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ऐसी ख़ास हस्ती भी नहीं हूं, जो बारे में अपने बतलाऊ। अभिलाषा है लेखनी से, जीवन का सार मै दिखलाऊं। कवि नहीं हूं ना ही शायर, जो मै खुद पर इठलाऊं। मक़सद है कि क़लम के ज़रिए, किसी के काम मैं आ पाऊं। follow my page on Instagram--- Kavya_sarjak_210