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satishgupta8032
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satish gupta

मेंरा यही अंदाज जमाने को बुरा लगता है यह इतनी ठोकरो के बाद कैसे सीधा चलता है... 👍सतीश गुप्ता👍

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satish gupta

White लिखता हु अपनी जुबानी
अपनी हर कहानी
कोई समझ न सके 
कोई पढ़ न सके
जब आय गुमान थोड़ी सा भी
मुड़ के पढ़ लूं पन्नों को
ताकि गिर न सकूं 
किसी को गिरा न सकूं 
आय घमंड किसी बात का यदि
तभी एक पन्ना पलट कर देख लूं 
 एक पन्ना लिखता चलूं लिखता चलूं
अपनी जुबानी अपनी कहानी।

     👍 सतीश गुप्ता 👍

©satish gupta #Sad_Status 9 desember 2024
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satish gupta

White टूटा हू 
लेकिन टूटा दिखता नहीं 
यही मेरी सादगी है
जिसको हर कोई समझा नहीं 
यूं ही बिखर जाऊ 
ये हरगिज़ संभव नहीं
हर कोई समझ ले ऐसा कोई मिला नहीं ।


      👍 सतीश गुप्ता 👍

©satish gupta #love_shayari 9 desember 2024
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satish gupta

White कर भी क्या सकता हूं
दिल का प्यारा हूं
किस्मत का मारा हूं
मां बाप का दुलारा हूं 
मन का हारा हूं 
जीने की राह में
जीवन लगा है दांव में 
कितनों ने दिल थोड़े 
कितनों ने मुंह मोडे 
किस्मत भी साथ न छोड़े 
फिर भी हम न टूटे 
चलता हूं चलता रहूंगा 
मुसाफिर हू यारो 
सबसे लड़ूंगा 
राह की तकलीफें ही मंजिल का लक्ष्य है 
जब तक जीवित हू 
चलता रहूंगा 
मंजिल तो मेरी तय है
बस चंद पलो की दूरी है
जीतना जनता हूं 
और जीतना मेरी लक्ष्य की धूरी है।


  👍 सतीश गुप्ता 👍

©satish gupta #Sad_Status 9 दिसम्बर 2024

#Sad_Status 9 दिसम्बर 2024 #कविता

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satish gupta

White जला देना एक दीपक 
जो हुए बलिदान देश की रखवाली में 
एक दीपक उनके भी नाम 
जो देश की सेवा में लगे है जवान
एक दीपक इस बार जो हुए हमसे दूर
रतन टाटा जी जैसे थे वो कोहनूर
एक दीपक देश की कुशलता के नाम 
जो सतत करे सफलता का प्रयास
और एक दीपक जला लेना अपने भीतर
जो कर दे अंदर से प्रकाश
मिट जाए भेद और हो जाए चारों ओर उजियार।

      🙏 सतीश गुप्ता 🙏

©satish gupta #diwali_wishes 30 octuber 2024
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satish gupta

White महफिल बनी रहेंगी 
बस तराने बदलेंगे 
गाने वही रहेंगे 
बस गाने वाले बदलेंगे।

हम तो मुसाफिर हैं 
बस मिलते और चलते रहेंगे 
राहें वहीं रहेगी 
बस राहों में मिलने वाले बदलेंगे।

     👍 सतीश गुप्ता 👍

©satish gupta #love_shayari 27 octuber
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satish gupta

White प्रभु श्री राम जी ने मारा एक रावण
अब रावण ही रावण हो गए

परंपरा हुई रावण रूपी असत्य को मिटाना
अब रावण ही रावण हो गए 

असत्य पर सत्य की जीत हुई
अब जीत कर भी हार गए हम

जलाओ एक ऐसी अलख 
रावण रूपी पुतले में लाखों आहूति हो दुष्टों की

भूल जाए वो सपने मे भी 
कोई ऐसा दुष्कर करे 

रावण दहन तो परंपरा है
अब हम मिलकर एक इतिहास रचे 

रावण रूपी हर राक्षसों का 
हर दशहरे में दहन करे।

मर्यादा पुरुषोत्तम थे वो जिसमें थे संस्कार भरे 
अब हम मिलकर नए नर रूपी राक्षसों का दहन करे।
 
स्वरचित 

👏  सतीश गुप्ता 👏

©satish gupta #Dussehra 12 octuber 2024

#Dussehra 12 octuber 2024 #कविता

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satish gupta

White हम लिखे या तुम लिखो
बात तो बात तब है जब बाते दिल में लगे ।

     👍 सतीश गुप्ता 👍

©satish gupta #love_shayari 11 अक्टूबर 2024

#love_shayari 11 अक्टूबर 2024 #कविता

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satish gupta

जै हो जननी जगत जननी अम्बा 
पल पल बीते नवम दिन कब आए 

हर पल उत्कर्ष मन में उत्कृष्ट 
रोम रोम भए मदमस्त

आई माता की विसर्जन बेला
निकल गए दिन समय बड़ा अनबेला 

जाना माता फिर जल्दी आना
अपना प्रतिबिंब हमारे सहृदय में छोड़कर जाना

मां अपनी ममता को अटल बनाना
होना न मां आंखों के ओझल 

बस दुनिया की रीत निभाना
जाते ही भक्तों के दिल में समा जाना 

मां तो मां है मां तेरी अनंत कहानी
नहीं बखान कर सकते हम है अग्यानी

आंखे नम मन हुआ उदास 
अब रह गई आश 

मां मा मां कर करे अरदास 
अग्यानी बालक हु मै करना सदा सतीश पर उपकार।

   👏👏 मां 👏👏

🥲🥲🥲🥲🥲
सतीश गुप्ता

©satish gupta #navratri 11 अक्टूबर 2024

#navratri 11 अक्टूबर 2024 #कविता

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satish gupta

White कोई बता दे 
कोई जता दे 
ए हवा तू ही बता दे
कोई तो जाके जता दे 
तन्हा है कोई वक्त तो बता दें 
एक वक्त ही सही
कोई पल बता दे 
बैठा है कोई तन्हा 
ये ही एहसास करा दे 
मुलाकात न सही
तन्हा बात करा दे।

    👍 सतीश गुप्ता 👍

©satish gupta #alone_sad_shayri 28।o7।2024
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satish gupta

White ऐसे न रूठा करो जान निकल जाती है
सुना है चार दिन की जिंदगी है 
कब निकल जाती है 
मिलते है लोग यू ही मुकर जाते हैं 
माना कि चेहरे की रंगत अलग होती
लेकिन हर कोई एक सा नहीं 
मिलते है टूटी हुई हस्ती को चलाने के लिए 
जिंदगी को जीने के लिए और कुछ निभाने के लिए 
समझो वक्त की नजाकत 
बस मुलाकात है कभी न मिलने के लिए
बस सब यादें है यादों को निभाने के लिए।

    👍 सतीश गुप्ता 👍

©satish gupta #love_shayari 27 जुलाई 2024

#love_shayari 27 जुलाई 2024 #कविता

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