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vishalsingh7839
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Kumar sahab

ENGINEERING STUDENT 🔥 LOVE TO SING 🎶 DESCRIBING MY FEELINGS THROUGH MY WORDS ♥️🔥

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Kumar sahab

स्त्री कुशल एवं समृद्ध समाज़ का प्रतिबिंब है ,
स्त्री की भावनाओं का विस्तार समाज़ का विस्तार है।।


-कुमार साहब.

© Kumar sahab #Silence #Women #Life #Reality
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Kumar sahab

प्रेम केवल भावना नही है ,

अपितु जीवन का एक मधुर सार है।।


-कुमार साहब

© Kumar sahab 
  #KiaraSid #Nozoto #LoveStory
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Kumar sahab

विश्वासघात एक ऐसी दुर्दशा है,
जो मनुष्य को जीना भुला देती है..।।

© Kumar sahab #hindipoetry #hindishayari 

#NationalSimplicityDay
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Kumar sahab

प्रणाम करके अपनी सरजमीं को,
वो अपनी कहानी अमर कर गयें,

ओढ़कर तिरंगा शहादत की उस रोज़,
वो हमेशा के लिए अलविदा कर गए.. 🇮🇳❤️💐

© Kumar sahab #BlackDay #PulwamaAttack #india🇮🇳
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Kumar sahab

जिस मोड़ पर आकर मर्द हार जाया करते हैं,
उस मोड़ से औरत के सब्र की कहानी शुरू होती है..
🍁💯

© Kumar sahab #Life_experience
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Kumar sahab

महिलाएँ सदैव पुरूषों के सिद्धांत, 
और उनकी सभ्यता से प्रेम करतीं हैं...।
न कि पुरूष के सौभाग्य की दौलत और शौहरत से...।।

© Kumar sahab #true_love
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Kumar sahab

'ये मज़हबों की दीवार आखिर क्यूँ बनाई जाती है,
सिंहासन के शीर्ष पर जाते हुये,
गरीबों की बस्ती में आग आख़िर क्यूँ जलायी जाती है..। 

इंसानों के बनाये हैं जब ये नियम और खेल सारे,
तो ईश्वर पर सारे इल्ज़ाम आख़िर क्यूँ लगाए जाते हैं...।।
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    -कुमार साहब🍁#

© Kumar sahab #reading
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Kumar sahab

उसे हाथ लगाना मुझे मंजूर नहीं था,
उसके माथे को चूम कर मैंने,
"इजहार-ऐ-इश्क़" की रस्म अदा कर दी...।।
❤️💫


:-कुमार

© Kumar sahab #wetogether
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Kumar sahab

इस "सैलाब-ऐ-अश्क" की असास क्या होगी,
जज्ब के इस ज़ुर्म की सज़ा क्या होगी..।
यहि सोचकर मैं तुमसे मिलता नहीं हूँ,
मिलेंगे जिस रोज़ तोड़कर इज़्तिरार को, 
उस मुलाक़ात की "नक्स-ऐ-तासीर" क्या होगी...।।❤️🥀
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        - कुमार साहब/विशाल सिंह ✒️ #window
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Kumar sahab

मेरे शहर में कुछ आधुनिक परिवर्तन आये है साहब, 
 वो रीति रिवाज अब नहीं है,
अब सड़के नयी बन गयीं हैं, 
और ईन नयी चमचमाती हुयी सड़को पर,
अब साइकिल चलाने की अनुमति नहीं है....




-कुमार साहब✒️ #commonman
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