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prakashjha2842
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prakash Jha

दर्द सहकर कभी न किसी से कोई गिला किया, जब कभी तेरी याद आई तो तन्हाई में रो लिया।

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prakash Jha

आरज़ू है कि उनसे मिलूँ, पर वो ना मिले तो मैं क्या करूँ
जिसे समझा मैं अपना नसीब वही दे दग़ा तो मैं क्या करूँ

एक रात की थी जुस्तजू, वो मिले मुझसे ऐसे हुबहू
मुझे क़फ़स में बिठा कर के वो चले गए तो मैं क्या करूँ

मशहूर वो तो बहुत हुए, मूझे छोड़ कर जब वो गए
जो ज़ख्म मैंने सी लिया वही दरक जाए तो मैं क्या करूँ

पैबस्त इतनी सी उनसे है मेरी, की उनसे कुछ न कह सकूँ
वही वस्ल है वही हिज़्र है वही अज़ाब है तो मैं क्या करूँ

वो अज़ीज़ मिरे इतने हुए की, वो हमसे ज़रा दूर-दूर ही रहें
जो बना था हमसफ़र मिरा वही भूल जाए तो मैं क्या करूँ

इज़्तिराब इतनी बढ़ गई, कि मैं न जी सकूँ न मैं मर सकूँ
मिरी अज़ीब सी है ये दास्तां कोई ना सुने तो मैं क्या करूँ

©prakash Jha आरज़ू है कि उनसे मिलूँ, पर वो ना मिले तो मैं क्या करूँ
जिसे समझा मैं अपना नसीब वही दे दग़ा तो मैं क्या करूँ

एक रात की थी जुस्तजू, वो मिले मुझसे ऐसे हुबहू
मुझे क़फ़स में बिठा कर के वो चले गए तो मैं क्या करूँ

मशहूर वो तो बहुत हुए, मूझे छोड़ कर जब वो गए
जो ज़ख्म मैंने सी लिया वही दरक जाए तो मैं क्या करूँ

आरज़ू है कि उनसे मिलूँ, पर वो ना मिले तो मैं क्या करूँ जिसे समझा मैं अपना नसीब वही दे दग़ा तो मैं क्या करूँ एक रात की थी जुस्तजू, वो मिले मुझसे ऐसे हुबहू मुझे क़फ़स में बिठा कर के वो चले गए तो मैं क्या करूँ मशहूर वो तो बहुत हुए, मूझे छोड़ कर जब वो गए जो ज़ख्म मैंने सी लिया वही दरक जाए तो मैं क्या करूँ #Life #शायरी #prakashjha #prakashjha_shayri #prakash_jha #prakashjha_gazal

12 Love

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prakash Jha

दर्द मिले या फिर ग़म, हम सह लेंगे
ये तन्हाई का आलम, हम सह लेंगे

दूर  तुम  मुझ से खुश हो! अच्छा है
ये  दूरी  तो मरते दम, हम सह लेंगे

लौट  रहे  हो गुलिस्ताँ से  आ जाओ
लौटने बाले तेरे सितम, हम सह लेंगे

वादा  कर के भूलने बाले भूल गए हैं
भूलने बाले तेरी कसम, हम सह लेंगे

मेरी कश्ती  कब डूबी ये  मालूम नहीं
मेरे दिल पर छाई मातम,हम सह लेंगे

बारी-बारी  सबने  ज़ख्म  कुरेदे हैं मेरे
मेरे ज़ख्म लगते हैं कम, हम सह लेंगे

©prakash Jha दर्द मिले या फिर ग़म, हम सह लेंगे
ये तन्हाई का आलम,  हम सह लेंगे

दूर  तुम  मुझ से खुश हो! अच्छा है
ये  दूरी  तो  मरते  दम, हम सह लेंगे

लौट  रहे  हो गुलिस्ताँ  से आ जाओ
लौटने बाले तेरे सितम, हम सह लेंगे

दर्द मिले या फिर ग़म, हम सह लेंगे ये तन्हाई का आलम, हम सह लेंगे दूर तुम मुझ से खुश हो! अच्छा है ये दूरी तो मरते दम, हम सह लेंगे लौट रहे हो गुलिस्ताँ से आ जाओ लौटने बाले तेरे सितम, हम सह लेंगे #Shayari #prakashjha #prakashjha_shayri #prakashjha_shyari #prakash_jha #prakashjha_gazal

