मेरे नाम से घबराहट होती है, छांव ठंडी देता हूँ, बेशक पत्तों में कड़वाहट होती है।

  • Popular
  • Latest
  • Video
26549af8863c0a4afbc8c4c7fa5cf00f

Amit Srivastava

ख़्वाब भले टूटते रहे मेरे मगर हौंसले आज भी ज़िंदा हैं
अंधेरों की इस बस्ती में कुछ कोने मुझसे ही ताबिन्दा हैं
सौ बार गिरा सौ बार उठा हूँ लेकिन हार न मैंने मानी है 
हौसला अपना ऐसा रखा मैंने अब मुश्किलें भी शर्मिंदा हैं #ज़िन्दगी_का_तज़ुर्बा
26549af8863c0a4afbc8c4c7fa5cf00f

Amit Srivastava

इश्क था उनसे और हम अदब से मिला करते थे
पहले हम दोनों मोहब्बत से मिला करते थे

शायद एक ख़ामोशी सी थी दरम्यान रिश्ते में हमारे
ये ज़ज़्बात भी उन दिनों इज़ाज़त से मिला करते थे

आशियाना न साथ हुआ कोई मुक़्तलिफ बात नहीं
अज़नबी से थे पर अक्सर इनायत से मिला करते थे 

✍अमित #मोहब्बत #वो_अज़नबी
26549af8863c0a4afbc8c4c7fa5cf00f

Amit Srivastava

ज़िन्दगी से मैंने एक सबक सीखा है
हर रात में मुझे एक दाग दिखा है
बहुत समझाया मैंने खुद को अब तलक़
मेरे चाँद के सामने सारा जहाँ फीका है

वो नूर जो आस पास है मेरे इन दिनों
उस मालिक के रेहमत सलिका है
मैं खुद में और वो मुझमे है हमेशा
ज़िन्दगी से बस मैंने यही सबक सीखा है #मेरी_कलम_से
26549af8863c0a4afbc8c4c7fa5cf00f

Amit Srivastava

मुझे उस जगह ले चलो
जहाँ राम ने मर्यादा पायी
स्वयं वन में पथचर रहकर
एक नयी अयोध्या सजायी

मुझे दे दो एक अन्श राम का
जो हर हृदय का बासी है
न देना जगत के वैभव सौंदर्य
वो कण ही मेरा काशी है #आशा #विश्वास #आग्रह
26549af8863c0a4afbc8c4c7fa5cf00f

Amit Srivastava

कुछ रिश्ते बेनाम रहे तो अच्छा है
नजरों में कुछ पैगाम रहे तो अच्छा है

सुना है यहाँ मंजिल के बाद भी नहीं मिलता चैन 
हम ताउम्र बेराग रहे तो अच्छा है

बहुत मशहूर हुए कुछ दुनिया ने भी किया
मरने तक बदनाम रहे तो अच्छा है #ज़िन्दगी #फलसफा
26549af8863c0a4afbc8c4c7fa5cf00f

Amit Srivastava

ये सच है कि औरों की तरह बहुत कुछ पाया नहीं मैंने

पर खुद गिरता संभालता रहा किसी को गिराया नहीं मैंने

हसरतें सब पूरी हो जाए ये मुमकिन नहीं यहाँ इस जहाँ में

इंसान को बस इंसान रहने दिया किसी को खुदा बनाया नहीं मैंने

2 Love

26549af8863c0a4afbc8c4c7fa5cf00f

Amit Srivastava

दूर तक छाए थे बादल और कहीं कोई साया न था 
इस तरह बरसात का मौसम अब की कभी आया न था
रोज़ धुंधला सा जो दिखता था एक अक्स सा कोई
बहुत बेचैन रहा दिल इन दिनों कोई सुकून पाया न था

✍अमित #बादल #बरिश #ज़िन्दगी


About Nojoto   |   Team Nojoto   |   Contact Us
Creator Monetization   |   Creator Academy   |  Get Famous & Awards   |   Leaderboard
Terms & Conditions  |  Privacy Policy   |  Purchase & Payment Policy   |  Guidelines   |  DMCA Policy   |  Directory   |  Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited

Follow us on social media:

For Best Experience, Download Nojoto

Home
Explore
Events
Notification
Profile