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yuvrajjain6874
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Yuvraj Jain

माना झूठ बोल सकता हूं में, मगर लिखता हमेशा सच हूं में।

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Yuvraj Jain

धुँध मैं ढूंड रहे है सब सबको,
मगर
नही ढूंड रहे है उसी धुँध मैं खुद को।

©Yuvraj Jain #MorningTea  Pallavi Srivastava  Anupriya Das RJ_Keshvi Esha mahi 100fia Gulati

#MorningTea Pallavi Srivastava Anupriya Das RJ_Keshvi Esha mahi 100fia Gulati #विचार

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Yuvraj Jain

लिखावट मेरी कुछ इस तरह उसने पढ ली,
लिखा मैनें कुछ भी नही
मगर
हक्किकत उसने वो मेरी समझ ली।
अब उस नादान को कौन समझाए
मैं एक शायर हूँ दर्द सबका लिखता हू।
मगर आज भी मैं खुद अपनी हक्किकत हर शब्द मैं ढूंडता हू।

©Yuvraj Jain #rain  RJ_Keshvi RJ_Keshvi Anupriya Das Esha mahi Kayyum rja 7690811321 (YouTuber)

#rain RJ_Keshvi RJ_Keshvi Anupriya Das Esha mahi Kayyum rja 7690811321 (YouTuber) #शायरी

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Yuvraj Jain

मैं ना किसी की पढता हूँ और ना किसी की बोलता हूँ,
जो-जो दिया जिन्दगी ने उसे हर वक़्त लिखता हूँ।
सुबह की धूप से लेकर साँज की छावं भी देखी है मैने,
इसलिये 
सूरज की गर्मी से ज्यादा चाँद की चांदनी से डरता हूँ।

©Yuvraj Jain #धूपछांव#जिन्दगी#truefeeling
#Twowords  Pallavi Srivastava  Esha mahi RJ_Keshvi Anupriya Das 100fia Gulati

#धूपछांव#जिन्दगी#truefeeling #Twowords Pallavi Srivastava Esha mahi RJ_Keshvi Anupriya Das 100fia Gulati

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Yuvraj Jain

आवाजो की दुनिया में मौन ढूंडने निकले थे,
जिन्दगी की दौड मैं "में कौन" ढूंडने निकले थे।
ना जाने कितने आये और कितने गए,
जो
भरी बारिश में बारिश को ढूंडने निकले थे।

©Yuvraj Jain #बारिश#खोज#एहसास#सच्चाई#

#OneSeason  ENGLISH POET SADDAM KALAMKAR bharat singh Pallavi Srivastava  Esha mahi RJ_Keshvi

#बारिश#खोज#एहसास#सच्चाई# #OneSeason ENGLISH POET SADDAM KALAMKAR bharat singh Pallavi Srivastava Esha mahi RJ_Keshvi

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Yuvraj Jain

*किस चीज का दिखावा करते है हम*


जो खुद में एक जीता जागता है भ्रम।
कमा लिया,उड़ा लिया, दिखा दिया,
इसके अलवा क्या जिंदा है हम।
जरा सोचो और तोड़े ये भ्रम,
ना जाने इन पैसों ने कितने तोड़े है घर और धर्म।
किस चीज का दिखावा करते है हम।

मौन है वो मूर्ति और मौन है सारे धर्म,
क्युकी यहां जिंदा है इंसान,
मगर मर गए है उसके सच्चे कर्म,
किस चीज का दिखावा करते है हम।

फिर रही है सड़कों पे भूख आज भी नंगी,
और गुम रहे है सब जिनके पास है कार मंहगी।
देख ली तेरी औकात उस खुदा ने भी इंसान,
मंदिर है उसका कथा है उसकी और बोली लगा रहे है हम,
किस चीज का दिखावा करते है हम।

जिंदा तो है सब मगर फिर भी खुद की जिंदगी से लड़ रहे है हम।
किस चीज का दिखावा करते है हम।
✍🏻✍🏻✍🏻
😏😏😏 #दिखावा
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Yuvraj Jain

लोगो ने दिन चुना मां के लिए,

मैने सिर्फ मां चुनी हर दिन के लिए।
✍🏻✍🏻✍🏻 #मां #एहसास
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Yuvraj Jain

रुख हवाओं ने बदला या वक़्त करवट ले रहा है,

ये कैसा दौर चल रहा है,

आज अपना अपने ही घर में अपनों से दूर रह रहा है।
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Yuvraj Jain

क्या कीमत है तेरी इस जिंदगी में ऐ जिंदा इंसान,
मिट्टी का कफ़न और राख में दफन ऐ मुर्दा इंसान। #हकीकत#जिंदगी
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Yuvraj Jain

जला कर धुआ कर चुके है हम,
तेरी मोहब्बत को सिगरेट में सनम। #जिंदगी#एक#धुआं
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Yuvraj Jain

हकीकत का आइना भी ना जाने कैसा होता है,

दूसरे का साफ और खुद का धुंधला होता है। #हकीकत#ए#आइना
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