हमेशा मेरे दिल में दबा एक शिखवा और शायद एक शिकायत कहीँ, की जितनी मोहब्बत मैंने तुझसे की तू उतने के लायक नहीं। #Shayari
मौसम-ऐ-इश्क़
ना आँखों में शर्म ना ज़हन में डर ज़माने का, लतीफ़ा बनाके रख दिया है मेरे प्यार के फ़साने का,
इस तरह से तबाह करके गए हैं दिल के बाग़ को, के अब तो मैं भी नहीं करता कोई दूसरा गुल खिलाने का। #poem
मौसम-ऐ-इश्क़
Just wanted to layoff the feelings for a while......
Though reality of my life in those lines... मैं जिसे चाहता हूँ, मुझसे वो खो जाता है..... #Music
गीत लिखे भी ऐसे के सुनाये न गए, ज़ख्म यूँ ज़बान पे उतरे के दिखाए न गए,
तेरे ख्वाब जनाज़े हैं मेरी आँखों में, वो जनाज़े जो कभी घर से न उठाये गए। #poem
मौसम-ऐ-इश्क़
अगर सब कुछ मिल जायेगा ज़िन्दगी में तो तमन्ना किसकी करोगे, कुछ अधूरी ख्वाईशें तो ज़िन्दगी जीने का मज़ा देती हैं। #poem
मौसम-ऐ-इश्क़
जितनी भी मोहब्बत की उतनी मोहब्बत नहीं मिली, फायदे को क्या रोइये लागत नहीं मिली,
कातिल मशहूर हो गया क़त्ल करके, हमे शहीद हो कर भी शोहरत नही मिली।
मौसम-ऐ-इश्क़
ज़ख्म भरने लगे हैं पिछली मुलाक़ातों के, फिर मुलाक़ात के आसार नज़र आते हैं,
बस एक बार नज़र पड़ी है उनपर ताबिश, फॉर वही लगातार नज़र आते हैं। #poem
मौसम-ऐ-इश्क़
ये कौन है जो राह में बैठे मुस्कुराते हैं, आते जाते मुसाफिरों को गलत रास्ता बताते हैं,
तेरे लगाये हुए घाव क्यों नही सूखते, मेरे लगाये है पेड़ सूख जाते हैं। #poem