कितना अजीब ये दस्तूर है,
हम से ही ये दुनिया है ,
और हम ही इस से मजबूर है,
हमारा मन जिसका हो जाता है,
हम उसके हो ही नही सकते,
दिल से और खुद से किये हर वादे,
हम रोज भुलाने की बेकार कोशिश किये जाते है,
और जो रिश्ते मजबूरी में जुड़ जाते है, #kitnaajibdasturhain