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nagendrakumarshu6876
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NAGENDRA MOHAN SHUKLA

HOD (हिंदी) GEN. B C JOSHI APS, PITHORAGARH, UTTARAKHAND

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NAGENDRA MOHAN SHUKLA

चौपाए जमीं पे ख़ुश हैं  ,,,, 
- नागेन्द्र मोहन शुक्ल

चौपाए जमीं पे ख़ुश हैं ,,,, - नागेन्द्र मोहन शुक्ल #शायरी

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NAGENDRA MOHAN SHUKLA

कविता - दिन जल्दी जल्दी ढलता है (कवि - हरिवंशराय बच्चन) व्याख्या : नागेन्द्र मोहन शुक्ल

कविता - दिन जल्दी जल्दी ढलता है (कवि - हरिवंशराय बच्चन) व्याख्या : नागेन्द्र मोहन शुक्ल

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NAGENDRA MOHAN SHUKLA

कविता : आत्मपरिचय (हरिवंशराय बच्चन) व्याख्या - नागेन्द्र शुक्ल

कविता : आत्मपरिचय (हरिवंशराय बच्चन) व्याख्या - नागेन्द्र शुक्ल

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NAGENDRA MOHAN SHUKLA

नज़्म - जिसे भी रूप मिलता है, अदाएँ आ ही जाती हैं (नागेन्द्र मोहन शुक्ल)

नज़्म - जिसे भी रूप मिलता है, अदाएँ आ ही जाती हैं (नागेन्द्र मोहन शुक्ल) #शायरी

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NAGENDRA MOHAN SHUKLA

साखी : हम घर ज्याला आपणा (कबीरदास जी) व्याख्या - नागेन्द्र मोहन शुक्ल

साखी : हम घर ज्याला आपणा (कबीरदास जी) व्याख्या - नागेन्द्र मोहन शुक्ल #कविता

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NAGENDRA MOHAN SHUKLA

साखी : पोथी पढ़ि-पढ़ि जग मुआ - कबीरदास जी व्याख्या - नागेन्द्र मोहन शुक्ल

साखी : पोथी पढ़ि-पढ़ि जग मुआ - कबीरदास जी व्याख्या - नागेन्द्र मोहन शुक्ल #कविता

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NAGENDRA MOHAN SHUKLA

सखी : निंदक नेड़े राखिए :कबीरदास जी व्याख्या : नागेन्द्र मोहन शुक्ल

सखी : निंदक नेड़े राखिए :कबीरदास जी व्याख्या : नागेन्द्र मोहन शुक्ल #कविता

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NAGENDRA MOHAN SHUKLA

🙏🌹जय रघुनंदन जय श्री राम 🌹🙏

🚩यह आर्यवर्त की वसुधा है,🚩
🚩रघुनंदन इसके नायक हैं l🚩
🚩श्री चरणों की आभा उनकी,🚩
🚩सकल सिद्धिफ़ल दायक है ll🚩
🚩आओ श्रीराम का जन्मोत्सव,🚩
🚩हम कुछ इस तरह मनाएँ l🚩
🚩घर के बाहर चौबारे पर ,🚩
🚩नौ दीपक अवश्य जलाएँ ll🚩
,🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩नागेन्द्र शुक्ल #Ram_Navmi
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NAGENDRA MOHAN SHUKLA

ग़ज़ल : नागेन्द्र मोहन शुक्ल (आँसू बिछा रहे हैं शब ऐ इंतिज़ार में ,,,

ग़ज़ल : नागेन्द्र मोहन शुक्ल (आँसू बिछा रहे हैं शब ऐ इंतिज़ार में ,,, #शायरी

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NAGENDRA MOHAN SHUKLA

साखी : कबीरदास जी सुखिया सब संसार है l व्याख्या - नागेन्द्र मोहन शुक्ल

साखी : कबीरदास जी सुखिया सब संसार है l व्याख्या - नागेन्द्र मोहन शुक्ल #कविता

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