#sad_quotes मेरी कलम भी लिख सकती है
किसी के नैन किसी के कजरारे
किसी के झुमको पर
मेरी कलम भी लिख सकती है
किसी की पतली कमर किसी के
ठुमकों पर
लेकिन जो सीने पर खाकर गोली
बॉर्डर पर तन जाते #कविता
kavi amit kumar
#good_night ये दिल उसकी याद में कभी तो पिगलेगा
मै जानता था वो शख्स बेवफा निकलेगा #कविता
kavi amit kumar
#engineers_day अमीरी का घमड़ तू , किसको दिखता है!
पैसे को जो तू, वे वजह उडाता है !!
कभी पूछना अपने बाप से बैठकर!
वो रात दिन कैसे कमाता है!!
~अमित कुमार~ #कविता
#love_shayari वो मुझसे छुपकर सबसे राब्ता होती है!
18 19 की उम्र, हवास की उम्र होती है !!
अगर वह प्यासा है, तो प्यास बुझा ली अपनी ,
प्यासे को हमेशा कुआं की तलब होती है !! #विचार
कभी हम शाम, कभी हम सुबह करते हैं ।
आज हम दिल खोलकर ये इजहार करते है ।।
लाखों मरते होगें ,तेरे इस जिस्म पर ,
हम वो दिवाने है ,जो तेरी बातों पर मरा करते है ।।
शायर ....... अमित कुमार
#शायरी
इस अजनबी शहर में आदमी अजनबी क्या होताा है
आंसू पी कर देखा है आशु खारा क्यों होता है
पहली मोहब्बत में कुछ होता है ऐसा
पहले दिल मचलता है फिर दिल टूटता है फिर आदमी रोता है #शायरी