Nojoto: Largest Storytelling Platform
krishnaaharish3666
  • 17Stories
  • 10Followers
  • 341Love
    747Views

Harishh,,,,,

Jaipur,,

  • Popular
  • Latest
  • Video
8a8bdf5ed7f9b4a06ee8f47f94eb4333

Harishh,,,,,

( चाँद,,,) 

































.

©Harishh,,,,, चाँद कविता कोश

चाँद कविता कोश

8a8bdf5ed7f9b4a06ee8f47f94eb4333

Harishh,,,,,

White छुट- पुट, छोटी बड़ी बातें
बस छिपाता ही था मैं

अपने मन का हाल देर से ही सही
फिर भी बताता ही था मैं

सुबह तो निकल ही जाती है
पर शाम का क्या करें

घर के छोटे हो या बड़े
आपके लिए, सबसे लड़ जाता था मैं

( miss u Babuji,,,😒 )

©Harishh,,,,, #sad_quotes Son & father's love,,,  हिंदी कविता

#sad_quotes Son & father's love,,, हिंदी कविता

8a8bdf5ed7f9b4a06ee8f47f94eb4333

Harishh,,,,,

मैं  यहाँ  वहाँ
कहाँ  कहाँ  ढूँढूँ , 

कल तक जो
मेरी दुनिया थे
आज घर के कोने में
आपके निशाँ ढूँढूँ  , 

अगले जन्म जब मिलें
तो बताऊँगा
कि यहाँ कोई नहीं है आपसा
मैं चाहे सारा जहाँ ढूँढूँ ! 
(for my father 😓)

©Harishh,,,,, dedicated to my father ❣️ कोट्स

dedicated to my father ❣️ कोट्स

8a8bdf5ed7f9b4a06ee8f47f94eb4333

Harishh,,,,,

इस उधार नगद के जीवन से
जब चैन की साँसें लूँगा गिरधर
हर  सुख  दुख  में  केवल
मैं तुम्हें पुकारूँगा गिरधर,

बना के बाती साँसों की
मैं तेरी आरती उतारूँगा गिरधर
मीरा के भजनों में, संतों की वाणी में
मैं, अब तुम्हें तलासुंगा गिरधर, 

मेरे हृदय में, अंतर्मन में तुम हो केशव
आओ, मुझको पास बिठा लो, गले लगा लो
साँझ सवेरे, आठों पहर
मैं अब से तुम्हें निहारूँगा गिरधर!

©Harishh,,,,, गिरधर,,,,,

गिरधर,,,,, #भक्ति

8a8bdf5ed7f9b4a06ee8f47f94eb4333

Harishh,,,,,

घर, गलियों और
खेतों के उस पार रहेगा
इस जनम से उस जनम तक
पिताजी, मुझे आपका इंतजार रहेगा!

©Harishh,,,,,
8a8bdf5ed7f9b4a06ee8f47f94eb4333

Harishh,,,,,

हर बार वही सब फिर से
वही रुदन, वही क्रंदन
नए भारत की तस्वीरें
क्या यही है परिवर्तन, 

मर्द तो नहीं हो तुम
फिर कौन हो
अगर मर्द हो
तो फिर क्यूँ मौन हो? 

क्षण भर की इस निर्दयता में
आखिर तुमने
ऐसा भी क्या सोच लिया
जिस बेटी को लाड से
पाला होगा उस माँ ने
फिर माँस उसी का नोच लिया, 

क्या उस देह पर
 गुजरी होगी? 
रोया होगा आसमाँ भी
जब रूह से चीख़ें निकली होंगी
सोचता हूँ कि मैं
इंसाँ होकर भी शर्मिंदा हूँ
दैत्यों की इस नगरी में
मैं आखिर क्यूँ जिंदा हूँ?

(Harish Bharatpuriya,,, ✍️)

©Harishh,,,,,
8a8bdf5ed7f9b4a06ee8f47f94eb4333

Harishh,,,,,

White जिंदगी! 
तूने जितने भी गम दिये हैं, 
अभी  बहुत  कम  दिये हैं! 
i need more & more,,,

©Harishh,,,,, #Sad_shayri
8a8bdf5ed7f9b4a06ee8f47f94eb4333

Harishh,,,,,

मुंतजिर बना रहूँगा
अपने रास्तों का मैं, 
अगर मंजिल से पहले मर गया
तो लौट कर जरूर आऊँगा!

©Harishh,,,,,
8a8bdf5ed7f9b4a06ee8f47f94eb4333

Harishh,,,,,

संकरी गली ,छोटा दर है
मैं कैसे प्यार करूँ
सदियों सदियों भटका हूँ
अब कितना इंतज़ार करूँ, 

मन विच्छिन्न 
 तन भी सूख गया
मेघा भी खूब झरे
फिर भी सावन रूठ गया,
 
दुनिया अपनी बात सुनाकर
मुझसे तेरा राग छिपाती है
सच बोलूँ केशव
मुझे तुम्हारी याद आती है!

©Harishh,,,,,
8a8bdf5ed7f9b4a06ee8f47f94eb4333

Harishh,,,,,

दूर रह कर तुमसे 
इन दुनिया वालों से
मेरे जज्बात नहीं मिलते
मेरे ख्यालात नहीं मिलते,
 
जो मेरी खुशियों में भी
साथ था तेरा
जो मेरे गम में भी हाथ बंटाये
ऐसे हाथ नहीं मिलते,

मुझे क्या पता उस रोज
तुम चले जाओगे इस कदर
हम फिर कभी मिलते
मगर उस रात नहीं मिलते!

©Krishnaa Harish
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile