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जितना सकुन, मां के आंचल में है
वो दूनिया के, किसी  कोने में नहीं है 

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  #IFPWriting
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कभी दिमाग,कभी दिल, कभी नजर में रहो
ये सब तुम्हारे ही घर है,किसी भी घर में रहो


राहत इंदौरी जी

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  #standAlone_ ने
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किसान की आवाज

कौन सुने इनकी व्यथा
कौन सुने इनकी पुकार 
अपने खुद के निवाले
की चिन्ता न कर 
ओरौ के निवाले के खातिर
लु-आंधी, बरसात चिलचिलाती धूप में
गर्मी -कोहरे में युद्ध स्तर से तैयार 
फिर भी इनको नहीं मिल
पाता,अपनी फसल का उचित दाम
कौन सुनें इनकी पुकार
कोन सुनें इनका चित्कार
कभी आ रही बाढ
कभी पड़ती सुखे की मार
अपनी भुमी रहन करता
अपनी बेटी का ब्याह रचाने को
वह ये सब करता,
समाज में अपनी अस्मिता बचाने को
बढते कर्ज को देखकर 
बेचारा- बेबस -लाचार किसान
कोई फंदे पर झूल रहा
कोई लटकने को तैयार
ये कैसा मचा हाहाकार
कोई सुनो इनकी पुकार
देश के जवान ओर किसान में
फर्क नहीं
वो सरहद पर फर्ज निभाते
ओर किसान भीतर
कुछ तो सोचो, कुछ तो बात करो
इनके बारे में
जिस दिन कर दी किसानी की उपेक्षा
ये देश भुखा मर जायेगा
फिर ये प्यारा भारत देश केसा कहलाएगा
सुनो इनकी आवाज भारत सरकार
हे परवरदीगार, है परवरदिगार

सिल्लु सोलंकी,न्यौलखी की कलम से

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  रभरलडलफल

रभरलडलफल #कविता

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जब तक चलेंगी जिंदगी की सांसे
कंही प्यार तो, कहीं टकराव मिलेगा

कहीं बनेंगे रिश्ते दिल से
कहीं अपनेपन का अभाव मिलेगा


कहीं मिलेगी जिंदगी में वाह वाही
कहीं पिठ पिछे,खोटापन मिलेगा 


कहीं चेहरों पर खुशामद मिलेंगी 
कहीं‌ बेरुखीयों का सुहाव मिलेगा

कहीं मिलेगी अंतर्मन से दुआं
कहीं जज्बातों में दुर्भाव मिलेगा


कहीं बैगाने भी बनेंगे अपने
कहीं‌ अपनों में ही मनमुटाव मिलेंगा

तूं चल कर्मराह पर मुसाफिर
जेसै तेरा भाव ,वेसा ही प्रभाव मिलेगा 

बस यही मुक्कमल जिंदगी है
बस इसी का नाम जिंदगी है दोस्त,,,,,,,,



सिल्लु,न्यौलखी

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#HeartfeltMessage
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मेरे प्यारे भाई- बन्धुऔ ,मेरे अपनो की दुआओं से 
भगवान के एवं बड़े -बुजुर्गों के आशीष से
शादीशुदा जीवन के सफर का
 एक दशक पुर्ण किया 

,मेरा हमसफ़र 
मेरी लुगाई का बहुत बहुत शुक्रिया
आज परणिजणे के ग्यारहवें साल में प्रवेश कर लिया है

आज शादी की वर्षगांठ है

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  happy marriage anniversary

happy marriage anniversary #समाज

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आज इस शुभ अवसर ,पर्व लोहड़ी पर 
अध्यापक प्रिय भतिज चरण सिंह को बिटीया रानी प्राप्ति पर आप सभी
भाई बन्धुओ को बहूत बहुत बधाईयां और शुभकामनाएं

सोलंकी परिवार में बिटीया के आगमन पर हार्दिक अभिनन्दन करते हैं

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  feeling happy

feeling happy #समाज

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हमारे वतन कि राष्ट्र भाषा है हिन्दी
जन जन की आशा है हिन्दी

हिंदुस्तान की शान है हिंदी
प्यारे वतन की पहचान है हिंदी

हमारी वेदना है हिंदी,
हमारा मान है हिंदी

हमारी आत्मा है हिंदी
हमारे जज्बातो की साज है हिंदी

हमारा कर्म है हिंदी
हमारा धर्म है हिंदी

हमारी संस्कृति है हिंदी
हमारा आचरण है हिंदी

कवियों, साहित्य कारो
 की लेखनी की समान का प्रतीक है
हिंदी  


हर जन‌ की अभिलाषा है हिंदी
प्यारे भारत देश की मातृभाषा है हिंदी

सिलु सोलंकी,न्यौलखी

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  Hindi diwas 10 January

Hindi diwas 10 January #कविता

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देखो -देखो नया साल आया है
हम सबके लिए अच्छे -अच्छे 
बदलाव लेकर आया है

गुज़रे हुए बरस के गिले -शिकवे भूलाकर
नये बरस‌ में कुछ नवल करेंगे हम
नया सवेरा,नयी उम्मीदें, नवीन आशाएं
विराट सोच के संग
नये साल का अभिनंदन करेंगे हम!

देखो -देखो नया साल आया है
खुशियों का भंडार लेकर आया है
रीत वहीं,प्रीत वहीं, उल्लास वहीं
इंसान वहीं
बदला है तो महज़ दिन, महीने, साल, कलेंडर!

छल, कपट बदले की भावनाओं को भस्म कर
आपसी भावनात्मक किस्से,प्रेम, स्नेह प्यार, मोहब्बत
मधुर -व्यवहार का बीज बोयेंगे हम !

दखो -देखो नया.…...
खुशियों की सौगात लेकर आया है

ना कोई साजिश,ना कोई चाल
किसी भी इंसान के प्रति नहीं रखेंगे हम
मानव -मानवता के संग जिलें
सिर्फ यहीं मिसाल कायम करेंगे हम

देखो -देखो नया साल आया है
हम सबके लिए खुशियां बेशुमार लेकर आया है

सिल्लु  सोलंकी ,न्यौलखी

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  happy new year all of you

happy new year all of you #कविता

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बेहतरीन नज़्म,शायरीयो, ग़ज़लों
 से समां बांधा करते थे

मेरे गांव के बहुत करीब
हर दिल अजीज थे

कितनी प्यारी, आलीशान,
 बेशकीमती चीज़ थी
जो अब सदा 
के लिए खो गई

महज वो ओर कोई 
एक दृढ़ नाचीज़ था

अब तो पुरे गांव की आंखों से 
आंसुओं की अविरल धारा बह रहीं 

आपसे ये आशा नहीं थी गुरुवर
बस यही कह रहा है 
जो अपने हाथ से निकल गई चीज
वो ओर कोई नही 
नाचीज़ है
सिर्फ नाचीज़ है

मीस यु सर जी
कोटि-कोटि  नमन

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