Zara gaur Karo tum dil par apne ..
use muj jese ki nahi sirf meri chahat hai ... #Shayari
Prem Solanki
नजरों की ख्वाहिश है की बंद होने से पहले तुम्हारा दीदार हो जाए,
जरा सा वक्त निकाल कर आ जाओ तुम,
मैंने सांसो को रोक कर रखा है तुम्हारी कसम देकर, #Shayari
Prem Solanki
हम मरीज़ ए इश्क़ है हमें आराम रास नहीं आता,
तुम इलाज़ मत ढूंढ़ा करो हमारा,
हमें दर्द के संग जीना गज़ब का भा गया है, #Shayari
Prem Solanki
खता क्या हुई थी मुझसे मुझे सिर्फ इतना बता दे,
वजह जानकर में खुद को सजा देना चाहता हूं, #Shayari