Nojoto: Largest Storytelling Platform
rekhajain2701
  • 276Stories
  • 36Followers
  • 3.4KLove
    4.7KViews

rekha jain

  • Popular
  • Latest
  • Video
b2f7246dd9ba8dff5bf9d7a1dfa527f5

rekha jain

White प्रार्थना 
हे ईश्वर सुनो मेरी,देश चला किस मोड़
उफना मटका पाप का,जल्दी देना फोड़
डारेखा ज़ैन

©rekha jain
  #VoteForIndia

144 Views

b2f7246dd9ba8dff5bf9d7a1dfa527f5

rekha jain

Life Like 
मुक्तक
18/3/24

             मुक्तक 

कपट खाद से फसल उगाकर,खूब कमाये नोट।
अंत समय कुछ काम न आया,भूल गए सब वोट।
मरघट के लिए चला घर से ,रोता सब परिवार
खोटे धन से भरी तिजोरी,शूल दिलाये  चोट।

डॉ रेखा जैन शिकोहाबाद
स्वरचित व मौलिक रचना

©rekha jain
  #Lifelike
b2f7246dd9ba8dff5bf9d7a1dfa527f5

rekha jain

मुक्तक 

दंपतियों में दिख रही, होती बहु तकरार।
छोटी-छोटी बात पर,खींच रहे तलवार।
सहनशीलता की कमी,दिखती है सबओर।
बुरा -भला कहते रहे, देकर घाव हजार।

डॉ रेखा जैन शिकोहाबाद

©rekha jain
  #febkissday
b2f7246dd9ba8dff5bf9d7a1dfa527f5

rekha jain

BeHappy 
मुक्तक 

मिलें दो वक्त की रोटी  घड़े का नीर ठंडा हो।
यही हैं आरज़ू मेरी सुखद  संसार चंगा हो।
गुथें हों फूल खुशियों के धरा भी तब लगे प्यारी-
जहाँ तक भी नज़र जाएं ना सर पर डंडा हो।
डॉ रेखा जैन शिकोहाबाद

©rekha jain
  #beHappy
b2f7246dd9ba8dff5bf9d7a1dfa527f5

rekha jain

गीतिका 

द्वंद फंद मत करें अपार।
मरेगा  नहीं तो व्रज प्रहार।1

पाना चाहो यदि सम्मान
बांटो अपना मृदु व्यवहार।2

कभी ना कर स्वयं पर गर्व
त्याग सारा तू    अंहकार।3

कठिन बहुत जीवन की राह
आज चाह का करो विचार।4

चुभते मुझे वचन कटु शूल।
मत ला कटु  वचन बयार।5

कठिनाईयों को हम जीत।
 बाधाएं भी है स्वीकार।6

डॉ रेखा जैन शिकोहाबा

©rekha jain
  #happypromiseday
b2f7246dd9ba8dff5bf9d7a1dfa527f5

rekha jain

गीतिका 

द्वंद फंद मत करें अपार।
मरेगा  नहीं तो व्रज प्रहार।1

पाना चाहो यदि सम्मान
बांटो अपना मृदु व्यवहार।2

कभी ना कर स्वयं पर गर्व
त्याग सारा तू    अंहकार।3

कठिन बहुत जीवन की राह
आज चाह का करो विचार।4

चुभते मुझे वचन कटु शूल।
मत ला कटु  वचन बयार।5

कठिनाईयों को हम जीत।
 बाधाएं भी है स्वीकार।6

डॉ रेखा जैन शिकोहाबाद
स्वरचित व मौलिक रचना

©rekha jain
  #sunlight
b2f7246dd9ba8dff5bf9d7a1dfa527f5

rekha jain

वृद्धावस्था पर दोहा गीतिका 
                      गीतिका

बच्चे आज दिखा रहे ,स्वार्थ का व्यवहार 
अपने तन मन को कभी, ना करना लाचार ।(1)

वृद्धावस्था बहुत कठिन, बात बड़ी अनमोल
बुढापे में मिलता रहे, सबके दिल से प्यार (2)

भौतिकता की हौड़ में,जीते बच्चे आज
कर रहे हैं आज सब, रिश्तों का संहार (3)

सपनों के आकाश में,मचल रहे हैं ख्वाब
प्रतिरोध की आंधी भी, है घातक हथियार (4)

जीर्ण शीर्ण हुआ शरीर,पल पल रोके  मुझे 
जन-जन में छिटक रहा ,नफरत का व्यापार 5)

सुख ही सुख मिलता रहा,रहा न दुख का लेश
अब जकड़ चुके रोग से,भोगे कष्ट अपार(6)

वृद्धजनों के प्रति रहे,घर घर में आक्रोश
 बुजुर्गो का सदा ही आपतुम,दिल से कर सत्कार। (7)

डॉ रेखा जैन शिकोहाबाद

©rekha jain
  #febkissday
b2f7246dd9ba8dff5bf9d7a1dfa527f5

rekha jain


मुक्तक 

रात दिन जिसकी दया पर वो सदा पलते रहे।
बाद में वो ही सजा बन आंख  में चुभते रहे।
आचरण उनका गलत था मैं समझ पाया नही कर्म की थी आग जिसमें वो मगर जलते रहे।

डॉ रेखा जैन शिकोहाबाद
स्वरचित व मौलिक रचना

©rekha jain
  #GingerTea
b2f7246dd9ba8dff5bf9d7a1dfa527f5

rekha jain

महिला दिवस पर विशेष
********************
किसी से कम नही हैऔरत जमाने मे।
किया जीवन समर्पित घरोदा बनाने मे ।
दिखाती है हुनर मनोबल के सभी अपने।
रही है पवित्र-पावनी -सीरत नगीने -मे ।
डा० रेखा जैन
शिकोहाबाद उ०प्र०

©rekha jain
  #womeninternational
b2f7246dd9ba8dff5bf9d7a1dfa527f5

rekha jain

मुक्तक 
धूप -छांव से ही दिखती है,जीवन की ये रोड़
हार -जीत न देखी जाती,जीवन लाख करोड़
दौड़ -धूप जीवन में ना हो, जीवन है बेकार
दांव -पेंच लगाकर तुम जीवन को न मरोड़।
डॉ रेखा जैन शिकोहाबाद

©rekha jain
  #SunSet
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile