Nojoto: Largest Storytelling Platform
golukrsingh3656
  • 35Stories
  • 313Followers
  • 439Love
    2.2KViews

Golu Kr Singh

Poet

  • Popular
  • Latest
  • Video
36d2b12e5ad0996660194dd01423b961

Golu Kr Singh

Online#poetry

Onlinepoetry #कविता

47 Views

36d2b12e5ad0996660194dd01423b961

Golu Kr Singh

दिल बदनाम हो रहा है
इश्क़ तेरा नाम हो रहा है ।

©Golu Kr Singh #Rose

13 Love

36d2b12e5ad0996660194dd01423b961

Golu Kr Singh

काग़ज़ था दिल 
मोहब्बत लिखा तुमने
एक शाम गले लग कर
किताब सा पढ़ा तुमने

©Golu Kr Singh #Love

9 Love

36d2b12e5ad0996660194dd01423b961

Golu Kr Singh

गलियों से गुजरो गे 
हर लम्हा याद आएगी
ना मौज होगा ना इश्क़ होगा
बंद खिड़कियां नजर आएगी
चलते सफ़र में ठहर जाओगे
रातें लंबी होती जाएगी

©Golu Kr Singh सफ़र
#fog

सफ़र #fog #कविता

13 Love

36d2b12e5ad0996660194dd01423b961

Golu Kr Singh

नज़र तुमसे मिली होगी
चलती हवा रुक गई होगी 
दिल के क़रीब आ
ख़त्म किस्सा हुई होगी ।

©Golu Kr Singh #Love

9 Love

36d2b12e5ad0996660194dd01423b961

Golu Kr Singh

इस दुनिया में
भटकता फिरता हूं दोस्त
खोए हुए मोहब्बत की तलाश में
दर्ज़ थे जिन पन्नों पर मोहब्बत के किस्से
निकल पड़ा हूं  उसे खरीदने
अफ़सोस लेकिन,
कुछ किरदार गायब हैं ।

©Golu Kr Singh #sagarkinare
36d2b12e5ad0996660194dd01423b961

Golu Kr Singh

साधु इश्क़ का ज़हर पिये
जग से नाता छूटे रे 
मन अकेल प्रेम कहे
प्यास लिए तन भटके रे।

धीरे धीरे धुआं उठे 
तन से आग लिपटे  रे
जब नैन से नैन लड़ जावे
जियारा धक-धक धड़के रे ।।

©Golu Kr Singh साधु और प्रेम

#intimacy #Love

साधु और प्रेम #intimacy Love

12 Love

36d2b12e5ad0996660194dd01423b961

Golu Kr Singh

सारे गांव के परिंदे शहर चले गए
गांव एक अदृश्य मंजर बन गया 
बहुत करीब से देखा है परिंदों को
सारे शहर में पिंजरे के मुरीद बन गए ।

©Golu Kr Singh गांव अकेले सोता हैं।
#gaw 
#Night

गांव अकेले सोता हैं। #gaw #Night

11 Love

36d2b12e5ad0996660194dd01423b961

Golu Kr Singh

मृत्यु मृत्यु मृत्यु लिख
मृत्यु  ही तो सत्य है
मृत्यु के ही  गर्भ में
पल रहा जीवन है ।
मृत्यु  आरंभ है
मृत्यु ही तो अंत है
मृत्यु से तू डर रहा 
मृत्यु अमरत्व है ।।

©Golu Kr Singh #AfraidOfDeath
36d2b12e5ad0996660194dd01423b961

Golu Kr Singh

तुमने उगलियों से रेत पर नाम लिखा होगा
फिर हथेलियों से उसे मिटाया होगा 
लहरें बहा कर ले गई होगी यादें
फिर तुम्हे रोना आया होगा ।

©Golu Kr Singh #Love

11 Love

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile