Nojoto: Largest Storytelling Platform
rudranshushukla5773
  • 66Stories
  • 345Followers
  • 637Love
    280Views

Rudranshu shukla

कि इश्क शाख पे बैठा वो उल्लू हूं, जो देर रात तक कभी जागा करता है।। रूद्र*

https://www.instagram.com/merudranshu/

  • Popular
  • Latest
  • Video
284dd8fcc69ca8cf28284bffa63aeee3

Rudranshu shukla

284dd8fcc69ca8cf28284bffa63aeee3

Rudranshu shukla

#No_caption #Nozoto
284dd8fcc69ca8cf28284bffa63aeee3

Rudranshu shukla

284dd8fcc69ca8cf28284bffa63aeee3

Rudranshu shukla

मुझपे तू अपनी बाते जाया न कर, 
शिकवा है! गिला है! बताया न कर । 
लोग तो हाथो मे खंजर लिए फिरते है , 
बे वजह किसी को गले लगाया न कर।। 

ख्वाब  देखाकर आईने मे बैठकर , 
बे वजह पत्थर चलाया न कर। 

लिए जा रहा हूँ मै अपनी मौत का पैगाम फिर भी , 
तू मेरे मरने की आस लगाया न कर। 

मै कब से बैठा हु तम्मनाओ के शहर मे, 
मुझे चलता फिरता बुत बनाया न कर।। 
रुद्र

©Rudranshu shukla #rain
284dd8fcc69ca8cf28284bffa63aeee3

Rudranshu shukla

इस बात का इल्म क्या है तुझे। 
जब वो खुद ही सवरकर महफ़िल मे जाने लगे है।।

©Rudranshu shukla #nojoto#love

#Light
284dd8fcc69ca8cf28284bffa63aeee3

Rudranshu shukla

मिरे ख्वाब मुझे सताने लगे है, 
अब वो मंजर जहेंन मे क्यू आने लगे है। 
वो रास्ता फिर से तकलीफ़ देता है, 
न जाने हम क्यू उसी रास्ते पे जाने लगे है।।

©Rudranshu shukla #nojohindi #Shayar #shayri #Pyar #Like #follow #love❤ 

#Light
284dd8fcc69ca8cf28284bffa63aeee3

Rudranshu shukla

बे जुबान था, अब कुछ कहना सीख गया। 
मै अकेला हू, फिर भी खुद से जीत गया।।

©Rudranshu shukla #Love #pyaar #Shaayari 

#droplets
284dd8fcc69ca8cf28284bffa63aeee3

Rudranshu shukla

#Love #Love_a_mental_disease 

#lovebeat
284dd8fcc69ca8cf28284bffa63aeee3

Rudranshu shukla

खैर अब क्या कहना है,
उनका ही तो सारा कहना है।
मेरे कमरे मै अंधेरे का सैलाब है,
तू मेरे लिए फिर भी एक गहना है।।

©Rudranshu Shukla (adhuree_kalam) #poem #Shayar #shabd #Pyar #pyar_ke_alfaz 

#stairs
284dd8fcc69ca8cf28284bffa63aeee3

Rudranshu shukla

उनका यू मुस्कुराना अखर रहा था 
उनकी बात से मै सिहर रहा था
होटों पे उनके एक अजीब सी मुस्कान थी
शायद अब वो मुझसे बिछड़ रहा था

कुछ राज वो दिल में दबा के रखा था 
दिखता वो की एकदम सच्चा था
उसकी आवाज भी बडी बदली हुई थी
शायद उसके जहेन ने मेरे लिए कुछ रखा था।।

पलट पलट के यू देख रही थी
माना साम का टूटा हुआ घर था
अब तो वैसे भी मै मुतमईन हूं
अब उसके जाने का मुझे भी गम नहीं था।।

वो चाहती थी ये रोक लेे मुझको 
पर मेरे गुरूर को ये वाजिब नहीं था
थोड़े से हम भी गमगीन हुए थे
पर उसके लिए रूद्र यही अच्छा था ।।
                         रूद्र - #feather
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile