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postsirdongargar3249
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SANJAY KUMAR

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SANJAY KUMAR

White क्यूं ये दिन भी, एक रात सी गुजर रही है |
ना जानूं वो क्या बात है, जो हर बात से गुजर रही है ||

©SANJAY KUMAR
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SANJAY KUMAR

हमको उन से वफ़ा की उम्मीद थी 
वो मोहब्बत-ए अंदाज बदल रहे हैं 
कायल थे जिनके सादगी पे 
वो अपना किरदार बदल रहे है
तलाश पूरी हुई होगी नए हमराही की
उनका गैरों के लिए सजना-संवरना
बता रही है 
वो अपना यार बदल रहे हैं ||

©SANJAY KUMAR #Thoughts

Thoughts #Shayari

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SANJAY KUMAR

तुमने कहा था साथ चलने को, 
मैं आज भी उसी मोड़ पे राह देखता हूं 
तुमने सिर्फ जमीं कहा था, मैं आसमां देखता हूं|

©SANJAY KUMAR #kinaara
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SANJAY KUMAR

Shree Ram हर जगह तेरा इंतज़ार है आज भी 
सारी दुनियां से इज़हार है आज भी |
एजाज रखता हूं किसी दिन मिलाप का 
तुमसे मोहब्बत ए-गुलज़ार है आज भी ||

©SANJAY KUMAR
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SANJAY KUMAR

भूला गया था, थोड़ा मैं मजबूर हुआ हूं |
तेरे शहर से कुछ इस तरह से दूर हुआ हूं ||

©SANJAY KUMAR #GoldenHour
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SANJAY KUMAR

हालत है ये है,
अब मुलाक़ात मुनासिब नहीं  |
कसूर ये,
कि इज़हार कर बैठे ||

©SANJAY KUMAR #tootadil
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SANJAY KUMAR

वक्त का शब्ब पूछिए हमसे 
बेवजह किसी का इंतज़ार कर बैठे हैं |
कोई दिल लगाना चाहता है हमसे
और हम किसी और से इकरार कर बैठे हैं ||

©SANJAY KUMAR #solitary
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SANJAY KUMAR

कहानी इतनी सी है,
की ज़माने के भीड़ में भी वो नज़र आए हमें,
सिर पर दुपट्टा और माथे पर काली बिंदी 
किरदार पुराना ही सही पर पसंद आए हमें ||

©SANJAY KUMAR
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SANJAY KUMAR

याद देकर वो मुझे अपनी,
हमारी निंदे चुरा रहे हैं |
उसकी एक छुपी जिंदगी तबाह कर न दे
बैरी सितम दिए बिना ही रुला रहे हैं ||

©SANJAY KUMAR #alone
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SANJAY KUMAR

आदत बिगड़ी है चाह सबकी कर रहा हूं
धन और ज्ञान का साधन शेख, 
जिंदगी की हर बड़ी मुसीबत से लड़ रहा हूं 
अब रातों को आंखों से नींद उड़ने लगी है,
सपने देखने की उम्र में हकीकत देख रहा हूँ
मैं जानता हूं असफ़लता अंत नहीं पर 
मजबूरी और ख़ामोशियाँ लिये सितम सह रहा हूं ||

©SANJAY KUMAR #udas
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