Nojoto: Largest Storytelling Platform
  • Popular
  • Latest
  • Video
369a9a7474ea16ca883d8e3bee0103ea

Utkarsh Trivedi

World Poetry Day 21 March चलो कल की कुछ राहे बनाते हैं
वर्तमान को गुनगुनाते हैं...
आज अतीत भी सुनाते हैं
पुराने सारे लिबास बदलते हैं
खुद में खुद के लिए मचलते हैं
किसी सिहरन को समझते हैं
किसी तिलिस्म को सिहराते हैं
खेतों पर बन बसन्त लहराते हैं
अब प्राची की रेख सा दिखते हैं
चलो आज कुछ लिखते हैं...!! चलो आज कुछ लिखते हैं

चलो आज कुछ लिखते हैं #poem

369a9a7474ea16ca883d8e3bee0103ea

Utkarsh Trivedi

World Poetry Day 21 March चलो कल की कुछ राहे बनाते हैं
वर्तमान को गुनगुनाते हैं...
आज अतीत भी सुनाते हैं
पुराने सारे लिबास बदलते हैं
खुद में खुद के लिए मचलते हैं
किसी सिहरन को समझते हैं
किसी तिलिस्म को सिहराते हैं
खेतों पर बन बसन्त लहराते हैं
अब प्राची की रेख सा दिखते हैं
चलो आज कुछ लिखते हैं...!! चलो आज कुछ लिखते हैं

चलो आज कुछ लिखते हैं #poem

369a9a7474ea16ca883d8e3bee0103ea

Utkarsh Trivedi

World Poetry Day 21 March  चलो कल की कुछ राहे बनाते हैं
वर्तमान को गुनगुनाते हैं...
आज अतीत भी सुनाते हैं।।
पुराने सारे लिबास बदलते हैं
खुद में खुद के लिए मचलते हैं
किसी सिहरन को समझते हैं।।
किसी तिलिस्म को सिहराते हैं
खेतों पर बन बसन्त लहराते हैं।।
अब प्राची की रेख सा दिखते हैं
चलो आज कुछ लिखते हैं...!! चलो आज कुछ लिखते हैं

चलो आज कुछ लिखते हैं

369a9a7474ea16ca883d8e3bee0103ea

Utkarsh Trivedi

बड़ा कठिन है ज़िन्दगी के वाद को समझना

बड़ा कठिन है ज़िन्दगी के वाद को समझना #poem

369a9a7474ea16ca883d8e3bee0103ea

Utkarsh Trivedi

बड़ा कठिन है ज़िन्दगी के वाद को समझना

बड़ा कठिन है ज़िन्दगी के वाद को समझना #poem

369a9a7474ea16ca883d8e3bee0103ea

Utkarsh Trivedi

 तुम्हारे शहर में मय्यत को कांधा नहीं देता कोई

तुम्हारे शहर में मय्यत को कांधा नहीं देता कोई

369a9a7474ea16ca883d8e3bee0103ea

Utkarsh Trivedi

 जिसने न कभी आराम किया,
विघ्नों में रहकर नाम किया

जिसने न कभी आराम किया, विघ्नों में रहकर नाम किया

369a9a7474ea16ca883d8e3bee0103ea

Utkarsh Trivedi

https://youtu.be/N5Wxd1aR-Q4

Happy Birthday & Happy Anniversary wishes in poetic form

https://youtu.be/N5Wxd1aR-Q4 Happy Birthday & Happy Anniversary wishes in poetic form

369a9a7474ea16ca883d8e3bee0103ea

Utkarsh Trivedi

 तुम्हारा लहज़ा बता रहा है तुम्हारी दौलत नयी-नयी है....!!

तुम्हारा लहज़ा बता रहा है तुम्हारी दौलत नयी-नयी है....!!

369a9a7474ea16ca883d8e3bee0103ea

Utkarsh Trivedi

काश मेरी जिंदगी में सरहद की शाम आए।
ये सांसें भी वतन के काम आएं...
न खौफ है मौत का न आरजू है  स्वर्ग की।
बस शहीदों की चर्चा हो तो मेरा भी नाम आये..., बस शहीदों की चर्चा हो तो मेरा भी नाम आये...,

बस शहीदों की चर्चा हो तो मेरा भी नाम आये...,

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile