Nojoto: Largest Storytelling Platform
akash7725654157745
  • 40Stories
  • 86Followers
  • 344Love
    242Views

Ashish Gupta

Best of me is yet to come

  • Popular
  • Latest
  • Video
9a65239727056d57110bf296ee6e81d5

Ashish Gupta

मां कहां हो तुम?
देखो ना मां अब सावन भी नहीं भा रहा,
मायके से भी तो बुलावा अब नहीं आ रहा।
क्या हो गई मैं पराई, या पराया किया जा रहा।
कोई बताता क्यों नहीं आखिर मेरा घर कौन सा है।
पूछने पर ये बात आखिर क्यों सब मौन - सा है।
मां कहां हो तुम?
बेड़ियों में जकड़ गई हूं, खुद में ही सिमट गई हूं।
जितना तुमसे निखरी थी उतना ही मैं बिखर गई हूं।
सबने कहा बेड़ियों को वस्त्र बना लो,
मां तुम कह दो ना कि बेड़ियों को अस्त्र बना लो।
एक बार तो बोल दो ना मां......
कई रातों से मैं सोई नहीं नींद भी अधूरी है,
कैसी है ये  विडंबना कैसी ये मजबूरी है।
मैं और मेरी सारी ख्वाहिशें भी कहां पूरी हैं,
अपने पास बुला लो मां मंजूर मुझे यह दूरी है।
मां कहां हो तुम?
घुट - घुट कर जीना आखिर मजबूरी क्यों है,
सबको खुश रखने के लिए मेरा उदास होना जरूरी क्यों है।
अंदर दर्द का समंदर पर बाहर से ठीक हूं मां।
सह रही हूं हर दर्द आखिर तेरा ही तो वजूद हूं मां।
मां कहां हो तुम???

©Ashish Gupta
  #motherlove #daughter
9a65239727056d57110bf296ee6e81d5

Ashish Gupta

स्वाभिमान न डिगने पाए जीवन ऐसे जीते जाएं।
प्रेम,स्नेह के धागों से नफरतों के जहाँ सीलते जाएं।
सम्मान न कम होने पाए खुद पर विश्वास करते जाएं।
आत्मसम्मान की खातिर कर्म निस्वार्थ करते जाएं।
आत्मविश्वास न कम होने पाए जीवन ऐसे जीते जाएं।

©Ashish Gupta #self_respect #Hindi #in #you #me #Like #share
9a65239727056d57110bf296ee6e81d5

Ashish Gupta

तेरी वफाओं का दरिया तुझे मुबारक।
मेरी उम्मीदों का जरिया मुझे मुबारक।
बड़ी-बड़ी बातें,स्वर लहरियां तुझे मुबारक।
मेरी सोच और मेरा नजरिया मुझे मुबारक।
ये बंगले,गाड़ियाँ और ये शहर तुझे मुबारक।
मेरा मकां और ये सड़क जर्जर मुझे मुबारक।
तेरा फैसला तेरी मजबूरी तुझे मुबारक।
मेरी आदतन जी हुजूरी मुझे मुबारक।
तेरी खुशियों का समंदर तुझे मुबारक।
मेरे इश्क की जमीं बंजर मुझे मुबारक।
                           ~Ashi's Rachna💙

©Ashish Gupta #Rewrite #follow #you #me #in
9a65239727056d57110bf296ee6e81d5

Ashish Gupta

हाथ से सरकता हुआ साल बहुत कुछ सीखा गया।
मुश्किल में कौन अपना कौन पराया सब दिखा गया।
एकजुट होकर मुश्किलों से लड़ना आसान बता गया।
देखो कुछ बेसहारों को पता वो शमशान बता गया।
प्रकृती से छेड़छाड़ का अंजाम देखो कैसे बता गया।
कोरोना जैसी महामारी से दुनिया को सता गया।
दरअसल एक दूरगामी चेतावनी को चेता गया।
अपने तरीके से अलग अलग संकेत देता गया।
मानवीय गलतियों से उपजी फजीहत दिखा गया।
दरअसल हम सबको सुधरने की नसीहत बता गया।

©Ashish Gupta #togetherforever
9a65239727056d57110bf296ee6e81d5

Ashish Gupta

आधे- अधुरे सपनों को भूलाते हैं ।
चलो एक नयी उम्मीद जगाते हैं।
कुछ अधमरे रिश्तों को दफनाते हैं।
कुछ नये रिश्तों को अपनाते हैं।
चलो नव वर्ष पर नयी शुरुवात करते हैं।
अपने मन का अन्धकार भगाते हैं,
दिल में अपने एक अलाव जलाते हैं।
जिन्दगी का कोई भरोसा नही कब ठहर जाये,
चलो ठहरी हुयी जिन्दगी को नया रास्ता दिखाते हैं।
पता नही कब कौन उतार दे चेहरे का रँग,
चलो बेरंग सी जिन्दगी में चार चान्द लगाते हैं।
बेहिसाब अरमानोँ का हिसाब लगाते हैं।
चलो नव वर्ष पर नयी शुरुवात करते हैं।

©Ashish Gupta #New #nozotohindi #share #in #follow #Hindi #Love 

#Sea
9a65239727056d57110bf296ee6e81d5

Ashish Gupta

वो दिल से ऐसे खेल गया,
जैसे जर्जर पूल से कोई रेल गया।
ना मारा ना खून किया,
मुझे अपनी धुन में छोड़ गया।
उसकी फिरकी में अब भी उलझा हूँ मैं।
उसके डर से अब भी सहमा हूँ मैं।
जरा सा कहीं अब बचा हूँ मैं।
अपने वजूद पर अब टिका हूँ मैं।
                       ~Ashi's Rachna💙

©Ashish Gupta #thought #share #Like #follow #Hindi #Poetry #poem #Shayar #in 

#Life
9a65239727056d57110bf296ee6e81d5

Ashish Gupta

चाह नही प्रेम की बनूँ तो चाहत बनूँ।
छुड़ाए से भी न छुटे ऐसी आदत बनूँ।
इनके,उनके,सबके दर्द की राहत बनूँ।
जो दे कोई दर्द तो,उसकी शामत बनूँ।
जब बनूँ तो खुशियों की तिजारत बनूँ।
करीने से सँजोये कोई वो विरासत बनूँ।
मेरी चाहत है कि किसी की चाहत बनूँ।
बनूँ तो साया,ना किसी का विकल्प बनूँ।
तलब सी लग जाये ऐसा दृढ संकल्प बनूँ।
इश्क का मरीज नही,मैं परिन्दा स्वस्थ बनूँ।
जुबां पे रहूँ किसी की कविता कण्ठ्स्थ बनूँ।
नाज करे मेरी बातों पर बस इतना समर्थ बनूँ।
आधा-अधूरा नही बनूँ तो मुद्दत -सा अर्थ बनूँ।
मेरी चाहत है कि बनूँ तो शिद्दत-सी चाहत बनूँ।
                              ~Ashi's Rachna💙

©Ashish Gupta #you #me #Love #Pyar #Hindi #share #Like #follow #in #India
9a65239727056d57110bf296ee6e81d5

Ashish Gupta

तेरी वफाओं का दरिया तुझे मुबारक।
मेरी उम्मीदों का जरिया मुझे मुबारक।
मैं बूँद का कतरा ही सही मेरा वजूद तो है।
किसी के अश्क में मेरा कतरा मौजूद तो है।
गिरा हूँ जमीं पर ओस की बूँद-सा ही सही।
इन साखों और पत्तों पर, मेरी चमक तो है।
खिलती हैं कुछ कलियाँ,उन में महक तो है।
तेरी खुशियों का समंदर तुझे मुबारक।
मेरे इश्क की जमीं बंजर मुझे मुबारक।
                               ~Ashi's Rachna💙

©Ashish Gupta #Hindi #Poetry #Love #pyaar #share #Like #follow #New #we #you
9a65239727056d57110bf296ee6e81d5

Ashish Gupta

बातें तो होती हैं कभी-कभी, पर पहले जैसी बात कहाँ?
इशारों-इशारों में होती है बात,फुर्सत में करें वो बात कहाँ?
जिक्र होता है तीसरे का अक्सर, उनमें अपनी बात कहाँ?
ख्वाब मेरे सतायें उन्हे,पर उनकी आंखों में वो रात कहाँ?
बरसते थे आँखो से प्यार कभी,पर अब वो बरसात कहाँ?
बयां कर रही हैं आंखें सब,  अब आंखोँ में भी राज कहाँ?
होता है उनका हर रोज नया, पर खोया मेरा आज कहाँ?
धधक रही मेरे अंदर ज्वाला, मेरे होठों पे सवालात कहाँ?
सीधा सरल अनुवाद हूँ मैं,मेरे अल्फाजों में जज्बात कहाँ?
                                  ~Ashi's Rachna💙

©Ashish Gupta #Hindi #Love #Pyar #Like #follow #share #Yaad #me #you #your
9a65239727056d57110bf296ee6e81d5

Ashish Gupta

इस बार मजबूत गांठ टूटी है,कोई डोरी नही।
मुस्कुराना ताकत है उसकी, कमजोरी नही।
                       ~Ashi's Rachna💙

©Ashish Gupta #Love #pyaar #Heart #Broken  #waiting #time #in #Hindi #world #Like
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile