Nojoto: Largest Storytelling Platform
khushi7618037871103
  • 18Stories
  • 13Followers
  • 290Love
    2.2KViews

Khushi

  • Popular
  • Latest
  • Video
7e40b415cddc55eaee3b229e74e0e70a

Khushi

समझौते की सतह पर पंपती,
औरत की सरजमीं,
ना ही कोई आशियाँ,
ना ही हमनशी,

©Khushi
  #समझौता
7e40b415cddc55eaee3b229e74e0e70a

Khushi

लड़की का मन समझना मुश्किल हैं क्यूंकि एक लड़की हमेशा दिल से सोचती हैं,
लेकिन ज़ब चोट लगती हैं अस्तित्व पर उसके,
तो वो मोम से जलता लावा बन जाती हैं,

©Khushi
  #Ladki ka dil
7e40b415cddc55eaee3b229e74e0e70a

Khushi

सभ्य समाज, शुद्ध सोच

©Khushi
7e40b415cddc55eaee3b229e74e0e70a

Khushi

जीने के लिये कभी धन -दौलत मायने नहीं रखता,
बस एक आस चाहिये,
अपनों का विश्वास चाहिये,
जो दें सकें उम्र भर साथ,
ऐसे किसी साथी का साथ चाहिये,

©Khushi
  #Apno ka sath
7e40b415cddc55eaee3b229e74e0e70a

Khushi

किस्मत -किस्मत करने वाले,
कभी किस्मत को भी देखा हैं,
किस्मत भी तो मिलती हैं नसीबो से यहाँ,

©Khushi
7e40b415cddc55eaee3b229e74e0e70a

Khushi

मुस्कुराते सूरज से ये सीख लिया हैं मैंने,
कि कैसे जलकर खुद को रोशन करना हैं,
मुश्किले हो चाहे कितनी,
ए -ज़िन्दगी आ गले से लगा लू तुझे,

©Khushi
7e40b415cddc55eaee3b229e74e0e70a

Khushi

कई श्रद्धा मरेंगी, और कई दामिनी मारी जाएगी,
नारी पर हो रही ये त्रासदी, यूँ ही हर सदी में दोहराई जाएगी,
कभी लव -जिहाद के नाम पर, कभी बेटी के नाम पर,
कभी दहेज के नाम पर, कभी ग़रीबी के नाम पर,
ये कल भी मरी थी, और आगे भी यूँ ही मारी जाएगी,
कई श्रद्धा मरेंगी..........................................
ये खेल हैं किसका, क्यों हो रहा हैं ये,
 इंसान हैं ये भी, क्या यूँ ही ये आरी से काटी जाएगी,
 हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई,
 बेटी तो सबकी एक हैं,
 जाति हैं सिर्फ नाम का ठप्पा,
 ये तो सिर्फ ठेकेदारों का खेल हैं,
 सिसकती इनकी साँसो पर, क्या यूँ  सिर्फ मोमबतियां ही जलाई जाएगी,
 कई श्रद्धा मरेंगी................................................
 धूमिल होते  इस समाज को अब तो कुछ समझना होंगा,
 जो हैं तुच्छ सोच से भरा, उसका फन तो कुचलना होंगा,
 नाम से मर्द जो हैं बने, रोध कर सांसे अपने पैरो तले,
 जो हैं सीना तान चले, उनसे उनकी मर्दानगी का,
 हर तमगा कुचलना होगा,
  इज्जत, आत्मसम्मान, और हर खुशियों पर हर नारी का अधिकार हैं,
  ये पूरी दुनियां को समझना होगा,
  वरना कल भी श्रद्धा मरी थी, और आगे दामिनी भी यूँ ही मारी जाएगी....................................................?

©Khushi
7e40b415cddc55eaee3b229e74e0e70a

Khushi

इन दियों की जग -मग से ए -ख़ुदा,
पावन दिल का हर कोना हो जायें,
ना हो दूरियां दिलों के दरमियाँ,
हर आँगन चहके और हर बगियाँ गुलशन हो जायें,

©Khushi
7e40b415cddc55eaee3b229e74e0e70a

Khushi

ज़ब सुकूँ नहीं दिल के किसी कोने में,
तो क्या खाक जशन की तैयारी हैं,

©Khushi
7e40b415cddc55eaee3b229e74e0e70a

Khushi

वो इश्क़ ही क्या जो सिर्फ ज़िस्म से होकर गुजर जायें,
इश्क़ तो वो ईबादत हैं ज़नाब,
जो सीधा आँखों से होकर रूह में उतर जायें,

©Khushi
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile