Nojoto: Largest Storytelling Platform
nojotouser2250656044
  • 12Stories
  • 149Followers
  • 54Love
    0Views

उदय राज वर्मा उदय

हिंदी (अवधी)की पहली महिला दलित कहानी का हिंदी खड़ी बोली में अनुवाद

  • Popular
  • Latest
  • Video
702fafd9e3389c6832b9b8206eb47305

उदय राज वर्मा उदय

 हिंदी की पहली महिला दलित कहानी

हिंदी की पहली महिला दलित कहानी #nojotophoto

702fafd9e3389c6832b9b8206eb47305

उदय राज वर्मा उदय

 हिंदी की पहली महिला दलित कहानी

हिंदी की पहली महिला दलित कहानी #nojotophoto

702fafd9e3389c6832b9b8206eb47305

उदय राज वर्मा उदय

मैं तो बसंत ऋतु की कोंपलों सा प्रफुल्लित था
तेरी बेवफ़ाई ने पतझड़ ऋतु का सूखा पत्ता बना दिया।‌

702fafd9e3389c6832b9b8206eb47305

उदय राज वर्मा उदय

छड़ी सिर्फ चलने के लिए नहीं चाहिए
छड़ी तो बुढ़ापे में जीने का सहारा है।
702fafd9e3389c6832b9b8206eb47305

उदय राज वर्मा उदय

लोग सोचते हैं
दुर्गा ,चंडी वो काली
किसी दिव्य शक्ति का नाम है
ये कोई दिव्य शक्ति नहीं
भारतीय नारी हैं
जो गुंडे आतातयी रेपिस्ट
के खिलाफ
समाज के तरफ से
निराश होकर
खुद हथियार उठाया
बदला लेकर
इज्जत बचाकर
गुंडे आतातयी रेपिस्ट को
यमपुर पहुंचाया।।
**** नारी

नारी #कविता

702fafd9e3389c6832b9b8206eb47305

उदय राज वर्मा उदय

इतने अच्छे यह रंग है और उससे बढ़कर हर रंग में रंगी उनकी पोस्ट
जिसके सौंदर्य में खो गया और अपनी पसंद के रंग को लाइक करना भूल गया।
702fafd9e3389c6832b9b8206eb47305

उदय राज वर्मा उदय

हरा रंग नजर आया लाल भी नजर आया
लेकिन क्या कारण है काला नजर न आया।
सौंदर्य नजर आया शौर्य का रंग नजर आया
धोखा लूट रेप छेड़छाड़ खून पे न बोल पाया।।
***
उदय राज वर्मा उदय
702fafd9e3389c6832b9b8206eb47305

उदय राज वर्मा उदय

ये नूरजहां तू छिपा क्यों रहता है
छिपकर ही नूर क्यों  दिखाता है
तेरे नूर को तरस रहे हैं मुदतों से
फिर भी तू बुत बना क्यों रहता है।
***
उदय राज वर्मा उदय मुक्तक

मुक्तक #कविता

702fafd9e3389c6832b9b8206eb47305

उदय राज वर्मा उदय

दौलत बता तू कहां से आई
तेरे पीछ तोे दुनिया पगलाई
तेरे आग पीछेे बाप ने भाई
तू सारे दंगे फसाद करवाई।।
***
उदय राज वर्मा उदय
702fafd9e3389c6832b9b8206eb47305

उदय राज वर्मा उदय

न मंदिर काम आएगा न मस्जिद काम आएगी  
न नमाज काम आएगी और न पूजा काम आएगी
जिसे दिन संसार छोड़ कर जाने की आएगी बारी 
कर्मों का हिसाब और थोड़ी सी जमीन काम आएगी ।।
****
उदय राज वर्मा उदय मुक्तक

मुक्तक #कविता

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile