किसी को इजाजत
किसी को खुलेआम मिलता हैं
फ़रवरी में हुस्न की दिलरुबा हुकूमत
किसी को गुलाम मिलता हैं..!! #शायरी
Ram babu Ray
होती है कैसी मोहब्बत मैं भी करके देखूंगा
आशिकी में जो मरते हैं मैं भी मरके देखूंगा
कुछ पता ना चला रहा मोहब्बत का
अब दिल में उतर कर देखूंगा
मिलेगी मोहब्बत फूल बनकर खिलेगी
मेहबूब की बाहों में भरकर देखूंगा
मोहब्बत में लोग जलते हैं कैसे #ज़िन्दगी
Ram babu Ray
भटक रहा हूँ द्वार दिखा दो
इस जग में प्रभु सबको उबार दो
विषमता की बीज जहरी बो रहे
आज यौवन हर मानव खो रहे
सबकी शक्ति व्यर्थ हो रहे
नपुंसक बनकर मानव रो रहे #शायरी
Ram babu Ray
मेरे दिल में जो प्यार हैं
उसके गालों पर लगाना मुझे गुलाल हैं..!!
#शायरी
आओ साथी हम पतंग उड़ाते है
#जयपुर का आसमान हम तुम्हें दिखाते है
एक नही यहाँ हजार उड़ रहे
चरखी मांझा संग पतंग खिल रहे
हल्ला गुल्ला शोर मच रहा
पतंग के पीछे होर मच रहा #शायरी#शब्दनिधि#RR✍
जयपुर की बड़ी चौपड़ पर
#दो_दुकान_हैं_मेरे
हवा महल के झरोखों से
वहाँ मस्त नजारे दिखते सारे
करो इशारे अब मोना जी
एक दे दूं या ग्यारह भेजूं #शायरी#या__कल__भेजूं
Ram babu Ray
कब तक दुर्योधन जीतेगा
कब-तक खुशियाँ मनायेगा
कुरुक्षेत्र के रणभूमि में
कब-तक संग्राम रचायेगा
बिन कवच कुंडल के कोई
कब-तक वक्ष पर घाव खाएगा #ज़िन्दगी
Ram babu Ray
ना गम के आसूं बहते थे
ना थम के आसूं बहते थे
बचपन के नादानी में
मस्त-मगन के आंसू बहते थे
ना कभी कोई गम में रहता था
सब अपनी मस्त मगन में रहता था #शायरी