#boat बहोत कुछ छोड़ रखा तेरे भरोसे या रब
बस इन्तेज़ार हैं तेरी रहमत का
27 Views
Moh Ashraf Khan
जब छोड़ो गे तो वतन की मिट्टी याद आयेगी
मां का आंचल ओर मक्के की रोटी याद आयेगी
लार्ज जाएंगे कान तुम्हारे नारे तकबीर सुनने को
हिंदुस्तान जिन्दा बाद की सदाये याद आयेगी
Hasib Khan #hindustan Lakshmi singh Lakshmi Srivastav Lakshit Pandey
#Ride#कविता
0 Love
Moh Ashraf Khan
जब किताबें सड़क पर और जूते
काच के दुकानों पर मिलने लगे
तो समझ लेना लोगों को
तालीम की जरूरत नहीं है
। लोग गाफिल हो चुके हैं
#meltingdown#story
मैं कोई दर्द में डुबा आशिक नहीं
जो तुम मुझसे बे वजह
हम दर्दी दीखाए जा रही हो
चलो मेरी छोड़ो तुम
ये बताओ जो तुम्हारे दामन में
लगा खून तुम्हारे आशिक का है
जो तुम मुझसे छुपाए जा रही हो Pathak ji Zoya Khan Aditya Raj 'rabare' Arbaz Khan kriss.writes #poem
12 Love
Moh Ashraf Khan
जब आप को बार बार यकिन दिलाना पड़े
एसी मोहब्बत से अकेले रहना ही ढीक है Maligram Yadav ANkur SAchin YAdav TARUNA MALIK Devendra Kumar SingerRahulOfficial (CharmingCreationRahul) #story