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dineshprasadsing9952
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Dinesh Singh

हम सब सपनों में जीते हैं खुशियों के दो घूँट पीते हैं सुखद स्वप्न कहीं टुट न जाए इस डर में जीते रहते हैं

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Dinesh Singh

ये माना कि मेरी हैसियत ही नहीं
कुछ लिख दूँ ऐसी वसीयत ही नहीं
चाहता हूँ कि जी भर के दे दूँ तुम्हें
मेरी दुआओं की कीमत लगा तो सही

©Dinesh Singh
  #mountainsnearme कीमत

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Dinesh Singh

उफ्फ ये गर्मी, अब तो रहम कर
टेम्प्रेचर को अपना, कुछ तो नरम कर
तन तो गरम है, ना मन को गरम कर
करतूतोंं पर अपनी, कुछ तो शरम कर

©Dinesh Singh
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Dinesh Singh

भीगी पलकों से रोको नहीं बह जाने दो
उमड़े हुए समन्दर का सैलाब अभी बाकी है

©Dinesh Singh
  #samandar
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Dinesh Singh

भीगी पलकों से रोको नहीं बह जाने दो
उमड़े हुए समन्दर का सैलाब अभी बाकी है

©Dinesh Singh #samandar
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Dinesh Singh

अकेले में अपने आप से जब बात करते हैं
ये न समझो कि तुम्हें हम याद करते हैं
बन्द हैं जहाँ तुम्हारी यादों की फ़ेहरिस्त
रखवाली हम उसी की बस दिन रात करते हैं

©Dinesh Singh #Remember
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Dinesh Singh

दौलत की जो ना चढ़ती खुमारी
शोहरत की जैसी ना होती बिमारी
रस्मों रिवाजों की बंदिश ना होती
तो तेरी तसव्वुर में दिन रात होता
खुदा की कसम मैं तेरे पास होता

©Dinesh Singh
  #boat
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Dinesh Singh

आसमाँ अगर झुक जाता जरा तो
सूरज अगर रुक जाता जरा तो
चाँद उतरता मेरे ही आँगन
महफिल जो जमती वो वक्त खास होता
खुदा की कसम मैं तेरे पास होता

©Dinesh Singh
  #doori
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Dinesh Singh

खुद से ही खुद को मैं खुद मांग लेता
फुर्सत जरा वक्त से मांग लेता
मांग लेता दो लम्हा अपनी ज़िन्दगी से
तलाश ए सुकूँ में न ये हाल होता
खुदा की कसम मैं तेरे पास होता

©Dinesh Singh
  #motivate  डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)

#motivate डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313) #शायरी

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Dinesh Singh

कब तक करें बसंत के आने का इन्तजार 
अब तो पतझड़ में भी बसंत की उम्मीद लगा बैठे हैं
कब आयेगा सावन रिमझिम फुहार लिए
टुकडों में बटे बादल से उम्मीद लगा बैठे है

©Dinesh Singh
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Dinesh Singh

बहुत दिनों पर आई है अब याद तुन्हारी ज़िंदगी
नहीं सुनी थीअबतक मैं फ़रियाद तुन्हारी ज़िन्दगी

पलकों पर लटकी बुंदों को देखा था कई बार मगर
न समझ सका उन बुंदों में जज़्बात तुन्हारी ज़िंदगी

©Dinesh Singh

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