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maheshaman9704
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Mahesh Aman

संवेदनाओं को व्यक्त कर लेता हूँ, थोड़ी देर जी लेता हूँ

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Mahesh Aman

सत्य  कहने के लिए,
किसी शपथ की जरूरत नहीं होती।
            नदियों को बहने के लिए,
किसी पथ की जरूरत नहीं होती।
                 जो बढ़ते हैं जमाने में,
    अपने मजबूत इरादों पर,
उन्हें अपनी मंजिल पाने के लिए,
      किसी रथ की जरूरत नहीं होती। 
जय रंगकर्म #Happy_holi
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Mahesh Aman

मेरे प्यारे चाँद तुम मुझे अमावस में भी दिखाई  दे जाना,
जब मैं तुझे याद करूँ,सपनों में आ जाना। #Mere_Pyare_Chaand
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Mahesh Aman

मैंने उसे बहुत चाहा था,
वो मेरा सबसे प्यारा था। #Toota_Hua_Taara
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Mahesh Aman

(1)
लोग सभी अच्छे हैं भाई।
धारण करिए अब अच्छाई।
आप निखरते ही जाएंगे।
जग सुंदर नाम कमाएंगे।
   (2)
कभी किसी का बुरा न सोंचो।
सबमें तुम अच्छाई खोजो।
सबसे अच्छे कहलाओगे।
 दिनकर तरह मान पाओगे।
    (3)
बन जाओ सभी सदाचारी।
बनो नहीं तुम अत्याचारी।
सभी को अब यही सिखलाओ।
जग को नैतिकता सिखलाओ।
महेश"अमन"
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Mahesh Aman

मैं अमन का पैगाम लिखूँगा,
शांति की ही अब बात करूँगा,
जबतक हाथों है कलम मेरे,
मैं भाईचारे की बात लिखूँगा।
अमन
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Mahesh Aman

जी करता है तेरे हक का भूख मैं ले लूँ,
जो जीवन में मेरे है शेष वह सुख दे दूँ,
मुख पर तेरे पूनम हो यही अब चाहत है,
अपना समस्त जीवन अब तेरे नाम दे दूँ।
महेश"अमन"
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Mahesh Aman

सुबह की सुंदरता को समझ
नव सूर्य की लाली को समझ
दर्शन साथ क्या है वह लाया
प्रकृति प्रभात की अब समझ।
महेश"अमन"
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Mahesh Aman

आज रातरानी को महसूस किया
सुगंध उसकी सांसों में उतार
मैं पुनः जी उठा था
रातरानी मुस्काई
समीर उसे जितना छेड़ रहा था
वह उतनी ही जवां हो रही थी
मैं मदहोश हो रहा था
होश अपनी खो रहा था
इन सब बातों का गवाह शशि था।
महेश"अमन"
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Mahesh Aman

तुझे तलवार अब उठाना होगा।
रूप झलकारी का धरना होगा।
खुद को समझकर खुद का रखवाला।
तुझको उन जलिमों हराना होगा।
अमन
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Mahesh Aman

_जग गए हम सबको जगाने के लिए,_
_जी रहे हम सबको जिलाने के लिए,_
_अपने लिए तो खग-पशु भी जीते हैं,_
_आप जिएं जमाने को उठाने लिए।_
महेश"अमन"
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