Nojoto: Largest Storytelling Platform
adarshdwivedi1616
  • 36Stories
  • 657Followers
  • 5.7KLove
    16.1KViews

Adarsh Dwivedi

स्वतंत्र लेखन-(कविता, टिप्पणी, आलोचना, निबन्ध, गजल) पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशन। साझा संकलन- सपने नील गगन के; संवेदना के स्वर; वृन्दा; भाव तरंगिनी आदि। Mo No- 9627564616

  • Popular
  • Latest
  • Video
7ef97ec0ebc939cfcdb4521dc69cffc6

Adarsh Dwivedi

White  दिल उदासी के मलबे तले दबे गया।
रात लगता रहा, अब गया, अब गया।।
क्या कहा , जा रहा था तुझे छोड़कर,
रोकने से रुका ? इसका मतलब गया।
***
किसी गली में किराए पर घर लिया उसने,
और उस गली में घरों के किराए बढ़ने लगे।

उमैर नजमी भाई

©Adarsh Dwivedi   लव शायरी

लव शायरी

7ef97ec0ebc939cfcdb4521dc69cffc6

Adarsh Dwivedi

राय दे  सकते हैं, अफ़सोस  जता  सकते हैं ।
साथ बस इतना ही अब लोग निभा सकते हैं।।

दुनिया भी इक जेल है जिसमें,
कुछ  जेलर हैं , कुछ  क़ैदी  हैं।

हमको दुनिया अच्छी लगती है लेकिन,
जिस दुनिया में तुम रहते हो वो वाली।।

कुर्सी से, मेज से, कभी खाली मकान से।
बातें मैं  कर रहा हूँ ,हर एक बेजुबान से।।
तुमने भी मुझे यूज किया क्या गलत किया,
हर  शख़्श  पैर  -पोंछता  है  पायदान  से।

उस तरफ मुझसे ज़ियादा ग़मज़दा बैठे हैं लोग
उनको  देखा तो  लगा  मेरा  किनारा  ठीक है!!

Sachin Agarwal  भाई साहब जी

©Adarsh Dwivedi 
  #truecolors
7ef97ec0ebc939cfcdb4521dc69cffc6

Adarsh Dwivedi

अलबत्ता सब की महफिल में शामिल थे।
लेकिन  हम ख़ुद में ही  पूरी महफिल थे।।

अब सोचें तो ख़ुद पर गुस्सा आता है
हम जाने कैसे -कैसाें को हासिल थे।।

शाद

©Adarsh Dwivedi
7ef97ec0ebc939cfcdb4521dc69cffc6

Adarsh Dwivedi

अगर आप ही जो खुद 4-4 पेंशन के साथ- साथ सपरिवार आना फ्री, जाना फ्री, रहना फ्री, खाना फ्री, शाही कपड़े फ्री, पार्लर फ्री, चिकित्सा फ्री, सुरक्षा फ्री, शिक्षा फ्री लेते हुए ---
दूसरों की सिर्फ एक #पुरानी _पेंशन (जिसमें 10% उसी के वेतन से काटना है) मिलने को बिना किसी हिचकिचाहट व शर्म के धाराप्रवाह रेवड़ी बोलेंगे तो 🤳
तो माफ करिए साहब 🙏 फिर आपके भ्रष्टाचार या तुष्टीकरण पर चैलेंज करने, स्वीकार करने में हमें आपकी ईमानदारी पर संदेह होगा ।

आदर्श द्विवेदी

©Adarsh Dwivedi 
  #OPS
7ef97ec0ebc939cfcdb4521dc69cffc6

Adarsh Dwivedi

इस सदन में मैं अकेला ही दिया हूँ,
जब मिलेगी रौशनी मुझसे मिलेगी।

( अज्ञात )

©Adarsh Dwivedi 
  #duniya
7ef97ec0ebc939cfcdb4521dc69cffc6

Adarsh Dwivedi

कोई क्यों,कैसे तेरा दुख समझे,
तूने समझा नहीं किसी का दुख।।

एक इंसान ही तो मांगा था,
उसको भी मार कर दिया मुझको।।

क्यों नहीं दस्तरस में मेरे तू,
क्यों तलबगार कर दिया मुझको।।
himanshi babra

©Adarsh Dwivedi
7ef97ec0ebc939cfcdb4521dc69cffc6

Adarsh Dwivedi

अपने होने से फिर गया हूँ मैं , कोई मेरा गवाह क्या होगा?
बाद तेरे भी जी रहा हूँ मैं, इससे बढ़कर निबाह क्या होगा?
Maazi Alfaj

©Adarsh Dwivedi
7ef97ec0ebc939cfcdb4521dc69cffc6

Adarsh Dwivedi

ऐ मोहब्बत, तुझे फिर कौन मोहब्बत कहता,
तेरे मारे भी जो आसानी से मारे जाते ??
atbaf afrak

©Adarsh Dwivedi
7ef97ec0ebc939cfcdb4521dc69cffc6

Adarsh Dwivedi

तोड़   देते   हैं   मेरा   दिल,  सभी   आसानी   से;
अपने दिल की भी हिफाज़त, नहीं कर सकता मैं।
mazi Alfaz

©Adarsh Dwivedi
7ef97ec0ebc939cfcdb4521dc69cffc6

Adarsh Dwivedi

#SadStorytelling
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile