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mamtasingh9974
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Mamta Singh

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Mamta Singh

White हमनें जरा मुस्कराना क्या 
कम कर दिया
अपनों ने निगाहें चुराना शुरू कर दिया।
वो डरने लगे हैं इस बात से
कोई मदद ना मांग बैठै हम,
 बिगड़े हालात में

©Mamta Singh
  #sad_shayari
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Mamta Singh

कह ना पायी जो कभी जबां से
कोरे कागज पर लिख लेती हूं।
मन की बाते मन में रखकर
सपनों में जी लेती हूं।
खत तो बहुत लिखा तेरी खातिर
पर  उन खतों को भी संजो लेती हूं

©Mamta Singh
  #Thoughts
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Mamta Singh

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Mamta Singh

White कड़ी धूप में भी 
महफूज़ रहे-
   तेरा आंचल जो था।
किल्लत थी भोजन की
तो भी उदर भरा था-
तेरा वक्षस्थल जो था।
बिस्तर की मारा-मारी थी
तो भी नींद हावी था-
तेरी बाहों का पालना जो था।
गंदगी फैलाने को भी
स्वच्छता हीं मिलती थी-
तेरी गोद जो थी
बहुत कमियां थीं
हर सुविधा पर महंगाई भारी थी
फिर भी मनचाहा मिल जाता था-
तेरी पल्लू के छोर में बंधे चिल्लर जो थे।
कोई सल्तनत ना थी
फिर भी शहजादे-शहजादी थे-
तेरी छाया जो थी।
                  अब सब कुछ है
                   पर हम सिर्फ 
     ‌              मजदूर बन के रह 
                   गए।
एक मां के ना होने से दुनियां बदल जाती है 😥
 Miss u maa🙏

©Mamta Singh
  #mothers_day
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Mamta Singh

White कड़ी धूप में भी 
महफूज़ रहे-
   तेरा आंचल जो था।
किल्लत थी भोजन की
तो भी उदर भरा था-
तेरा वक्षस्थल जो था।
बिस्तर की मारा-मारी थी
तो भी नींद हावी था-
तेरी गोद जो थी।
बहुत कमियां थीं
हर सुविधा पर महंगाई भारी थी
फिर भी मनचाहा मिल जाता था-
तेरी पल्लू के छोर में बंधे चिल्लर जो थे।
कोई सल्तनत ना थी
फिर भी शहजादे-शहजादी थे-
तेरी छाया जो थी।
                  अब सब कुछ है
                   पर हम सिर्फ 
     ‌              मजदूर बन के रह 
                   गए।
एक मां के ना होने से दुनियां बदल जाती है 😥
 Miss u maa🙏

©Mamta Singh
  #mothers_day miss u maa😥🙏

#mothers_day miss u maa😥🙏 #कविता

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Mamta Singh

White ना हासिल मेहबूबा हमेशा चांद
कही जाती है।
जो पहलू में आ जाए तो सिर्फ
कालिमा नज़र आती है।

©Mamta Singh
  #Sad_Status
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Mamta Singh

White हां ये सच है कि
हो गया है खत्म ,
 सिलसिला
 हमारी मुलाकातों का ।
बंद हो गया सिलसिला ,
हमारी बातों का ।
पर अब भी,
 बज़्म में जो जिक्र-ए मोहब्बत होती है,
तो आंखों में अब भी तेरी ,
सिर्फ तेरी ही ,
तस्वीर उभरती है।
क्यों कि मोहब्बत तो अब भी है...
    सिर्फ तुमसे
    पर तूम्हे.....??

©Mamta Singh
  #Romantic मोहब्बत तो अब भी है, सिर्फ तुमसे..

#Romantic मोहब्बत तो अब भी है, सिर्फ तुमसे.. #शायरी

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Mamta Singh

White हर इंसान की अपनी दुविधा,
है अपनी परेशानी।
फिर भी  संग मिल जाए जब यारों का,
खिल उठती है जिंदगानी।

©Mamta Singh
  #Dosti
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Mamta Singh

White ये पत्तियों का शाखाओं को
चूमकर कुछ गुनगुनाना।
और फिर हवाओं की सरगोशियों से
शाखाओं का मचल जाना।
मेहरबानियां बरस रही जम कर मौसम की,
नामुमकिन है ऐसे में खिजां का टिक पाना।
ऐसे आलम-ए-बहार में जरा करीब आ के बैठो,
कुछ तुम ना कहना, कुछ मैं ना बोलूं,
दिल में चाहे बस,इक -दूजे की खामोशियां गुनगुनाना।

©Mamta Singh #Couple
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Mamta Singh

चैत्र नवरात्रि के पावन पर्व के शुभारंभ पर हार्दिक शुभकामनाएं।
 आज गुडी पडवा भी है,
 और हिन्दू नूतन वर्ष का आरम्भ भी है।
आप सभी को मंगलकामनाएँ।

©Mamta Singh
  #navratri
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