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sanjanahada7198
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Sanjana Hada

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Sanjana Hada

New Year 2024-25 जाम - ए - इश्क झलकता रहे मुल्क में,
मेरे पूरे साल ...🇮🇳
दौलत - ए - मोहब्बत से हम सब रहे मालामाल,,

सदैव यहां प्रेम की बारिश होती रहें,
ह्रदय में सबके हिन्दुस्तान का वास हो ,

रहे न किसी के मन में घृणा - द्वेष का भाव ,
सभी अन्तर्मन में अपने प्रेम का पुष्प खिलाएं रखें,

औंस की बुंदों की तरह सबको ठंडक मिलें,
ग्रीष्म की तपन से सब मजबूत बनें,
बारिशं मे सभी का ह्रदय झुम उठें,

सब भुल जाएं लेकिन मुल्क से मोहब्बत 
ना भुले.....🇮🇳🇮🇳💞

©Sanjana  Hada #NewYear2024-25
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Sanjana Hada

New Year 2024-25 Dear 2024
***********

अंतिम विदाई के सफर में 
तुने मुझे खुद ही का हमसफर बना दिया,
जाते-जाते तुने मेरे ह्रदय में 
खुद ही के प्रति प्रेम का पुष्प खिला दिया 
🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺

©Sanjana  Hada #NewYear2024-25
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Sanjana Hada

Autumn इश्क - इश्क सी लड़की 
             Miss Hada..🌺🌺
*************************

इस डिजिटल युग में
साहित्य से प्रेम करने वाली मैं,

इंस्टाग्राम के जमाने में 
कविताएं लिखने वालीं मैं,

वेस्टर्न के जमाने में 
बिल्कुल सलवार सूट जैसी मैं,

New गानों से कोसों दूर भागने वालीं मैं 
हमेशा सदाबहार गाने सुनने वाली मैं,

न कोई Message न कोई Video call 
मुझे पसंद है Face to Face बातें करना ,

मुझे आता नहीं बातें बनाना 
मुझे तो बस अब स्वयं को है जानना ,

आता नहीं मुझे कोई षड्यंत्र 
मैं तो चाहती हूं बस अब स्वयं पर नियंत्रण,

मैं हर परिस्थिति में भी 
पन्नों पर प्रेम बिखेरना चाहती हूं 
मैं अपने व्यक्तित्व को 
शब्दों से निखारना चाहती हूं,

हां मैं स्वयं से इश्क करना चाहती हूं...🌺

©Sanjana  Hada #autumn मैं
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Sanjana Hada

White मुझे पहचानों...

मैं पथरीली राहों वाली,
चमकीली दुनिया से दूर रहने वाली,

ह्रदय की व्यथा किसी को न कहने वाली,
कथा सभी की सुनने वाली,

मैं मौन सागर में बहने वाली,
हवां के झोंके से डरने वाली,

प्रेम धरा - गगन से करने वाली,
बेमतलब के रिश्तों से डरने वाली,

वास्तविकता की छांव ढूंढने वाली,
सुकून जहां का ढूंढने वाली,

ह्रदय का आंगन सजाने वाली,
खुद को हर श्रृंगार से बचाने वाली ,

हर उस पाप का पाशचताप करने वाली,
जो जाने - अनजाने हो गए,

बस अब दूर सभी से रहने वाली,
सम्पर्क किसी से न रखने वाली,

मौन के आसमां में रहना है अब ,
धरा - सा धैर्यवान बनना है अब ...!

©Sanjana  Hada #sad_quotes
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Sanjana Hada

White प्रकृति प्रेमी 
🌿🌴🌼🌺🌸

कुछ क्षण शेष बचे है,
बस वही पल विशेष बचें है,
गगन धरा पर अपना प्रेम बरसा रहा,
कितना अनुपम दृश्य है सारी मर्यादाएं निभा रहा है ,

चार मास का प्रेम है 
फिर आठ मास का विरह,
देखो तो ये जाते - जातें कितना प्रेम जता रहा ,

धरा को किंचित मात्र भय नहीं किसी का ,
गगन जो सारी खुशियां दे रहा ,
ये हरियाली की चूनर 
जगत का सारा नूर इसी पर बरसा रहा ,
काला टीका लगाओ कोई धरा को 
ये आसमां इसे निहार रहा,,

कितना अद्भुत प्रेम है इनका ,
ग्रीष्म ऋतु की तपन ,
शरद ऋतु की ठंडी छाव में बैठकर 
धरा इंतजार करती ,
बरसात का आठों पहर..

ओंस की बूंदें बन जाऊं मैं भी,
इस प्रकृति में खो जाऊं कहीं,
मैं भी प्रेम धरा - गगन से कर लूं,
इनमें खो जाऊं कहीं....!!

©Sanjana  Hada #love_shayari
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Sanjana Hada

Autumn 🙏मां शारदे 🙏
********
मैं लिखूं प्रित की पुस्तक,
दें मां आशीष ऐसा ,
कि मैं सबकी प्रिय और सब मेरे प्रिय बन जाएं 
जिससे प्रसन्न हो जाएं चितवन मेरा ...

मां मेरी कला निखार दों
अन्तःकरण मेरा शुद्ध करों मां,
मन को शांति देकर इसे बुद्ध करों मां,

मां मेरी कलम को आशीर्वाद दो ,
आपके शब्दकोश का भंडार दो ,
मुझे बुद्धि का आशीष दो ,
अन्तर्मन परिशुद्ध हो जाएं 
ऐसा वचन दो...

लगन लग जाएं बस तुझमें,
मगन हो जाऊं मैं तेरे चरणों में,
इस बेरंग संसार से मुझे विरक्ति दो,
मुझे मुक्ति का मार्ग दो मां ...🙏🙏🌺🌸🌼

©Sanjana  Hada #autumn
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Sanjana Hada

White नज़राने...हिन्दी के ✍️💕

हमारी हिन्दी भाषा में कोई Silent वर्ण नहीं है,
हमारी तो बिंदी भी बोलती है,,
बिंदास नयन खोलती है,
प्रेम का दर्पण, मन का समर्पण,
अर्पण सब-कुछ करती है,,
स्वच्छंद हर पल में,
स्वच्छ हर क्षण में,
मन का आंगन महकाती है,,

एकांत हर क्षण में, ये मुझे बहलातीं है,
अपने शब्दों से मुझे सहलातीं है,
ये मुझपर प्रेम से शब्दों की बारिश करती,
उदासियो वाले पल में मेरा सहारा बनती ,
मेरे अधरों को मधुर वाणी से,
श्रृंगारित करतीं,,
अपने ह्रदय के भावों को प्रकट करने का
साधन बनती ,,

लिखना कुछ जानूं ना मैं,
पर तूं जो सहारा दे तो हर वेदना मिट जाएं,
पीड़ा हो यदि ह्रदय में तो वो बह जाएं,,

मेरे मन में अतृप्त एक प्यास है,
इन नयनों को सिर्फ एक ही आस है,,
लेकिन प्रयास सारे विफल हैं,
क्योंकि कहने को पर्याप्त नहीं कुछ...?

प्यास तो शायद तभी पूरी होगी,
जब लिखना मेरा सार्थक होंगा....✍️✍️🌸🌺

©Sanjana  Hada #hindi_poem_appreciation
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Sanjana Hada

Autumn मैं........

मैं हिन्दी का चन्द्रबिन्दु बन जाऊं,
कोई मुझे अपने मस्तक पर सजाएं,,

स्वरों की तरह सब में सम्मिलित हो जाऊं,
हिन्दी के शब्दकोष में कही खो जाऊं ,,

महाप्राण या अल्पप्राण ना सही,
मैं किसी की प्राणप्रिय बन जाऊं ,,

कोई स्वादिष्ट व्यंजन बनाना जानूं ना ,
पर स्पर्श व्यंजनों की तरह सबका मान - सम्मान करना जानूं,,

संयुक्त वाक्यों का मेल, मिश्रित वाक्यों पर आश्रित हो जाऊं,
बस मैं एक सरल वाक्य बन जाऊं,,

सबसे प्रेम में उपसर्ग की तरह आगे,
और यदि मेरे ह्रदय में कटुता हो तो प्रत्यय की तरह पीछे लग जाऊं ,,

मैं संधि के विस्तार में नहीं,
बल्कि समास की संक्षिप्तता में समाहित हो जाऊं,,

किसी को ना एकवचन दूं ना बहुवचन,
लेकिन हां स्वयं को ख़ुश रखने का हर वचन निभाऊं,,

ना पर्याय ना विलोम,
मैं तो बस सादगी की अमूर्त मूरत बन जाऊं___

Thank you हिन्दी ✍️✍️❣️

©Sanjana  Hada #autumn
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Sanjana Hada

Autumn काश जीवन में बहार आ जाएं..

जिंदगी पतझड़ सी चल रही,
काश जीवन में खुशियों का बसंत आ जाएं,,

जिंदगी में कोई हरियाली नहीं,
काश जीवन में सांवन की हरियाली आ जाएं,,

मैं भी बैठूं चैत्र की कढ़ी धूप में,
काश सर पर सांया एक मजबूत आ जाएं,,

पूर्णिमा का प्रकाश,
अमावस्या का सारा काला साया ले जाएं,
काश जीवन में बहार आ जाएं,,

आषाढ़ की बूंदें मन को भिगो दें,
श्रावण के झूले आ जाएं,
काश जीवन में बहार आ जाएं,,

प्रेम का फाल्गुन आ जाएं,
कार्तिक मास की ठंडक आ जाएं,
काश जीवन में बहार आ जाएं..

मेरे शब्दों का जादू सभी के सर चढ़ जाएं,
और मैं क़लम की स्याही में रंग जाऊं..✍️✍️💗

©Sanjana  Hada #autumn
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Sanjana Hada

इस कदर वाकिफ हैं मेरी क़लम✍️
मेरे जज्बातों से मैं अगर मोहब्बत लिखना चाहूं
तो हिन्दुस्तान लिखा जाता है 🇮🇳
इश्क लिखना चाहूं तो इंकलाब लिखा जाता है..

शहिद - ए - आज़म

©Sanjana  Hada #shaheeddiwas
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