#story#bachpan#barsat#literature_Tahalka
बरसात का मौसम शुरू हो चुका था और कई दिनों से लगातार रुक-रुक कर बारिश हो रही थी। मैं पिछले दो सप्ताह से अक्सर घर वापस लौटते वक्त भींग जाता, छाता तो हमेशा साथ में रखता था लेकिन साइकिल चलाते हुए छाता उपयोग करने पर पैंट तो भींग ही जाता। आज भी आसमान में काले-काले बादल मंडरा रहे थे, कुछ देर पहले ही जोरदार बारिश भी हुई थी और अभी बूंदा-बूंदी चल रही थी। बादलों को देख आगे भी अच्छी बारिश का अनुमान लगाया जा सकता था। मौसम कुछ खुशनुमा सा था, ना गर्मी ना ही ठंड। मै
Literature Tahalka
लेकर फूल गुलाब का,
याद करता हुँ तेरी परछाई को।
बनकर भौंरा तेरी प्रेम का,
सपना संजोता हुँ, तेरी अच्छाई को।
ना जाने तू कली किस बाग की,
अक्सर डूबा रहता हुँ तेरी सच्चाई को।
बनकर चकोर तेरी प्रेम की ,
Literature Tahalka
आँखों में लाकर आँसू ,
तेरे दिल में बसा।
एक प्यार की झलक में ,
मैं बनकर तेरा खुदा।
तेरी झुकी पलकें ,
उनमें भरी लाखों इरादे।
एक यादों की झलक में बसा ,
Literature Tahalka
मैं क्या करना चाहता हूँ, किसी को पसंद नहीं,
मैं क्या बनना चाहता हूँ , वो भी किसी को पसंद नहीं,
पर मैं जो बनकर उभरूँगा, वो किसी को नापसंद नहीं।
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Literature Tahalka
दिल के अरमानों को फ़रयाद करता हूँ
आँखों में आँसू हैं तो क्या हुआ,
इंसानियत को याद करता हुँ।
होंठ बंद हैं, तो क्या हुआ,
उन पर ठहरे मुस्कानों को याद करता हूँ।
धड़कते दिलों को थामकर ,
नयी सुबह को याद करता हूँ।।
Literature Tahalka
बोलो बच्चे बोलो बच्चे ,
तुम हो दिल के बड़े ही अच्छे।
सोते भी हो , सपनो में खोते भी हो ,
पर मन ही मन मुस्कुराते हो ,
बोलो बच्चे बोलो बच्चे,
तुम हो दिल के बड़े ही सच्चे।
Literature Tahalka
हम हैं हिन्दुस्तान के,
हिन्दुस्तान है हमारा।
उत्तर में खड़ा हिमालय ,
पहरेदार हैं हमारा।
दुनिया के धड़कनो में ,
लहराता हिन्दमहासागर ,
वो नाम है हमारा।
हम हैं हिन्दुस्तान के,
हिन्दुस्तान है हमारा।
उत्तर में खड़ा हिमालय ,
पहरेदार हैं हमारा।
दुनिया के धड़कनो में ,
लहराता हिन्दमहासागर ,
वो नाम है हमारा।
Literature Tahalka
जिन्दगी के लहरों में तूफान बनने की कोशिश मत करना,
तूफान अकसर जल्द ही समाप्त हो जाते हैं।
जिन्दगी के लहरों में तूफान बनने की कोशिश मत करना,
तूफान अकसर जल्द ही समाप्त हो जाते हैं।