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blackcigarette8199
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BlAcK CiGaReTtE

lyricist

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BlAcK CiGaReTtE

#OpenPoetry मेरे हमदम मेरे दोस्त मैं 
फिर से तेरा होना चाहता हूं 
ये जुदाई जो अभी दरिया है
इसे समंदर होने से पहले मैं फिर से तेरा होना चाहता हूं।

ये शबें,
जो ज़ुल्मतों का दामन अभी छू न पाई पाई हैं,
ये आँसू,
जो आंखों की मेहराब में अभी पिघला नहीं
ये यादें
जो तन्हाईयों के पैकर में अभी ढल ना पाई हैं
अभी तो सब कुछ महरूम है मुकाम से अपने।

अभी ख़्वाबों की जुगनू झिलमिलाते हैं
अभी हसरतों की तितलियां बैठी हैं
अभी मुस्कान के कँवल खिले हैं
अभी वस्ल की बात में तलातुम है
अभी लम्हों में रूमानियत ठहरी है
अभी लम्स तेरा शादाबी है
अभी मसर्रतें बेतरतीब नहीं
अभी फ़ज़ा में रानाई छाई है
अभी मंज़र में नशात फैला है
अभी हवा में लज़्ज़त बाक़ी है
अभी सदाएं हैं सन्नाटों में
अभी चांदनी मकबूल है
अभी सितारे माकूल हैं
अभी रूह में तेरा हिस्सा है
अभी सांस पे मेरा क़ाबू है
अभी तो ज़िंदगी कुछ ही दूर चली है
मेरे हमदम मेरे दोस्त 
मैं फिर से तेरा होना चाहता हूं।

वो तेरे बदन की ख़ुश्बू
जिससे सरसब्ज़ हुई थीं सांसें मेरी,
वो घनेरी ज़ुल्फ़ों की ओट
जिसमें शफ़क़ देखा था देर तलक,
वो गुदाज़ बांहों की हरारत
जो मेरी रूह में उतरी थी आहिस्ता,
वह तेरे लबों के लम्स का जादू
जो चला था मेरे लबों पे,
वह जंबीं भी तेरी 
जिस पे पैकर था मेरे लबों का,
वो हाथ मेहंदी लगा 
जो गुज़रा था मेरे रुख़्सारों से,
वो हर एक लम्हा
जो तुमसे आगाज़ होता था 
वो दुनिया तेरे संग की फिर से चाहता हूं
मेरे हमदम मेरे दोस्त
मैं फिर से तेरा होना चाहता हूं।

Written by-"NISHANT" #nojotoapp #nojotoshayari #nojotopoetry #nojotomusic
मेरे हमदम मेरे दोस्त मैं 
फिर से तेरा होना चाहता हूं 
ये जुदाई जो अभी दरिया है
इसे समंदर होने से पहले मैं फिर से तेरा होना चाहता हूं।

ये शबें,
जो ज़ुल्मतों का दामन अभी छू न पाई पाई हैं,

#nojotoapp #nojotoshayari #nojotopoetry #nojotomusic मेरे हमदम मेरे दोस्त मैं फिर से तेरा होना चाहता हूं ये जुदाई जो अभी दरिया है इसे समंदर होने से पहले मैं फिर से तेरा होना चाहता हूं। ये शबें, जो ज़ुल्मतों का दामन अभी छू न पाई पाई हैं, #OpenPoetry

4 Love

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BlAcK CiGaReTtE

मालूम नहीं घर से मिरे वो क्या-क्या ले गई,
आख़िर चराग़ों को छोड़कर हवा क्या ले गई,

कि अब रक़ीबों के भी आने लगे ख़त प्यार के,
वो पूछ कर घर का मेरे से पता क्या ले गई,

दो बूंद थी नोक-ए-ख़ार पे शगुफ़्ता सहरा में,
किसको ख़बर उसमें से भी ये घटा क्या ले गई,

ना था दर-ए-दिल खुला न फूल था कोई खिला,
फिर पास से सांसों की तेरी सबा क्या ले गई,

वो चांँदनी कल ज़ुल्फों से देर तक लिपटी रही,
वो नील गुलाब की ख़ातिर बता क्या ले गई,

Written by-"NISHANT" #nojotopoetry #nojotomusic #nojotoghazal #nojotoquotes #nojotostories #nazam #khayaal
मालूम नहीं घर से मिरे वो क्या-क्या ले गई,
आख़िर चराग़ों को छोड़कर हवा क्या ले गई,

कि अब रक़ीबों के भी आने लगे ख़त प्यार के,
वो पूछ कर घर का मेरे से पता क्या ले गई,

दो बूंद थी नोक-ए-ख़ार पे शगुफ़्ता सहरा में,

#nojotopoetry #nojotomusic #nojotoghazal s #Nojotostories #nazam #Khayaal मालूम नहीं घर से मिरे वो क्या-क्या ले गई, आख़िर चराग़ों को छोड़कर हवा क्या ले गई, कि अब रक़ीबों के भी आने लगे ख़त प्यार के, वो पूछ कर घर का मेरे से पता क्या ले गई, दो बूंद थी नोक-ए-ख़ार पे शगुफ़्ता सहरा में, #nojotoquotes

5 Love

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BlAcK CiGaReTtE

#DearZindagi NAZM~"पहले"
...........................
पहले तुम्हारी ज़ुल्फों से जब हवा
उलझते हुये सरसब्ज़ होती थी
तो कितनी लरजती थीं तुम्हारी ज़ुल्फें,
पहले जब हवा
तुम्हारी कानों की बालियों पे
अपने हाथों की दो उँगलियों से
ठक करके गुज़रती थी
तो एक झनक उठती थी तुम्हारे काँधे से टकराकर,
तुम्हारे बिन्दिए के इर्द गिर्द घुमती हुयी हवा
एक भँवर भी तो बनाती थी पहले,
रेत पर पानी की तरह
एक हया जब फैलती थी तुम्हारे चेहरे पर
तो ये नरगिसी आँखे तुम्हारी
नीमबाज़ हो जाती थीं,
जब तुम्हारे लबों से निकलते थे लफ़्ज़ों के तिनके
तो कितने सारे परिंदे उड़ते हुये आते थे
और हवा में ही हवाओं से झपट लेते थे वो सब तिनके,
एक मुस्कान जो तुम्हारे होठों की डोरियों को
रह रह कर खींचती छोड़ती रहती थी
क्या आज भी वो ऐसा करती है?

क्या आज भी वो सब होता है
जो पहले हुआ करता था

Written by-"NISHANT" #nojotomusic #nojotostories #nojotoshayari #nojotopoetry #nojotoquotes #ghazal #nazm
NAZM~"पहले"
...........................
पहले तुम्हारी ज़ुल्फों से जब हवा
उलझते हुये सरसब्ज़ होती थी
तो कितनी लरजती थीं तुम्हारी ज़ुल्फें,
पहले जब हवा
तुम्हारी कानों की बालियों पे

#nojotomusic #Nojotostories #nojotoshayari #nojotopoetry s #ghazal #nazm NAZM~"पहले" ........................... पहले तुम्हारी ज़ुल्फों से जब हवा उलझते हुये सरसब्ज़ होती थी तो कितनी लरजती थीं तुम्हारी ज़ुल्फें, पहले जब हवा तुम्हारी कानों की बालियों पे #DearZindagi #nojotoquotes

5 Love

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BlAcK CiGaReTtE

#DearZindagi Nazm-"उचटी नींदें"

एक वो भी दौर था
जिसमें सिर्फ़ तुम ही तुम थे,
एक ये भी दौर है
जिसमें बस मैं ही मैं हूँ।

निचोड़ती रहती हैं तन्हाईयाँ दिन के लिबास से भीगी हुयी यादें,
टप टप गिरती रहती है पलकों पे पिघली हुयी मोम की तरह,
आँखें जलती रहती हैं दोनों आफ़ताब की मानिंद।
ये ज़र्द बदन खिंचते खिंचते साँसें
जल उठती हैं तश्नगी की आग में,
रात की सरहद तक जाते जाते रूहें 
बिखर जाती हैं फ़ज़ा में ख़ुश्बू की तरह,
जिस्म फूल की तरह
शब की शाख़ पे पड़े
हिलता रहता है सहर तक।
आँखों से निकलती रहती हैं रात भर चटखी हुयी आवाज़ें
रात भर टाँकता रहता हूँ नींदों को सलवटो में,
कोई सफ़्हा नहीं पलटता किसी ख़्वाब का।

कल तुम ही तुम थे
आज मैं ही मैं हूँ
एक वो भी दौर था
एक ये भी दौर है।

Written by-"NISHANT" #nojotopoetry #nojotomusic #nojotoshayari #nojotoquotes #nojotoghazal #nojotostories #nojotofunny
Nazm-"उचटी नींदें"

एक वो भी दौर था
जिसमें सिर्फ़ तुम ही तुम थे,
एक ये भी दौर है
जिसमें बस मैं ही मैं हूँ।

#nojotopoetry #nojotomusic #nojotoshayari s #nojotoghazal #Nojotostories #nojotofunny Nazm-"उचटी नींदें" एक वो भी दौर था जिसमें सिर्फ़ तुम ही तुम थे, एक ये भी दौर है जिसमें बस मैं ही मैं हूँ। #DearZindagi #nojotoquotes

5 Love

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BlAcK CiGaReTtE

#DearZindagi NAZM -"कमीनी साँसें"

ये मुसलसल चलती हुयी साँसें
क़तरा क़तरा
दिन रात का जमा करके
उम्र का एक लम्बा पहाड़ बनाती हैं।

हम सब इसी पहाड़ के पेड़ हैं
देवदार और सनोबर के।
सदियों से आँखों मे धूप भरते भरते
धीरे-धीरे बड़े होते हैं।

जब हम पलकों पे बर्फ़ लिये
ओस भरी नज़रों से
दूर किसी गिरते हुए झरने को देख रहे होते
   हैं,
या जब रात की टिमटिमाती हुयी
गहराईयों के सन्नाटों में खोये हुये होते हैं,
तब उस वक़्त साँसें काट रही होती हैं हमारी जड़ों को।
साँसें पैदाइशी कमीनी हैं।
ये हमें पालने के साथ-साथ
हमें काट भी रही हैं।
 
एक मुकाम पर
अपने ही बनाये पहाड़ पर
अपने ही पेड़ को काट कर गिराती हैं ये साँसें।
साँसें पैदाईशी कमीनी होती हैं।

Written by-"NISHANT" #nojotopoetry #nojotomusic #nojotoshayari #nojotoquotes #nojotoghazal
NAZM -"कमीनी साँसें"

ये मुसलसल चलती हुयी साँसें
क़तरा क़तरा
दिन रात का जमा करके
उम्र का एक लम्बा पहाड़ बनाती हैं।

#nojotopoetry #nojotomusic #nojotoshayari s #nojotoghazal NAZM -"कमीनी साँसें" ये मुसलसल चलती हुयी साँसें क़तरा क़तरा दिन रात का जमा करके उम्र का एक लम्बा पहाड़ बनाती हैं। #DearZindagi #nojotoquotes

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BlAcK CiGaReTtE

#DearZindagi       NAZM--      
            तुम याद आ जाते हो,
दौड़ते,भीगते,हाँफते हुये
वो गुलमोहर की शोख शाख़
जिसकी छाँव में जिसकी गोद में
लेते थे पनाह हम दोनों
जब भी भीगती है बारिश में
वो गुलमोहर की शोख शाख़
                           तुम याद आ जाते हो,
वो लाल जूना एक दरवाज़ा
जिसकी ओट में जाने जानाँ
छुप जाते थे तुम बचपन में
अब मेंहदी तोड़ने के बहाने
जाता हूँ तुम्हारे आँगन में
जब भी देखता हूँ वो दरवाज़ा
                              तुम याद आ जाते हो,
अपने दिन का सारा वक़्त
जब नॉवेल पढ़ के काटती थी
सफ़्हे पलटने की आवाज़ें
मुझको सुनाई देती थीं
अब जब भी तुम्हारे नॉवेल के
सफ़्हे हवा पलटती है
                              तुम याद आ जाते हो,
रात को सोने से पहले
जब नींद से जंग फ़र्माते हैं
जब शीशे की खिड़की से
चाँद को तकने जाते हैं,
याद करने को मेरा
जब अहबाब कोई न होता है
                             तुम याद आ जाते हो,

Written by-"NISHANT" #nojotopoetry #nojotoshayari #nojotomusic #nojotoquotes #nojotoghazal #nazm #yaade
NAZM--      
            तुम याद आ जाते हो,
दौड़ते,भीगते,हाँफते हुये
वो गुलमोहर की शोख शाख़
जिसकी छाँव में जिसकी गोद में
लेते थे पनाह हम दोनों
जब भी भीगती है बारिश में

#nojotopoetry #nojotoshayari #nojotomusic s #nojotoghazal #nazm #yaade NAZM-- तुम याद आ जाते हो, दौड़ते,भीगते,हाँफते हुये वो गुलमोहर की शोख शाख़ जिसकी छाँव में जिसकी गोद में लेते थे पनाह हम दोनों जब भी भीगती है बारिश में #DearZindagi #nojotoquotes

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BlAcK CiGaReTtE

#DearZindagi GHAZAL
चल रही है हवा सनन सन
कर रही है फ़ज़ा सनन सन,

जग रही है माँ लग रहा है
आ रही है दुआ सनन सन

ढ़ल गई शाम याद की अब
छा रही है घटा सनन सन,

जल रहा है उदास कोई
आ रही है सदा सनन सन,

चाँदनी चाँद संग हो कर
दे रही है सज़ा सनम सन,

Written by-"NISHANT" #nojotopoetry #nojotoshayari #nojotoquotes #nojotostories #nojotomusic #nojotoghazal
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BlAcK CiGaReTtE

#DearZindagi कोई हर शाम दश्त विराँ से,
लब को अपने परवाज़ देता है,

इक टूटा शख़्स टूटे शख़्स को,
टूट कर के आवाज़ देता है।

*********************

"NISHANT" #nojotopoetry #nojotoshayari #nojotomusic #nojotoquotes #nojotostories #nojotonazm
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BlAcK CiGaReTtE

आंखें तेरी चढ़ी चढ़ी सी ये,
शब भर पलकों पे क्या उठाती हो,

ज़िंदगी से तिरी दफ़ा हूं मैं,
आंखें किसके लिए फिर जगाती हो।
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"NISHANT" #nojotopoetry #nojotomusic #nojotoshayari #nojotoquotes #nojotostories #ghazal
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BlAcK CiGaReTtE

#DearZindagi और क्या है मिरे जीने के लिए
इक तिरे ख़्वाबों का सहारा है,

लम्हे जैसे भी थे बिना तेरे,
जैसे तैसे उन्हें गुज़ारा है,

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                                     "NISHANT" #nojotoshayari #nojotopoetry #nojotoquotes #nojotomusic #nojotoghazal #nazm
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