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प्रशान्त कुमार"पी.के."

साहित्यवीर अलंकृत हिन्दी आशुकवि

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प्रशान्त कुमार"पी.के."

राष्ट्रीय युवा दिवस 2021.

राष्ट्रीय युवा दिवस 2021.

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प्रशान्त कुमार"पी.के."

श्रीकृष्ण

श्रीकृष्ण

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प्रशान्त कुमार"पी.के."

शुभकामनाएं🌹🌹

#inspirational

शुभकामनाएं🌹🌹 #inspirational #शायरी #nojotovideo

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प्रशान्त कुमार"पी.के."

मेरा स्वाभिमान

मेरा स्वाभिमान

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प्रशान्त कुमार"पी.के."

हिंदी का सम्मान करें

#MyPenStory

हिंदी का सम्मान करें #MyPenStory

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प्रशान्त कुमार"पी.के."

हिंदी दिवस

हिंदी दिवस

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प्रशान्त कुमार"पी.के."

#krishna_flute
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प्रशान्त कुमार"पी.के."

वीर मंगल पांडेय सी जवानी होनी चाहिये
#krishna_flute

वीर मंगल पांडेय सी जवानी होनी चाहिये #krishna_flute #कविता #nojotovideo

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प्रशान्त कुमार"पी.के."

बहनों की राखी,
भाई का प्यार....
हो गया सूना संसार..
आंखे पुरनम बहती धार
पूछे हमसे बार बार
बोलो वो सब कहाँ गए.....
सूनी गलियां 
बसंत बहार

बहनों की राखी, भाई का प्यार.... हो गया सूना संसार.. आंखे पुरनम बहती धार पूछे हमसे बार बार बोलो वो सब कहाँ गए..... सूनी गलियां बसंत बहार #nojotovideo

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प्रशान्त कुमार"पी.के."

*पृथ्वी*

पृथ्वी हमें जीवन देती है।
बदले में क्या कुछ लेती है।।

तुझमें खेले और बड़े हुए,
लेटे, बैठे और खड़े हुए।
जननी की गोद में खेल- खेल,
संतान लिपटकर रोती है।।

तू बीज अंक निज में लेकर,
उर्वरा शक्ति उसको देकर,
अंकुरण से वृक्ष बनाती है,
इक माँ का फर्ज निभाती है।।

मानव तू निज कर्तव्य भूल,
बोता रहता तू इसपे शूल
बचपन से गोद खिलाती है,
आगोश मृत्यु में लेती है।।

बदले में क्या कुछ लेती है।
ये पृथ्वी जीवन देती है।।

        प्रशान्त कुमार"पी.के."
        पाली, हरदोई(उ.प्र.)
          8948892433 *पृथ्वी*

पृथ्वी हमें जीवन देती है।
बदले में क्या कुछ लेती है।।

तुझमें खेले और बड़े हुए,
लेटे, बैठे और खड़े हुए।
जननी की गोद में खेल- खेल,

*पृथ्वी* पृथ्वी हमें जीवन देती है। बदले में क्या कुछ लेती है।। तुझमें खेले और बड़े हुए, लेटे, बैठे और खड़े हुए। जननी की गोद में खेल- खेल,

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