Nojoto: Largest Storytelling Platform
achal3306149455998
  • 13Stories
  • 3Followers
  • 64Love
    500Views

अचल कुमार सिंह

  • Popular
  • Latest
  • Video
9d6ab6b84275ade04d43305af93d8dde

अचल कुमार सिंह

#Truthoflife💞A 
#intejar 
#vada

Truthoflife💞A #intejar #vada #लव

9d6ab6b84275ade04d43305af93d8dde

अचल कुमार सिंह

उम्र भर जो किया है तुम्हारे बिना ।
  क्या वो तुमसे हुआ है हमारे बिना ।।
   तुम भले हो गए हो किसी और के ।
   कोई तनहा जीया है तुम्हारे बिना ।। 




**अचल कुमार सिंह**
        🙏🙏

©अचल कुमार सिंह #lonely
#lonelyquotes 
#इंतजारऔरमोहब्बत
9d6ab6b84275ade04d43305af93d8dde

अचल कुमार सिंह

हां मैं कुछ भी नहीं हूं तुम्हारे बिना ।
एक पछ भी नहीं हूं तुम्हारे बिना ।।
  आधे जीवन का अपने अरध सत्य हूं ।
 पूरा सच भी नहीं हूं तुम्हारे बिना ।।



       ** अचल कुमार सिंह**
          🙏🙏

©अचल कुमार सिंह #love
#मानजाओ
9d6ab6b84275ade04d43305af93d8dde

अचल कुमार सिंह

उत्तर दक्षिण पूर्व पश्चिम, वासी या प्रवासी हो ।
हिंदी उन्नति के पथ पर बस, अपने सतत् प्रयासी हों । 
संस्थानों का मुंह न देखे, ना अभियानों का आसी हो ।
हर भारत का बेटा केवल, मां हिन्दी का भाषी हो ।

©अचल कुमार सिंह #मेरी_कविता 

#Hindidiwas
9d6ab6b84275ade04d43305af93d8dde

अचल कुमार सिंह

कई ऊंचाई छुईं तो तुम्हारे बिना ।
पर मेरी ना हुईं जो तुम्हारे बिना ।
साथ तेरे संभाला था जिसने मुझे ।
सांस आकर गई वो तुम्हारे बिना ।

©अचल कुमार सिंह #Travelstories 
#प्यार
9d6ab6b84275ade04d43305af93d8dde

अचल कुमार सिंह

#Freindship 
#true_love 
#My___Voice 
#MyPoetry 

#Flute
9d6ab6b84275ade04d43305af93d8dde

अचल कुमार सिंह

हां ये धूमिल जवानी तुम्हारे बिना ।
फिर अधूरी कहानी तुम्हारे बिना ।
  तुम बिना अश्रु मोती की कीमत भी क्या ।
       बस ये नमकीन पानी तुम्हारे बिना ।

©अचल कुमार सिंह #understand 
#तुम्हारे 
#tumarebaad 
#तुम्हारे_बिना 
#waiting
9d6ab6b84275ade04d43305af93d8dde

अचल कुमार सिंह

गीत अब तक जो गाया तुम्हारे लिए  ।
  खुद को खोकर भी पाया तुम्हारे लिए ।
भूल कर अपने सारे दुखों दर्द को ।
  उम्र भर मुस्कुराया तुम्हारे लिए ।

©अचल कुमार सिंह #akelapan 
#madeforeachother 
#think
9d6ab6b84275ade04d43305af93d8dde

अचल कुमार सिंह

***भटकते राही***

मध्य रह जो दूसरों के, पर सदा अपनत्व कमाते ।
जाने के पश्चात वे जन, इस जहां को याद आते ।
क्या मिला हमको यहां, मर मार के लड़के लड़ाके ।
हमने भी देखे सिकंदर, कई खाली हाथ जाते ।
तज गुलामी मन के स्वामी, विश्व पर इक छाप  छोड़ो ।
शिक्षा पा नौकर बन जाने, का यह अभिशाप छोड़ो ।
ज्ञान का दीपक दिखाकर, भटके को तुम राह देना ।
मारकर पापी को जग से, झूठे शोक विलाप छोड़ो ।
बढ़ाके चोटी लगा लंगोटी, मंदिरों के जाप छोड़ो । 
मिल रही हूरें खुदा खुश, के झूठे ये संताप छोड़ो ।
कर गुजर गई जो सदी कुछ, उसका पश्चाताप छोड़ो ।
हर हाथ में डोर नफरत, कहते पहले आप छोड़ो ।
चंद समुदाय जहां के, हैं टकराए यहां पर ।
है धार्मिक गुटबाजी, ईश्वर ना मिलते कहां पर ।
है समावेशी जो सब में, सब उसी को खोजते हैं ।
ना पता ना है ठिकाना, पढ़ नमाजे भेजते हैं ।
क्या था लाना तुझे जो, रहे वहीं तेरा गया है ।
क्या लगा तू खोजने जो , खुद में खोके रह गया है ।
आज है जन-जन दुखी यहां, अपने सन्मुख दूसरे से ।
जी रहा तन्हा अकेला, ना जुड़े दूजे सिरे से  ।
अपनी-अपनी हैं व्यथाएं, अपनी-अपनी हैं कथाएं ।
दुख के आंसू छिपाकर, झूठे सुख में मुस्कुराएं ।
आओ अब सब संग मिलके, नए तरक्की मार्ग खोजें 
या गुजरा कल निहारें, फिर वहीं घाव कुरेदें ।
अब यह कर्तव्य तेरा, कल दिखा या कल बताना ।
भाग्य अपनी पीढ़ियों का, कर सुनिश्चित तुमको जाना ।
खेलते जो घर तुम्हारे , गोद में पुचकार लेना 
इनको विरासत में धरम ना, सिर्फ सच्ची राह देना ।


                                        ***अचल कुमार सिंह***

©अचल कुमार सिंह #लौट_आओ_यार 

#Walk
9d6ab6b84275ade04d43305af93d8dde

अचल कुमार सिंह

#अधूरासाथ
#अधूरासफर 
#अधूरा_प्यार
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile