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sanjaygaikwad7826
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Sanjay Gaikwad

frends ka dil welcome profile aane ke liye

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Sanjay Gaikwad

यह तो तुम्हारी सारी.कहानी है. मेरा तो कोई किस्सा नहीं है. तलाश कर रहा हूं मैं उसका जिसमें मेरा कोई  हिस्सा नहीं है...

©Sanjay Gaikwad
  # shayari
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Sanjay Gaikwad

वक्त बीत जाए तो लोग भुला देते हैं.          बेवजह लोग अपनों को भी रुला देते हैं.
 जो दीपक रात भर रोशनी देता है.               सुबह होते ही लोग उसे बुझा देते हैं।

©Sanjay Gaikwad
  # shayari
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Sanjay Gaikwad

बात तो एक ही है..
 इंसान एक रास्ते पर आने के लिए कितने सारे रास्ते अपना लेता है. मिलने पर भी कम पड़ता है क्या?  इज्जत दौलत शोहरत। यह सब कुछ करने के बावजूद भी। ओ  बैठता नहीं है जब तक सांसे है।

©Sanjay Gaikwad
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Sanjay Gaikwad

रिश्ते किसी से  कुछ ऐसे निभाओ कि
 उसके दिल।के सारे गम चुरालो
 इतना असर छोड़ दो किसी पर 
अपना के  हर कोई। अपना बना ले।

©Sanjay Gaikwad
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Sanjay Gaikwad

सफर  वहीं तक है जहां तक तुम हो।
 नजर वहीं तक है जहां तक तुम हो।
 हजारो फूल देखें है  इस गुलशन में। मगर।
 खुशबू वहीं तक है जहां तक तुम हो।

©Sanjay Gaikwad
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Sanjay Gaikwad

   तुम्हें देखते हैं तो .दिल में ऐसी दस्तक होती है
 जैसे सागर में लहरों की हलचल होती है.
 .. रोज होती है तुम्हारी बात....सोचा ना। था कभी  तुम्हारी आंखें.  इस सूरत से रोज होती है.

©Sanjay Gaikwad
  shayari
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Sanjay Gaikwad

फिजाओं में। रंग कुछ इस तरह मिल जाए।  की। मुरझाई हुई। कलियां खिल जाए .आपके सावन मिले हम। एक दूजे से कुछ ऐसे। कि  मैं तुझ में।    मैं तुमसे भूल जाऊं।तुम मुझसे धुल जाए

©Sanjay Gaikwad
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Sanjay Gaikwad

कितने रंग है इन। फिजाओं में। मगर हमको कोई रंग नहीं भाता। एक चेहरा जो आंखों में बसा है। बस कुछ और।  नजर नहीं आता।

©Sanjay Gaikwad #Pathaan
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Sanjay Gaikwad


 उजाले दिखाकर इतने  तू। फिर अंधेरा कर गया। मरहम लगा। लगाकर जख्मों पर। फिर हार कर गया। हर लम्हा सितंबर है अब हर महफिल तन्हा। पूरा करके  मुझे तू फिर  अधूरा कर गया।

©Sanjay Gaikwad
  shayari
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Sanjay Gaikwad

कितने सारे शब्द है जो .अर्थ नहीं पाते। कितने सारे भाव हैं जो व्यर्थ?नहीं हो पाते। दिल की दिल में रह जाती है अक्सर कितनी बातें। कितने सारे गीत है जो होठों पर नहीं आते।...

©Sanjay Gaikwad
  shayari
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