जिससे मिलते है उससे एक रिश्ता बना लेते है
हाल -ए -दिल लोगो का हम अपने लब्जो मे सुना देते है
बुलंदियों तक हम पहुंचे ये लोग हम को दुआ देते है
हम तो लोगो के दिलो मे अपना आसिया बना लेते है
तेरी आंखों की गहराई देख में ग़ज़ल लिखता हूं
तू पढ़ के ना झुका देना वरना गजले
ना लिखाएगी
कलम मे ज़ब तेरी आँखो की तस्वीर ना होगी
तो बता फिर कैसे कोई
गजल लिखाएगी
#शायरी