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preetikarn2391
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Preeti Karn

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Preeti Karn

पुलकित नैनो के सुमन, अधर खिले मुस्कान|
चंचलता चित  में बसी, मृदुता  लिखती गान|

रंगों की सुरभित कथा, सुनकर विहंसे फूल |
थोड़ा थोड़ा बांट लें  , अपने हित अनुकूल  |

भांति भांति के पुष्प सब, मौसम के  वशीभूत|
 बेला जूही केतकी,  फूले नहीं अकूत|

शीत खिलाये बाग वन , चहुदिस पीली  रीत|
सरसों  के मन बज रहा, फिर से सुंदर गीत|

धूप छिटकती दोपहर, इतराती नित भोर|
 ओस टपकती रात भर, हवा मचाती शोर|

 लाल गुलाबी बैंगनी, पीले हरे सफेद|
 सजे दुशालों  में सभी, भूले मन के भेद|

©Preeti Karn #Flower #Dohe_In_Hindi 
#winterseason
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Preeti Karn

जीवन के दो रंग
कहां चलते हैं संग संग!

  लाज़िमी  है ठहर जाना मेरा  ।।


                प्रीति

            #सुख दुःख # समन्वय
#yqdidi #triveni

#सुख दुःख # समन्वय #yqdidi #Triveni

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Preeti Karn

ढूंढना आसां नहीं होगा!
बूंद थी  मिट्टी में घुल गयी हूं !!

बिन मौसम  भी बरसात  हुआ  करती है।

                     प्रीति #अस्तित्व  
#yqdidi # Triveni
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Preeti Karn

अश्रु अभ्यागत बने
याचना अनुरक्त है
  धैर्य  संयम   खो रहा अब
सलिल हृदय  क्यों  मौन है।।

                        प्रीति
     #निशीथ: अर्द्ध रात्रि
#अनुताप: पश्चाताप, खेद
#सलिल: जल
#अभ्यागत: अतिथि
#yqdidi #yqhindiquotes

#निशीथ: अर्द्ध रात्रि #अनुताप: पश्चाताप, खेद #सलिल: जल #अभ्यागत: अतिथि #yqdidi #yqhindiquotes

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Preeti Karn

भीड़ में होकर भी भीड़ का होना क्यों है
थोड़ी सी रह   गयी  .. उसे खोना क्यों है!!

                      प्रीति

         # खुद की ख़ातिर खुद को बचाना भी इल्म होता है....
#yqdidi #yqdidiquotes

# खुद की ख़ातिर खुद को बचाना भी इल्म होता है.... #yqdidi #yqdidiquotes

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Preeti Karn

घुप्प अंधेरों में   अधनींदे

हाथों से टटोलकर...

राह ढूंढते....

इक इक  नपे तुले कदमों का....

सहसा किसी दीवार से टकरा जाना!!!!!!

नींद की परतें उधेर जाता  है......

अनजानी राहों के ठोकर....

झकझोर जाते हैं अंतर्मन ....!!!

         प्रीति

           


 आधी नींद में ही चलते हैं.....
होश खोकर ही होश आता है....

#अधनींद #ठोकरें 
#yqdidi #yqhindiquotes

आधी नींद में ही चलते हैं..... होश खोकर ही होश आता है.... #अधनींद #ठोकरें #yqdidi #yqhindiquotes

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Preeti Karn

आवाऱगी  अभ्र  सी  मचलती  दिल में
ये अलग बात है दरिया सी रवानी ही दिखाई मैंने !
               प्रीति #sofistication 
#yqdidi#yqhindiurdu   
अभ्र: बादल

#sofistication #yqdidi#yqhindiurdu अभ्र: बादल

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Preeti Karn

अब मेरे नाम से मुझको भी बुलाए कोई
मेरी पहचान ....खोने से बचाए कोई !!
  
                       प्रीति #पहचान
#yqdidi  #yqhindi
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Preeti Karn


सूखते सर कूप वापी
जलचरी कुंठित विकल है
प्राण अवगुंठित हृदय में
पीयूष रस छलकाओ तुम
झिहिर बरसो मेघ  निर्झर
अज्ञातवास शेष छोड़ आ जाओ तुम।

त्योरियां माथे चढ़ी हैं
वेदना अति व्याप्त जीवन
बीज नभ  के द्वार ताके
कृषक मन हर्षाओ अब तुम
झिहिर बदरा बूंद बरसो
अज्ञातवास शेष छोड़ आ जाओ तुम !

             प्रीति #मेघ बरसो (दूसरी किश्त)
#yqhindi #yqhindikavtia 
सर: तालाब , कूप : कुआं, वापी: छोटे जलाशय  , जलचरी: मछली , पीयूष: अमृत , अवगुंठित:। चारों ओर से घिरा हुआ। अज्ञातवास :  गुप्तवास

#मेघ बरसो (दूसरी किश्त) #yqhindi #yqhindikavtia सर: तालाब , कूप : कुआं, वापी: छोटे जलाशय , जलचरी: मछली , पीयूष: अमृत , अवगुंठित:। चारों ओर से घिरा हुआ। अज्ञातवास : गुप्तवास

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Preeti Karn

ताने उलाहने बहुत हुए
आकुल व्याकुल विटप वृंद की
प्यास तृप्त कर  जाओ तुम‌ !
खग विहंग  के आर्तनाद से
द्रवित हृदय दिखलाओ तुम  !
मेघ बरसो बूंदें झर झर
अज्ञातवास  शेष छोड़ अब आओ तुम।

मौन हैं सब भाव मन के
शुष्कता  अति व्याप्त है
धरा के संघर्षों की सीमाएं 
कुछ बतलाओ तुम !!
मेघ बरसो बूंदें  निर्झर
अज्ञातवास शेष छोड़ अब आओ तुम।।

                      प्रीति

 #मेघ बरसो
#yqdidi #yqhindi 
#yqhindikavtia
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