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babitashekhawat4441
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Singer Samrddhi Raghav Shekhawat(Babita Shekhawat)

Singer, Model an Poetess..

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Singer Samrddhi Raghav Shekhawat(Babita Shekhawat)

"शिकायतें"
************************

प्यार बहुत है तुमसे,किन्तु तुम्हे परवाह नहीं !

तुम्हारे नाम से ही सिहर उठती हूं,ये  तुम्हे मालूम नहीं !

कितनी  मोहब्बत तुम्हारे नाम से,
तुमसे जुड़ी हर बात से,तुमने कभी जाना ही नहीं !
 
बताना था बहुत कुछ..........पर तुमने सुना ही नहीं !

और सुनना था चाँदनी रात में सिर्फ तुम्हे,क्यों तुमने कुछ कहा ही नहीं !

तुम्हारे साथ दो पल बिताने को तड़पता दिल, तुमने कभी समझा ही नहीं !

तुमसे दो घड़ी बात करने को मचलता मन, पर वक्त  तुम्हारे पास नहीं !

तुम्हे एक नजर देखने को तरसती आंखे, इन आँखो को तुम पढ़ते ही नहीं !

तुम्हे गले लगाने को त्रस्त बांहे,इन्हें पूर्ण कभी किया ही नहीं !

तुम्हे प्यार करने को तरसते होंठ,
अनुभूति तुम्हे होती ही नहीं !

तुम्हारे ख्वाब देखती रातें,उन ख्वाबों में खो गई हूं,कैसे आती फिर  वापिस,तुमने तो कभी पुकारा ही नहीं !

 
तुम्हारा इन्तज़ार करते लम्हे,क्यों तुमने इन्हें छुआ ही नहीं !

तुम बिन अधूरा पड़ा श्रगांर,
उलझे केश,सूना ललाट
काजल बिन नयन,बेरगं पड़े लब,लेकिन तुमने देखा ही नहीं !

और इन सब कि तरफ से शिकायतें करती ये खामोश नजरें

हां शिकायतें करती ये खामोश नजरे

              लेखिका: समृद्धि राघव शेखावत(बबीता शेखावत)

©Singer Samrddhi Raghav Shekhawat(Babita Shekhawat) #HappyRoseDay
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Singer Samrddhi Raghav Shekhawat(Babita Shekhawat)

Person's Hands Sun Love "शिकायतें"
************************

प्यार बहुत है तुमसे,किन्तु तुम्हे परवाह नहीं !

तुम्हारे नाम से ही सिहर उठती हूं,ये  तुम्हे मालूम नहीं !

कितनी  मोहब्बत तुम्हारे नाम से,
तुमसे जुड़ी हर बात से,तुमने कभी जाना ही नहीं !
 
बताना था बहुत कुछ..........पर तुमने सुना ही नहीं !

और सुनना था चाँदनी रात में सिर्फ तुम्हे,क्यों तुमने कुछ कहा ही नहीं !

तुम्हारे साथ दो पल बिताने को तड़पता दिल, तुमने कभी समझा ही नहीं !

तुमसे दो घड़ी बात करने को मचलता मन, पर वक्त  तुम्हारे पास नहीं !

तुम्हे एक नजर देखने को तरसती आंखे, इन आँखो को तुम पढ़ते ही नहीं !

तुम्हे गले लगाने को त्रस्त बांहे,इन्हें पूर्ण कभी किया ही नहीं !

तुम्हे प्यार करने को तरसते होंठ,
अनुभूति तुम्हे होती ही नहीं !

तुम्हारे ख्वाब देखती रातें,उन ख्वाबों में खो गई हूं,कैसे आती फिर  वापिस,तुमने तो कभी पुकारा ही नहीं !

 
तुम्हारा इन्तज़ार करते लम्हे,क्यों तुमने इन्हें छुआ ही नहीं !

तुम बिन अधूरा पड़ा श्रगांर,
उलझे केश,सूना ललाट
काजल बिन नयन,बेरगं पड़े लब,लेकिन तुमने देखा ही नहीं !

और इन सब कि तरफ से शिकायतें करती ये खामोश नजरें

हां शिकायतें करती ये खामोश नजरे

              लेखिका: समृद्धि राघव शेखावत(बबीता शेखावत)

©Singer Samrddhi Raghav Shekhawat(Babita Shekhawat) #sunlove
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Singer Samrddhi Raghav Shekhawat(Babita Shekhawat)


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©Singer Samrddhi Raghav Shekhawat(Babita Shekhawat)
  ##खामोशी का तूफ़ान

##खामोशी का तूफ़ान #Thoughts

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Singer Samrddhi Raghav Shekhawat(Babita Shekhawat)

सबकुछ सुलझाने की चाह मे,अब खुद उलझ गई हूं मै
बस उम्मीदों के चलते इस सफर में यहां तक आ गई हूं मै!!

अब ना किसी से बात करने का दिल होता है,ना किसी कि बात सुनने का मन होता है!
वर्षो से सब सहजने में खुद ही बिखर गई हूं मै!!

जिन रिश्तों को खुद मैंने चुना था,प्यार के धागो से खुद बुना था
अब सब उलझ गए है वो, इन रिश्तों को सुलझाने में अब खुद ही उलझ गई हूं मै!!

थक चुकी हूं,मै ज़िन्दगी से अब लड़ते लड़ते, बस अब सबसे दूर बहुत दूर जाना चाहती हूं मै,
अब तक तो रोई हूं बहुत,अब सबको रुलाना चाहती हूं मै!!

कभी ना लौटकर आ सकूं उस दुनियां मे जाना चाहती हूं मै
तस्वीर में हंसती मुस्कुराती एक याद बन रह जाना चाहती हूं मै !!

      लेखिका: समृद्धि राघव शेखावत (बबीता शेखावत)

©Singer Samrddhi Raghav Shekhawat(Babita Shekhawat)
  ##मेरी कहानी,मेरी जुबानी

##मेरी कहानी,मेरी जुबानी #Poetry

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Singer Samrddhi Raghav Shekhawat(Babita Shekhawat)

सबकुछ सुलझाने की चाह मे,अब खुद उलझ गई हूं मै
बस उम्मीदों के चलते इस सफर में यहां तक आ गई हूं मै!!

अब ना किसी से बात करने का दिल होता है,ना किसी कि बात सुनने का मन होता है!
वर्षो से सब सहजने में खुद ही बिखर गई हूं मै!!

जिन रिश्तों को खुद मैंने चुना था,प्यार के धागो से खुद बुना था
अब सब उलझ गए है वो, इन रिश्तों को सुलझाने में अब खुद ही उलझ गई हूं मै!!

थक चुकी हूं,मै ज़िन्दगी से अब लड़ते लड़ते, बस अब सबसे दूर बहुत दूर जाना चाहती हूं मै,
अब तक तो रोई हूं बहुत,अब सबको रुलाना चाहती हूं मै!!

कभी ना लौटकर आ सकूं उस दुनियां मे जाना चाहती हूं मै
तस्वीर में हंसती मुस्कुराती एक याद बन रह जाना चाहती हूं मै !!

      लेखिका: समृद्धि राघव शेखावत (बबीता शेखावत)

©Singer Samrddhi Raghav Shekhawat(Babita Shekhawat)
  ##मेरी कहानी मेरी जुबानी

##मेरी कहानी मेरी जुबानी #Poetry

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Singer Samrddhi Raghav Shekhawat(Babita Shekhawat)

मेरे साथ बिताए हुए पल संभाल कर रखना
ये पल तुम्हे याद तो आएंगे,मगर वापिस नहीं आएंगे .....!

©Singer Samrddhi Raghav Shekhawat(Babita Shekhawat)
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Singer Samrddhi Raghav Shekhawat(Babita Shekhawat)

वो मेरी नींद मेरे चैन और दर्द के बदले
ना कोई प्यार ना ही साथ ना अब तकरार चाहती हूं!
अगर मंजूर हो एक बार मैं एक अधिकार चाहती हूं!
तुम्हे महसूस कर खुद में आखिरी बार चाहती हूं!
पुकारूं खुल के वादियों में तुम्हारा नाम चाहती हूं!
 
         शायरा
                    समृद्धि शेखावत(बबीता)

©Singer Samrddhi Raghav Shekhawat(Babita Shekhawat)
  #HBDSonakshiSinha
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Singer Samrddhi Raghav Shekhawat(Babita Shekhawat)

तुम्हारी गोद में सर रख के सोना चाहती हूं मैं
तुम्हारे  दिल में अब कुछ पल ठहरना चाहती हूं मैं

मुझे दे दो वही अधिकार और वो प्यार थोड़ा सा
की खो कर खुद को तुझ में तुमको पाना चाहती हूं मैं

शायरा
           समृद्धि शेखावत (बबीता शेखावत)

©Singer Samrddhi Raghav Shekhawat(Babita Shekhawat)
  #Sitaare
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Singer Samrddhi Raghav Shekhawat(Babita Shekhawat)

बड़ी मुश्किल से भूले हम, तुम्हारी याद और वो गम की रात !
ना फिर याद आओ,ना ले जाओ फिर हमे अपने  साथ !

जहमत ये नहीं के तुम याद आए फिर,खिजालत तो ये है के रस्मे उल्फत तुम निभा ना पाओगे !!

शायरा: समृद्धि शेखावत (बबीता शेखावत)

©Singer Samrddhi Raghav Shekhawat(Babita Shekhawat)
  #me
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Singer Samrddhi Raghav Shekhawat(Babita Shekhawat)

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