Nojoto: Largest Storytelling Platform
rajatshukla9403
  • 65Stories
  • 1.1KFollowers
  • 1.4KLove
    18.7KViews

Alok sharma

from jnv farukhabad instagram I'd -Aloksharma7756

https://youtube.com/channel/UCYQz3UYT0p7MmXFoL11KSJw

  • Popular
  • Latest
  • Video
3b7ef95a3c59077cbaf4b8bb7f375005

Alok sharma

दुनिया, लोग, ख्वाब, सपने,  अपने, कसमें, वादे, सब है यहां
एक सुकूं की तलाश में कुछ विछड़ता गया कुछ मिलता गया ।।

©Alok sharma
  #traintrack
3b7ef95a3c59077cbaf4b8bb7f375005

Alok sharma


दो हाथ मिले तो योग हुआ। 
दो लोग मिले तो जोग हुआ।
दो मन मिले तो अर्थ हुआ।।
और जो न मिले तो सब व्यर्थ हुआ।।।

©Alok sharma
  #mohabbat
3b7ef95a3c59077cbaf4b8bb7f375005

Alok sharma

 काश तुम्हारे पास कुछ कहने को होता
खुद का जिक्र करने का एहसास होता।
हम तो हर लफ्ज़ में तुम्हारे ही दिखते
अफसोस कोई लफ्ज़ कहने वाला होता।।

©Alok sharma
  #PhisaltaSamay
3b7ef95a3c59077cbaf4b8bb7f375005

Alok sharma



वो जो बडी तारीफ करते थे
रहते थे कहीं किराये के मकां में

©Alok sharma
  #DiyaSalaai
3b7ef95a3c59077cbaf4b8bb7f375005

Alok sharma

साथ छूटा जो अपनो का फिर 
महफ़िल से हम बेगाने हुए ।।  
इस कदर आहिस्ता आहिस्ता फिर
नशे में हम मयखाने हुए।।
मुड़ कर न हमने देखा कभी फिर 
इस राह से हम अनजाने हुए ।।
वक्त की खान में तराशा गया फिर 
चमक ऐसी उठी के सब दिवाने हुए ।।

©Alok sharma #UskeHaath # sayari

#UskeHaath # sayari

54 Views

3b7ef95a3c59077cbaf4b8bb7f375005

Alok sharma

मैं खत कभी उसको आख़िरी लिख न सका ।
ऐसा नहीं है कि कोशिशें नहीं की ,
हां कोशिशें की मगर कभी आखिरी न कर सका।
मैं प्रेम की हर दहलीज पार कर तो गया,
अफसोस इतना सा है कि आख़िरी न कर सका।
मैं पलटता रहा जिंदगी की किताब को
शर्त थी आख़िरी पेज, उसका दीदार भी आखिरी न कर सका।।

©Alok sharma
  #kitaab
3b7ef95a3c59077cbaf4b8bb7f375005

Alok sharma

मैं पेन और कागज का टुकड़ा न पकड़ूं ,
और कई ख्वाब नजरों से लिख दूं।
लोग मुझे देखे और पढ़के चले जाए ,
इस कदर मोहब्बत का नया आयाम लिख दूं।।

©Alok sharma
  #Dhund
3b7ef95a3c59077cbaf4b8bb7f375005

Alok sharma

0 Bookings

3b7ef95a3c59077cbaf4b8bb7f375005

Alok sharma

अभाव में प्रभाव है।

©Alok sharma # vichaar

# vichaar #Quotes

11 Love

3b7ef95a3c59077cbaf4b8bb7f375005

Alok sharma

किसी शाम को सवेरा होता देख लूंगा मैं,
किसी शायर के पन्नों को पलट कर देख लूंगा मैं।

वो जो ख्वाब है जिसे मेरी मां ने दिखाया है ,
उसे सच करने की खातिर और जाग लूंगा मैं।

तुम्हें तकलीफ है मेरे होने ना होने से,
उन्ही तकलीफों के सहारे मंजिल देख लूंगा मैं।

मेरी हर शाम को मैं जश्न में बदल दूंगा,
इसी संघर्ष की कहानी धीरे-धीरे लिख रहा हूं मैं।।

©Alok sharma gazal 

#Friend

gazal #Friend

10 Love

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile