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प्रतिभा त्रिपाठी

कवयित्री

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प्रतिभा त्रिपाठी

a-person-standing-on-a-beach-at-sunset समाज में आपका सम्मान 
विकल्प मिलने से विस्थापित होने तक का है। 
और यह भ्रम आपकी दुर्बलता 
कि 
आप कुछ अलग हो।

©प्रतिभा त्रिपाठी अनुभव से विचार तक

अनुभव से विचार तक

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प्रतिभा त्रिपाठी

White बोझ इक दिल पे लिए फिरता है  
आदमी खुद से रूठ जाता है।

बेख्याली में घुटन में अक्सर 
लुत्फ जीने का छूट जाता है।

कामयाबी के रास्तों पर ही
साथ अपनों का छूट जाता है।

जो सदा खुद पे हौसलों रखते
क्यों सब्र उनका टूट जाता है।

नेकियाँ कर के जो बनाया घर
रंजिशें करके फूट जाता है।

टूटता अपनों पर भरोसा जब
चोर बाहर का लूट जाता है।

©प्रतिभा त्रिपाठी
   'दर्द भरी शायरी'

'दर्द भरी शायरी'

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प्रतिभा त्रिपाठी

#sitarmusic
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प्रतिभा त्रिपाठी

#तुम्हें बेहतर लगे जो

#तुम्हें बेहतर लगे जो #शायरी

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प्रतिभा त्रिपाठी

वंदना

वंदना #कविता

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प्रतिभा त्रिपाठी

सहारनपुर जनमंच पर काव्यपाठ

सहारनपुर जनमंच पर काव्यपाठ #शायरी

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प्रतिभा त्रिपाठी

प्रातः वंदन उन गुरुओं को जिनसे हमको ज्ञान मिला ।

जीवन पथ पर सार्थकता से जीने का अभिज्ञान मिला।

वंदन उन चरणों का जिससे बहती है सुधि की सरिता 

कठिन चुनौती से लड़ने का विपदा में संज्ञान मिला।
@pratibhaprerana

©प्रतिभा त्रिपाठी
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प्रतिभा त्रिपाठी

#meditatioहर हर महादेव एक भजन🕉️🙏💐😊

#meditatioहर हर महादेव एक भजन🕉️🙏💐😊 #समाज

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प्रतिभा त्रिपाठी

इक चुप सी लग गई है  लब बोलते नहीं.
खमोशियों की सिलवट अब खोलते नहीं

 हर बात पर यहां तुम इतना गए उलझ
क्या है नफा ख़सारा नादान नासमझ
जब  बोलते हैं फिर तो कुछ तोलते नहीं।

©प्रतिभा त्रिपाठी #khamoshiyan
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प्रतिभा त्रिपाठी

इक चुप सी लग गई है  लब बोलते नहीं.
खमोशियों की सिलवट अब खोलते नहीं

 हर बात पर यहां तो इतना गए उलझ
क्या है नफा ख़सारा नादान नासमझ
जब  बोलते हैं फिर तो कुछ तोलते नहीं।

©प्रतिभा त्रिपाठी #khamoshi
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