मरना तो हमे भी हैं,एक दिन मर जायेंगे।।
इतने आसानी से थोड़े न जायेंगे।।
मौत आयेगी तो करेंगे,दो-दो हाथ,
जीत गये तो जीत गये,नही तो हार जायेंगे।।
-@ कवि प्रेमसागर
7488630714
#pyaarimaa#शायरी
कवि प्रेमसागर
अब कितना खोयेंगे, इस जिमेवारी के लिए।।
आँख जल रही हैं, ज़िंदगी जलाने के लिए।।
खो चुके हैं, दोस्तो की महफ़िल और अपनों का प्यार
काश कोई कासा मिलता,जिंदगी बचाने के लिए।।
-@कवि प्रेमसागर
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#fourlinepoetry#कविता
कवि प्रेमसागर
#inspirational
बेवजह क्यों लड़ जाते है हम।।
रिश्तों की अहमियत भूल जाते है हम।।
तक्सीरे होती है आपसी रंजिसो की
समझ आये तक्सीरे,तब तक बदल जाते है हम।।
-@कवि प्रेमसागर
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#kavipremsagar
कवि प्रेमसागर
कुछ सपनो के सौदा कर आये है।।
शाख ना मिली,तभी जमी पर आये है।।
जिस रास्ते पर चले जा रहे हो तुम
उन रास्तो पर ,कदमो के निशा छोड़ आये है।।
2)कदमो की चुभन चलने नही देती।।
जख्मों से पाई निजात,रोने नही देती।।
उम्र में छोटे थे,बड़ी थी जिम्मेवारियां
कवि प्रेमसागर
कदमो की चुभन चलने नही देती।।
जख्मों से पाई निजात,रोने नही देती।।
उम्र में छोटे थे,बड़ी थी जिम्मेवारियां
कँधों पर आई जिम्मेवारी,अब सोने नही देती।।
-@कवि प्रेमसागर
कवि प्रेमसागर
बिचलित मन है,टूटे ख्वाब है।
लोगो मे नही दिखती अब आब है।।
आँखों के पानी सूखे पड़े है।
फिर कैसे चट्टानों से खड़े है।।
मजबूरी है घर आने की।
नही दर्द पैरो के छाले की।।
कवि प्रेमसागर
मानव,मानव होने का हक खो दिया।।
दुःख, पीड़ा और संघर्ष से आत्मा भी रो दिया।।
झुलस चुकी है आशाएं अब,याद रहे
मानवता की आड़ में,ये कैसा जहर बो दिया।।
-@कवि प्रेमसागर
कवि प्रेमसागर
कोरोना से सम्बंधित कविता का आंनद ले।।सुनकर अपना मत ज़रूर दे।। #Life_experience
कवि प्रेमसागर
आपलोगो के लिए विशेष मुक्तक।।सुने सुनकर अपना, प्यार,दुलार साथ एवं सहयोग ज़रूर दे।।