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akarshanmishra3604
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Akarshan Mishra

मोहब्बत किया तो मोहब्बत को बुरा क्यूँ कहूँ मैं इश्क पाया तो इश्क को बुरा क्यो कहूँ मैं मुझे जिद थी जिद है जिद रहेगी तुझे पाने कि गर तू दूर होकर पास है मेरे तो खुद को अधूरा क्यों कहूँ मैं The first time I saw you, my heart whispered that’s the one.

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Akarshan Mishra

#tereliye

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Akarshan Mishra

#tereliye

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Akarshan Mishra

#lovebeat
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Akarshan Mishra

#Lala_Lala
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Akarshan Mishra

Alone  बिछड़ते वक्त उसने ...
   बिछड़ने का वजह ना पूछा...
उसके बगैर मिट जाऊंगा...
   ___मालूम था उसे...
   मगर मिटने  का  वजह ना पूछा...
ये दुनिया बहुत बड़ी है साहब...
  उसे इस बात का अंदाजा नहीं था..
जाकर कहीं रहने को तो कह दिया...
 मगर ठहरने का जगह ना पूछा।

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Akarshan Mishra

मैंने कहा....
   आज एक झूठ बोल दे....
  मेरा दिल❤️ मुस्कराते हुए बोला...
 तू मेरा ही तो है....😊😀

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Akarshan Mishra

वो तो तू अकेला था....
   शायद इसीलिए____
       तू फिर से आ मिला मुझसे...
और मैं नादान यही समझता रहा____
  ना कोई शिकवा था ना कोई गिला मुझसे....
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Akarshan Mishra

आदमी इस दुनिया में कितना मजबूर है,
अपनों की खातिर अपनों से ही दूर है।
ये ख्वाबों के मोह माया में,
खूब छला जाता है।
इन्हीं ख्वाबों की खातिर,
अपनों से दूर चला आता है।।
खुद के लिया अंधेरा हो मगर,
ख्वाबों के लिए नूर है,
आदमी इस दुनिया में कितना मजबूर है।।
अगर सफलता ना मिले तो,
मायूसी छा जाए उस पर।
मिले कामयाबी गर उसे तो,
घमंड में वो चूर है।
आदमी इस दुनिया में कितना मजबूर है।।
क्या लेकर आया है यह,
क्या लेकर जाएगा।
मगर ना जाने किस बात का इसे गुरूर है,
फिर भी ये आदमी न जाने क्यों मजबूर है।
आदमी इस दुनिया में कितना मजबूर है,
अपनों की खातिर अपनों से ही दूर है।

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Akarshan Mishra

कभी कभी...
   मुझे_____
जिंदगी से वादा यूं भी निभाना पड़ता है,
रोना तो चाहता हूं मगर मुस्कराना पड़ता है।
यूं तो आदतें नहीं मेरी,
किसी के जिंदगी में घुलना और फिर मुसाफिर हो जाना ,
मगर वज़ह- ए - वक्त__
खुद को मुसाफिर जताना पड़ता है।
जिंदगी से वादा यूं भी निभाना पड़ता है,
रोना तो चाहता हूं मगर मुस्कराना पड़ता है।।
अब मुसाफिर मैं भी हूं,
मुसाफिर वो भी है।
मगर मोड़ - ए - वक्त,
एक दूजे से मिलना- मिलाना पड़ता है ।।
जिंदगी से वादा यूं भी निभाना पड़ता है,
रोना तो चाहता हूं मगर मुस्कराना पड़ता है।
काश उससे गले लगाने की इजाज़त मिल जाए,
कह दूं खुदा उसे मैं,उसे इबादत मिल जाए।।
इन झूठे ख्वाबों में,
खुद को समझाना पड़ता है,
चेहरे में खुशी मगर दिल को तड़पाना पड़ता है,
जिंदगी से वादा यूं भी निभाना पड़ता है,
रोना तो चाहता हूं मगर मुस्कराना पड़ता है। #love #akarshanmishta
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Akarshan Mishra

मैं खुद कि नजर को
खुद ही से बचाने निकला हूँ.
मैं तुमसे मिलने 
किसी और से मिलने के बहाने निकला हूँ...
हर रोज सिर्फ तुमसे   गले लगने कि चाहत थी 
हाँ मगर ये बाहें सिर्फ तुम्हारी अमानत थी 
रात इक ख्वाब मैनें देखा है 
मेरे दिल में सिर्फ तुम्हारी  ही रूप-रेखा है 
आज मैं तुम्हारी तस्वीर सजाने निकला हूँ 
मैं खुद कि नजर को
खुद ही से बचाने निकला हूँ.
मैं तुमसे मिलने 
किसी और से मिलने के बहाने निकला हूँ...
मेरे दिल से जो भी गुजरा था, उसने लूटा था
इसीलिए तो मेरा दिल भी कभी टूटा था 
खुशी रहती थी चेहरे पर 
दिल उदास रहता था 
तन्हा रहता था मैं 
गम ही पास रहता था 
जब से जिन्दगी में तुम आई 
दिल मेरा मुस्कराता रहता है 
कहीं दूर ना हो जाओ तुम 
ये दिल हमेशा घबराता रहता है 
मैं आज तुम्हें गले से लगाने निकला हूँ 
मैं खुद कि नजर को
खुद ही से बचाने निकला हूँ.
मैं तुमसे मिलने 
किसी और से मिलने के बहाने निकला हूँ... #happy_valentines_day
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