16.10.1986
from chitorgarh (rajasthan)
zindagi ki rawani hai
aankho me bs behta paani hai
fir bhi ek pal ki khushiya ho chahe wo aziz hai
dil ke mere wo kareeb hai
#बेटी मुस्कुराता महक बिखेरता अनोखा फूल हैं...
बेटी सभीकी ज़िन्दगी की हर स्थिती में अनुकुल हैं....
घर द्वार की रौनक ओर सुकुन देती अद्भूत चहक हैं...
बिन बेटी के जीवन की कल्पनाएँ मात्र इंसानी भूल हैं ...
दीपिका आमेटा तिवारी.... #कविता
मन के भावों की किताब स्वरूप लेकर पहुँचे...
रचना के अनेक नए आधार रुप लेकर पहुँचे....
शब्द मोतियों से जो सजाएं वो चमक पहुँचे...
आस हैं इस बरस शब्दरूप नवरूप लेकर पहुँचे...
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दीपिका तिवारी...
.. Deeparjan #कविता