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amitkumar6538
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Amit Kumar

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Amit Kumar

White मां क्या है
मां वो हैसियत है जिसने अपनी जान से ज्यादा तुम्हारी जान प्यारी है, जिसके लिए उसका किचन ही सारी दुनिया हो गई है वो जब फ्रिज खोलती है तो घूम लेती है मानली,
रोटी बनाते वक्त महसूस करती राजस्थान की गर्मी, सिंक में पड़े बर्तन को साफ करते हुए महसूस किया बारिश का मौसम,
कभी अगर बाहर गई भी  तो ले आई अपनी इसी दुनिया को सजाने का सामान।
जिसने कभी हमसे जाहिर नहीं  की अपने हृदय की पीड़ा लेकिन मेरी एक आवाज से पहचान लेती है मेरे अंतर्मन की पीड़ा को।
जिसे हर बार ये शिकायत रहती है पतले क्यू हो गए हो।
वैसे तो आज मदर डे है किंतु मां का कोई एक दिन नही होता बल्कि मां होती है तभी दिन होता है।

©Amit Kumar
  #mothers_day
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Amit Kumar

White टकरा गया वो मुझसे,  किताबे लिए हुए
फिर मेरा दिल,और उसकी किताबे बिखर गई

©Amit Kumar
  #Couple
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Amit Kumar

ये मेरे आंखो में जो पानी हैं
ये बस तेरी  ही मेहरबानी है
बहुत जज्बात है मेरे दिल में दबे
वो कहानी नही किसी को बतानी है
तेरा शहर मेरे शहर से दूर है बहुत
 मेरी आह तेरे घर तक पहुचानी है

©Amit Kumar
  #happypromiseday
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Amit Kumar

  भगवान राम का जब 14 वर्ष का वनवास पूर्ण हुआ वो वापस अयोध्या आए तो  भरत जी ने सीता जी के चरणों में सिर रखकर प्रणाम किया तब गोस्वामी तुलसीदास जी लिखते हैं कि यैसा करने से भरत  जी का सिर तो धन्य हुआ ही क्यूंकि  वो भरत के मां समान है किंतु साथ ही साथ सीता माता के चरण भी धन्य हुए।

मेरे समझ से तुलसीदास जी ने यैसा इसलिए कहा कि जिस भरत के पास राज्य सिंहासन  था आपार शक्ति और धन था फिर भी उन्होंने सोने का मुकुट ना पहन कर भाई की चरण पादुका सिर पर रखी और उन्हें श्रेष्ठ  माना , मेरे हिसाब से वह सिर भी किसी तीर्थ से कम नहीं है इसलिए माता सीता का पैर भी धन्य हुआ।।

©Amit Kumar
  #thelunarcycle #विचार

thelunarcycle विचार

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Amit Kumar

त्यौहार के बाद एक बार फिर वापसी कर रहे है
गांव से शहर
मां ने बैग बाधने के साथ बाध दी है ढेर सारी उम्मीदें
पिता के साथ बाइक/कार पर बैठ कर स्टेशन तक का सफर फिर तय किया है
रास्ते में पिता ने बस इतना कहा की मेहनत करना
ट्रैन पर बैठते वक्त मैं ओझल आंखो से पिता को देख रहा था और पिता ओझल आंखो से देख रहे थे मेरे साथ लगी हुई उनकी उम्मीदों को......

©Amit Kumar
  #retro
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Amit Kumar

Holi is a popular and significant Hindu festival celebrated as the Festival of Colours, Love, and Spring. ना खुद को स्वप्न से मिला सके
ना उसके आस पास आ सके
उसके ही रंग में रंगे है पर
उसे ही रंग न ला सके
happy  holi

©Amit Kumar
  #holi2024
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Amit Kumar

Holi is a popular and significant Hindu festival celebrated as the Festival of Colours, Love, and Spring. ना खुद को स्वप्न से मिला सके
ना उसके आस पास आ सके
उसके ही रंग में रंगे है पर
उसे ही रंग न ला सके

©Amit Kumar
  #holi2024
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Amit Kumar

कभी किसी से जिक्र ए जुदाई मत करना
इन आंसुओ को कभी रोशनाई मत करना
और जहां से जी ना लगे तुम वही बिछड़ जाना
मगर खुदा के लिए बेवफाई ना करना

©Amit Kumar
  #GingerTea
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Amit Kumar

प्यार करने में आशनाई में
हम भी रोए है दिल लगाई में
अपना सुख चैन देकर आए है
एक लड़की को मुंह दिखाई में

©Amit Kumar
  #loversday
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Amit Kumar

मुंह  की बात सुने हर कोई
दिल के दर्द को जाने कौन
आवाजों के बाजारों में
ख़ामोशी पहचाने कौन

©Amit Kumar
  #RoadTrip
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