12 Love

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prakash Jha

मेरा दिल तो पागल दीवाना है
मेरे घर के सामने ही मैख़ाना हैं

उनसे मिल कर उन्हें दिखाना है
बात दिल की आँखों से समझना है

मैं तो सुनता हूँ आवाज उनकी
ये ग़ज़ल तो सिर्फ इक बहाना है

रात चाँद सी सूरत दिखी मुझको
मुझे तो आज ही ईद मनाना है

मुहब्बत करने का अंजाम क्या है
मुहब्बत क्या है उनको बताना है

तन्हा कटती नहीं अब ये राते
बस अब तो उन्हें अपना बनाना है

ये मोहब्बत की इम्तिहान ही सही
मुझे हर इम्तिहान से गुज़र जाना है

©prakash Jha मेरा दिल तो पागल दीवाना है
मेरे घर के सामने ही मैख़ाना हैं

उनसे मिल कर उन्हें दिखाना है
बात दिल की आँखों से समझना है

मैं तो सुनता हूँ आवाज उनकी
ये ग़ज़ल तो सिर्फ इक बहाना है

मेरा दिल तो पागल दीवाना है मेरे घर के सामने ही मैख़ाना हैं उनसे मिल कर उन्हें दिखाना है बात दिल की आँखों से समझना है मैं तो सुनता हूँ आवाज उनकी ये ग़ज़ल तो सिर्फ इक बहाना है #Love #Shayari #prakashjha #prakashjha_shayri #prakashjha_shyari #prakash_jha #prakashjha_gazal

12 Love

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prakash Jha

ज़िन्दगी  को   हम  जफ़ा  कहते हैं
मौत    को   हम   वफ़ा   कहते  हैं

गुमान  हो  जिसे  सूरत  पर अपनी
ऐसी  सूरत को  हम  दग़ा  कहते हैं

ज़ुल्म सह कर  भी जो उफ़ ना करे
ऐसे  लोगों को  हम  ख़ुदा  कहते हैं

इश्क़  क्या  है  कौन  समझाए  हमें
इश्क़  को  भी   हम  नशा  कहते हैं

वो हर बार हमें  खुद से दूर करते हैं
उसकी  याद को  हम मजा कहते हैं

झुक कर मिले तो हम गले  लगते हैं
ऊंची आवाज को हम हवा कहते हैं

©prakash Jha ज़िन्दगी  को   हम  जफ़ा  कहते हैं
मौत    को   हम   वफ़ा   कहते  हैं

गुमान  हो  जिसे  सूरत  पर अपनी
ऐसी  सूरत को  हम  दग़ा  कहते हैं

ज़ुल्म सह कर  भी जो उफ़ ना करे
ऐसे  लोगों को  हम  ख़ुदा  कहते हैं

ज़िन्दगी को हम जफ़ा कहते हैं मौत को हम वफ़ा कहते हैं गुमान हो जिसे सूरत पर अपनी ऐसी सूरत को हम दग़ा कहते हैं ज़ुल्म सह कर भी जो उफ़ ना करे ऐसे लोगों को हम ख़ुदा कहते हैं #Shayari #blackandwhite #prakashjha #prakashjha_shayri #prakashjha_shyari #prakash_jha #prakashjha_gazal

14 Love

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prakash Jha

जय श्री कृष्ण!🙏🙏
मुरली  मनोहर वाला
गोकुल  का है ग्वाला

यसोदा  का  ये  लाला
है सबका ये रखवाला

जय कृष्ण कन्हैया लाला
जय गिरधर जय गोपाला

©prakash Jha जय श्री कृष्ण!🙏🙏
मुरली  मनोहर वाला
गोकुल  का है ग्वाला

यसोदा  का  ये  लाला
है सबका ये रखवाला

जय कृष्ण कन्हैया लाला

जय श्री कृष्ण!🙏🙏 मुरली मनोहर वाला गोकुल का है ग्वाला यसोदा का ये लाला है सबका ये रखवाला जय कृष्ण कन्हैया लाला #Krishna #Shayari #prakashjha #prakashjha_shayri

12 Love

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prakash Jha

Dil sms status in hindi "आईने की ओर देख कर मुस्कुराते हैं वो
पता नहीं किस बात पर इतना इतराते हैं वो
उनके रुख़सार पर जो काले तिल का पहरा है
शायद उसे ही देख कर इतना शरमाते हैं वो..."

©prakash Jha "आईने की ओर देख कर मुस्कुराते हैं वो
पता नहीं किस बात पर इतना इतराते हैं वो
उनके रुख़सार पर जो काले तिल का पहरा है
शायद उसे ही देख कर इतना शरमाते हैं वो..."
prakash jha

#prakashjha #prakashjha_shayri #prakashjha_shyari #prakash_jha

"आईने की ओर देख कर मुस्कुराते हैं वो पता नहीं किस बात पर इतना इतराते हैं वो उनके रुख़सार पर जो काले तिल का पहरा है शायद उसे ही देख कर इतना शरमाते हैं वो..." prakash jha #prakashjha #prakashjha_shayri #prakashjha_shyari #prakash_jha

9 Love

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prakash Jha

बहुत ही मुश्किलों के दौर से गुज़रा हूँ.
हाँ मैं हौसला बुलंद कर के निकला हूँ!

©prakash Jha बहुत ही मुश्किलों के दौर से गुज़रा हूँ.
हाँ मैं हौसला बुलंद कर के निकला हूँ!
prakash jha

#prakashjha #prakashjha_shyari #prakashjha_shayri #prakash_jha 

#pen

बहुत ही मुश्किलों के दौर से गुज़रा हूँ. हाँ मैं हौसला बुलंद कर के निकला हूँ! prakash jha #prakashjha #prakashjha_shyari #prakashjha_shayri #prakash_jha #pen

12 Love

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prakash Jha

कुछ इस तरह गरीब को सताया जा रहा है
कभी डराया तो कभी धमकाया जा रहा है

चार पैसे क्या कमा लिए है शहर जा कर
हम गरीब को गावँ से भगाया जा रहा है

खोने को जिसके पास कुछ भी नहीं बचा
उसकी ज़मीन पर हक जताया जा रहा है

पैसे बालो के पीछे चमचे ही फिरा करते है
ईमान बाले को बईमान बताया जा रहा है

भूलना ही है तो भूलते क्यों नहीं दुश्मनी
कमज़रो को कर्ज तले दबाया जा रहा है

पैसों की मद में क्या ख़ूब रंजिश है निभाई
आंगन की बीच में दीवार बनाया जा रहा है

©prakash Jha कुछ इस तरह गरीब को सताया जा रहा है
कभी डराया तो कभी धमकाया जा रहा है

चार पैसे क्या कमा लिए है शहर जा कर
हम गरीब को गावँ से भगाया जा रहा है

खोने को जिसके पास कुछ भी नहीं बचा
उसकी ज़मीन पर हक जताया जा रहा है

कुछ इस तरह गरीब को सताया जा रहा है कभी डराया तो कभी धमकाया जा रहा है चार पैसे क्या कमा लिए है शहर जा कर हम गरीब को गावँ से भगाया जा रहा है खोने को जिसके पास कुछ भी नहीं बचा उसकी ज़मीन पर हक जताया जा रहा है #Shayari #Labourday #prakashjha #prakashjha_shayri #prakashjha_shyari #prakash_jha #prakashjha_gazal

11 Love

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prakash Jha

अपनी आँखों से  कुछ कह कर चले गए
चोट  दिल पर लगी तो सह कर चले गए

बारिसों की मौसम  थी बरसात बहुत हुई
यादों की बारिस में यादे बह कर चले गए

चले थे  साथ मेरा  साथ  निभाने के लिए
थोड़ी देर में ही  साथ निभा  कर चले गए

यूँ तो  कई बार  मुलाक़ातें  हुई उनसे मेरी
हर  मुलाक़ात  को वो भुला कर चले गए

हवाओं  की  गुस्ताख़ीयाँ  देखो  तो  जरा
चिंगारी को कैसे शोला बना कर चले गए

©prakash Jha अपनी आँखों से  कुछ कह कर चले गए
चोट  दिल पर लगी तो सह कर चले गए

बारिसों की मौसम  थी बरसात बहुत हुई
यादों की बारिस में यादे बह कर चले गए

चले थे  साथ मेरा  साथ  निभाने के लिए
थोड़ी देर में ही  साथ निभा  कर चले गए

अपनी आँखों से कुछ कह कर चले गए चोट दिल पर लगी तो सह कर चले गए बारिसों की मौसम थी बरसात बहुत हुई यादों की बारिस में यादे बह कर चले गए चले थे साथ मेरा साथ निभाने के लिए थोड़ी देर में ही साथ निभा कर चले गए #Shayari #blackandwhite #prakashjha #prakashjha_shayri #prakashjha_shyari #prakash_jha

12 Love

3f5d06d863c1384922d3fd99540f4304

prakash Jha

"मुहब्बत तो मज़ा देती है
कुछ इस तरह फ़िर सज़ा देती है
मुहब्बत में बेइंतहा चाहोगे जिसे
वही फ़िर मुहब्बत में दग़ा देती है!"

©prakash Jha "मुहब्बत तो मज़ा देती है
कुछ इस तरह फ़िर सज़ा देती है
मुहब्बत में बेइंतहा चाहोगे जिसे
वही फ़िर मुहब्बत में दग़ा देती है!"
prakash jha

#prakashjha #prakashjha_shayri #prakashjha_shyari   #prakash_jha

"मुहब्बत तो मज़ा देती है कुछ इस तरह फ़िर सज़ा देती है मुहब्बत में बेइंतहा चाहोगे जिसे वही फ़िर मुहब्बत में दग़ा देती है!" prakash jha #prakashjha #prakashjha_shayri #prakashjha_shyari #prakash_jha #Life

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