क्या नहीं और ग़ज़नवी कारगह-ए-हयात में
बैठे हैं कब से मुंतज़िर अहल-ए-हरम के सोमनात!
ज़िक्र-ए-अरब के सोज़ में, फ़िक्र-ए-अजम के साज़ में
ने अरबी मुशाहिदात, ने अजमी तख़य्युलात
#विचार
noshad meerut
Ulajhh rhay hain Zamanay se Chandd Deewanay
#Nofear#विचार
noshad meerut
Huwi Issi Se Tere Ghumkade Ki Abadi
Teri Ghulami Ke Sadqe Hazar Azadi
#Freedom#विचार
noshad meerut
तौहीद की अमानत सीनों में है हमारे
आसाँ नहीं मिटाना नाम-ओ-निशाँ हमारा
दुनिया के बुत-कदों में पहला वो घर ख़ुदा का
हम इस के पासबाँ हैं वो पासबाँ हमारा #शायरी
noshad meerut
#क्यूँ मुसलामानों में है दौलत-ए-दुनिया नायाब
तेरी क़ुदरत तो है वो जिस की न हद है न हिसाब #विचार
noshad meerut
बैतूल मुकद्दस, और मस्जिदे अक्सा तोहफा है मुसलमानों के लिए अल्लाह के रसूल की तरफ से और हजरत उमर की तरफ से #विचार