मोहब्बत तुझसे कितनी है ये तुझको मैं दिखा देता
हाल-ए-दिल कभी पूछा होता यकीनन मैं बता देता ।।
तुम्हे मैं भूल जाऊ ऐसा हर बार ही कहते हो तुम
भूलना अगर मुमकिन होता तो यकीनन मैं भुला देता।।
मेरे दिल-ए-मकां में बस तुम ही तो रहते हो हर पल
मकां उठाना होता किसी और को यकीनन मैं उठा देता।।
Dushyant Yaduvansi
तुझसे हम रूठेंगे नही पर तुझको मनाएंगे जरूर
चाहे कितना भी उदास हो पर मुस्कुरायेंगे जरूर।।
काबिल नही हूं मैं अभी पर कभी तो हो जाऊँगा
दूर है बहुत हम सनम पर तेरे पास आएंगे जरूर।।
तुझको पाने की चाहत में दौड़ता रहता हूं दर-ब-दर
चाहे करना पड़े कुछभी मुझे तुझको पर पाएंगे जरूर।।
तुझसे हम रूठेंगे नही पर तुझको मनाएंगे जरूर
चाहे कितना भी उदास हो पर मुस्कुरायेंगे जरूर।।
काबिल नही हूं मैं अभी पर कभी तो हो जाऊँगा
दूर है बहुत हम सनम पर तेरे पास आएंगे जरूर।।
तुझको पाने की चाहत में दौड़ता रहता हूं दर-ब-दर
चाहे करना पड़े कुछभी मुझे तुझको पर पाएंगे जरूर।।
अब ये तेरी खूबसूरत क़ुरबत मुझे भाने लगी
तुझसे गुफ़्तगू न हुई तो याद तेरी आने लगी।।
मेहकदा भी हैरान है मुझे इस हाल में देखकर
नज़रे जबभी तुमसे मिली जुबान लड़खड़ाने लगी।।
मेरा साथ छोड़कर मुझे तनहा कभी मत छोड़ना
देखो ये ख्याल-ए-जुदाई भी मुझे अब डराने लगी।। #Poetry#ripple
अब ये तेरी खूबसूरत क़ुरबत मुझे भाने लगी
तुझसे गुफ़्तगू न हुई तो याद तेरी आने लगी।।
मेहकदा भी हैरान है मुझे इस हाल में देखकर
नज़रे जबभी तुमसे मिली जुबान लड़खड़ाने लगी।।
मेरा साथ छोड़कर मुझे तनहा कभी मत छोड़ना
देखो ये ख्याल-ए-जुदाई भी मुझे अब डराने लगी।। #Poetry#ripple
Dushyant Yaduvansi
साहिल तक आया था मुश्किल से
फिर भमरो मैं जा बैठा
फिर गलती बही दोहरा बैठा
देखो मैं तुमको चाह बैठा
देखो मैं तुमको चाह बैठा
घनघोर घटा थी था अँधियारा
इस दिल के सूने चौराहो पर
बंजर सा लगता था मुझको #Poetry#Love#mylove
Dushyant Yaduvansi
Tu jb se mujhse ruth gye
Tb se hi dunia choot gye
Mano to aisa lagta h
Ki ruh zism se ruth gye.....
Vo pal bhi kitne pawan the
Jb hum tum or bs sawan the
Tujh se aate us khusboo k
Hum deewane the pagal the #Poetry#dpf
Tu jb se mujhse ruth gye
Tb se hi dunia choot gye
Mano to aisa lagta h
Ki ruh zism se ruth gye.....
Vo pal bhi kitne pawan the
Jb hum tum or bs sawan the
Tujh se aate us khusboo k
Hum deewane the pagal the #Poetry#dpf