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vibhashukla4182
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vibha Shukla

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vibha Shukla

शिकायतें तो बहाना है
 मुझे सुनना
तो सिर्फ तुम्हारी आवाज है

©vibha Shukla #Galaxy
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vibha Shukla

शिकायतें तो बहाना है
 मुझे सुनना
तो सिर्फ तुम्हारी आवाज है

©vibha Shukla #Galaxy
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vibha Shukla

मुझे लड़ते वक्त भी
ये ख्याल रहता है
वो नाराज हो जायेगा ।।

©vibha Shukla #holdmyhand
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vibha Shukla

मैने चाहा ही नही कभी तुम्हे वैसे
जैसे सब तुम्हे चाहते है....
मेरे लिए तुम कीमत नही हो
बहुत कीमती हो....
मेरे लिए तुम सिर्फ दोस्त नही हो
दौलत हो....

मेरे लिए तुम कोई दिखावा नही हो
एक दावा हो...
मुझे तुम सिर्फ पसंद नही हो
मेरा स्वाद हो...

तुम कभी जानते खुद को मेरे लिए
तो इतनी मुश्किल न होती...
तुम मेरी बेरुखी का एक मुमकिन
जवाब हो...
कभी समझते अगर तुम नाराजगी मेरी
तो मुझसे नज़रें न चुराई होती...

पढ़ते अगर मेरे हर लफ्ज़ में खुद को
किसी और को अपना न कहा होता...

मैने चाहा ही नही तुम्हे कभी वैसे
जैसे सब तुम्हे चाहते है...
मुमकिन है तुम उनकी चाहत में घुलो
और एक नया ख्वाब बनो।

©vibha Shukla #Health
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vibha Shukla

आप की अनिवार्यता को
बे`वजह की व्याकुलता को
लक्ष्य नही जिन विचारो को
खो न देना खुद में कहीं
अपने नेक इरादों को ।।

©vibha Shukla #evening
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vibha Shukla

प्रेम तब तक अपराध नही है...

जब तक प्रेम द्वारा मिली पीड़ा में
तुम्हारी आंखों में आसूं नही है ।

©vibha Shukla #Love

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vibha Shukla

बिखरे हुए लोग समेटे नही जाते
जो टूट जाएं टुकड़े जोड़े नही जाते
कोई रंग लग गया हो उजले में
धुलकर मिटाएं नही जातें...

मांगी हुई मन्नतें वापस नही लौटती
जो शामिल हो कविताओं में
दुआओं से कम नही होते,
काजल नही आंखो का जो बह जाएगा
शब्दो की कालिमा है , हररोज कहीं बाचा जाएगा ।

©vibha Shukla #BookLife
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vibha Shukla

कितना झूठ था
तुम पर गुरुर था, फिर
सारा सुरूर उतर गया ।।

©vibha Shukla
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vibha Shukla

कितना झूठ था
तुम पर गुरुर था, फिर
सारा सुरूर उतर गया ।।

©vibha Shukla
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vibha Shukla

बहुत कुछ था
 तुमसे शेष 
अभी कहने को,,

लेकिन!

मुझे खामोशी 
शोर से
कही ज्यादा 
अच्छी लगी ।।

©vibha Shukla
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