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prsvats1868
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Prashant Sharma

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Prashant Sharma

"क्या ख्वाब,क्या ख्याल, क्या बातें,
लवों पर खिलती मुस्कान सी मुलाकातें,
कुछ भी तो नहीं है वजूद,
गर एहसासों में ना हो मोहब्बतें।"

© Prashant Sharma #Dosti

15 Love

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Prashant Sharma

Men walking on dark street वाबस्ता किसी के दर्द से कोई क्या होगा,
सबकी अपनी राहें अपने मक़ाम है।
कोई ज़र्रा क्या भीगेगा एहसासों का,
 बंजर जमीं का हमसाया सूखा आसमान है।।

© Prashant Sharma
  #Emotional

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Prashant Sharma

बेहतर है खामोशी चुन लेना,
खुद से कहना खुद ही सुन लेना।
क्यों कहा किसी ने क्या सुना,
बहुत आसान है यूं ही बातें बुन लेना।
बेहतर है खामोशी चुन लेना।

© Prashant Sharma #boatclub

16 Love

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Prashant Sharma

काफिला रुका नहीं अभी चलना दूर तलक है,
मुठ्ठी भर आसमां नहीं अभी और फलक है,
बहुत कुछ सीखा है ऐ जिंदगी तुझसे,
अभी बहुत कुछ सीखने की और तलब है।

© Prashant Sharma
  #lakeview

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Prashant Sharma

अपनी पीड़ा पीड़ा है, पर पीड़ा का क्या आभास है,
जल का मोल तब जाने जब गहरी प्यास है।
हर्ष का विषय भी तो गूढ़ है,
दुःख ना मिले कभी जो क्या जीवन का उल्लास है।

© Prashant Sharma #oddone

9 Love

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Prashant Sharma

सद्मार्ग पर प्रभु सदा हमको चलाना,
भटके कभी जो सही राह दिखाना।
निराशा की बदली में उजियार तुम हो,
निराकार,निर्विकार,साकार तुम हो।
सृष्टि में जीवन का आधार तुम हो।

© Prashant Sharma
  #bicycleride

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Prashant Sharma

Life Like निराकार,निर्विकार साकार तुम हो,
 सृष्टि में जीवन का आधार तुम हो।
भटकता फिरे जो मन का प्राणी,
तेरी महिमा किसी ने ना जानी।
भवसागर में मेरी पतवार तुम हो, 
निराकार,निर्विकार, साकार तुम हो,
सृष्टि में जीवन का आधार तुम हो।

© Prashant Sharma #Lifelike

8 Love

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Prashant Sharma

Holi is a popular and significant Hindu festival celebrated as the Festival of Colours, Love, and Spring. ना द्वंद हो,ना द्वेष हो,आशाओं की झोली हो,
रंगों से सराबोर कुछ ऐसी होली हो।
अंतर्मन के चक्षु खुलते रहे,
प्रेम के रंग ऐसे ही मिलते रहे।
रुदन की आहट से परे बस ठिठोली हो,
रंगो से सराबोर कुछ ऐसी होली हो।
कोना कोना मन का अबीर गुलाल सा महके,
पिचकारियां लिए बालटोली जैसे चहके।
क्रूर जीवन से परे मन की सूरत भोली हो,
रंगों से सराबोर कुछ ऐसी होली हो,
पाप हो तो प्रायश्चित हो जाए,
धूमिल हो गात किंतु निर्मल चित हो जाए।
संतोष हो चाहे सुख दुःख हमजोली हो,
रंगों से सराबोर कुछ ऐसी होली हो

© Prashant Sharma #holi2024
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Prashant Sharma

"मै चाहता हूं कि तुम हमेशा खूबसूरत रहो,
जैसे कल थी,
जैसे आज हो,
और जैसे हमेशा रहोगी।"

© Prashant Sharma #Tulips

12 Love

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Prashant Sharma

"प्यार में मौजूदगी अहम नहीं है,
ये तो हमेशा रहता है,
जैसे कल था जैसे आज है,
और जैसे हमेशा रहेगा।"

© Prashant Sharma
  #happypromiseday
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