An extended version of:
हाल क्या है दिलों का न पूछो सनम...
😁😁😊😊😃😃
आग ऐसे लगी यूं तेरे जिस्म में,
के गले से लगाना गज़ब ढा गया...
हम भी गुमशुदा थे तेरी बाहों में,
आहिस्ते-आहिस्ते ज़हन से उतार के,
मैं भी तो यारा तुझको गले से लगा लूं...
यूंही दिल ये देने का इरादा नहीं है,
तू भी तो सोचेगा, के मैं तेरा क्या हूं?...
मुझे इश्क से तुम यूं, डराते ही रहना,
किसी और चीज़ से मैं डरता कहां हूं...